Politalks.News/WestBengalPolitics. पश्चिम बंगाल में भले ही विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो गए हों, लेकिन बंगाल की सियासत सियासी उबाल अभी भी बना हुआ है. हर रोज किसी न किसी बहाने बंगाल की राजनीति सुर्खियों में रहती ही है. ताजा मामला बीजेपी नेता मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय से जुड़ा है, शुभ्रांशु ने बीजेपी की कट्टर सियासी शत्रु पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा किया है. शुभ्रांशु ने कहा कि ममता बनर्जी ने मुश्किल घड़ी में उनके परिवार का हालचाल जाना इसके लिए वो ममता बनर्जी के आभारी हैं. बता दें कि शुभ्रांशु के इस बयान से पश्चिम बंगाल में सियासी अटकलें तेज हो गई हैं. हालांकि यह पहला मौका नहीं है, हाल ही में शुभ्रांशु ने टीएमसी पर की गई बीजेपी की एक पोस्ट पर बीजेपी की ही आलोचना की थी. आपको बता दें, शुभ्रांशु साल 2019 में टीएमसी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. शुभ्रांशु ने इस बार बिजापुर से विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
मीडिया से खास बातचीत में शुभ्रांशु रॉय ने कहा कि पश्चिम बंगाल विभाजनकारी राजनीति को स्वीकार नहीं करता है. उन्होंने कहा, ‘मैं समझ गया हूं कि राजनीति में कुछ भी संभव है.‘ बता दें कि रॉय के माता पिता कोरोना से संक्रमित हो गए थे. पिता मुकुल रॉय तो अब ठीक हो गए हैं, जबकि मां कृष्णा रॉय अब भी कोलकाता के अपोलो अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं. हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी की युवा ईकाई के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी ने अस्पताल जाकर शुभ्रांशु रॉय की मां का हालचाल लिया था. जिसके बाद राजनीतिक विश्लषेक इस मुलाकात के कई मायने निकाल रहे थे. अब शुभ्रांशु रॉय ने ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा है कि वो जरुरत के वक्त उनके परिवार तक पहुंची थीं.
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शुभ्रांशु ने मीडिया को बताया कि ममता ने उनसे पिता और मां का हाल-चाल पूछा. वहीं अभिषेक बनर्जी की तारीफ करते हुए शुभ्रांशु रॉय ने कहा, ‘एक विरोधी दल में होने के बावजूद अभिषेक पिछले दो सप्ताह से मेरी मां के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ कर रहे हैं. वो मेरी मां को देखने आए. मैं उनका आभारी हूं. कई बार बेटे के कर्मों के कारण माता-पिता को कष्ट होता है. मैं व्यक्तिगत रूप से महसूस करता हूं कि मेरी मां मेरे बुरे कर्मों के कारण पीड़ित हैं.’
आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं जब हाल के दिनों में शुभ्रांशु रॉय ने टीएमसी को लेकर नजदीकियां दिखाई हो. पिछले दिनों एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने अपनी पार्टी की आलोचना की थी. उन्होंने लिखा था कि चुनी हुई सरकार की आलोचना करने से पहले पार्टी को आत्ममंथन की जरूरत है. उनके इस फेसबुक पोस्ट के बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थी.
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गौरतलब है कि हाल के विधानसभा चुनावों में जहां मुकुल रॉय ने नदिया जिले की कृष्णानगर उत्तर सीट जीती थी तो वहीं उनके बेटे को उत्तर 24 परगना जिले की बीजपुर सीट से हार का सामना करना पड़ा था. मुकुल रॉय के बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया था. बता दें, मुकुल रॉय 2017 में टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. कहा जा रहा है कि उनकी मेहनत के दम पर ही बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में 18 सीटें जीतीं. लेकिन अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि हाल में खत्म हुए राज्य विधानसभा चुनावों में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद अब मुकुल रॉय टीएमसी में वापस आ सकते हैं.