पॉलिटॉक्स ब्यूरो. महाराष्ट्र में 28 नवंबर का दिन ऐतिहासिक दिन रहा. आज से महाराष्ट्र में ‘ठाकरे राज’ की शुरूआत हो चुकी है. इसका साक्षी बना मुंबई का शिवाजी पार्क और करीब 70 हजार से ज्यादा लोग जहां गुरुवार शाम ठीक 6:40 बजे शिवसेना प्रमुख उद्दव बाला साहेब ठाकरे (Uddhav Maha CM) ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद और गोपनियता की शपथ दिलाई. उद्दव ठाकरे महाराष्ट्र के 18वें और ठाकरे परिवार के पहले मुख्यमंत्री बने.
मी उद्धव बाळासाहेब ठाकरे… pic.twitter.com/rgbiHoFzlX
— Office of Uddhav Thackeray (@OfficeofUT) November 28, 2019
उद्दव के साथ महाविकास अघाड़ी गठबंधन के 6 नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. मंत्री पद की शपथ ग्रहण करने वालों में शिवसेना के एकनाथ शिंदे एवं सुभाष देसाई, एनसीपी के जयंत पाटिल एवं छगन भुजबल और कांग्रेस के बाला साहब थोराट एवं नितिन राउत शामिल रहे. डिप्टी सीएम पद की शपथ फिलहाल नहीं दिलाई गई. उद्दव ठाकरे के शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी.
Congratulations to Uddhav Thackeray Ji on taking oath as the CM of Maharashtra. I am confident he will work diligently for the bright future of Maharashtra. @OfficeofUT
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2019
शपथ ग्रहण समारोह (Uddhav Maha CM) में राजनैतिक और कॉर्पोरेट जगत की कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं जिनमें पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और देश के सबसे सफल व्यवसायी मुकेश अंबानी अपने पूरे परिवार सहित समारोह में पहुंचे. इनके अलावा अहमद पटेल, एम.के.स्टालिन, सुशील कुमार शिंदे, कपिल सिब्बल और अविनाश पांडे भी शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे. हालांकि सोनिया गांधी और राहुल गांधी की समारोह में उपस्थिति नहीं रहे लेकिन उन्होंने पत्र लिखकर उद्दव ठाकरे को नई राजनीतिक पारी की शुरूआत के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की.
यह भी पढ़ें: आखिर उद्वव ने पूरा किया बाला साहेब ठाकरे को दिया ‘शिवसैनिक को सूबे का मुख्यमंत्री’ बनाने का वचन
जैसा कि पहले भी बताया गया है, उद्दव ठाकरे ‘ठाकरे परिवार’ (Uddhav Maha CM) के पहले मुख्यमंत्री बने हैं. इससे पहले मनोहर जोशी और नारायण राणे भी शिवसेना की तरफ से प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे लेकिन वे देनों ही ठाकरे परिवार के बाहर के हैं. आज 20 साल बाद शिवसेना को कोई मुख्यमंत्री महाराष्ट्र की सत्ता पर आसीन हुआ है. इससे पहले नारायण राणे 1999 में प्रदेश के सीएम रहे. राणे फिलहाल बीजेपी के नेता हैं.
उद्दव के बड़े सुपुत्र आदित्य ठाकरे अपने परिवार के पहले ऐसे व्यक्ति रहे जिन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा. आदित्य वर्ली विधानसभा से विधायक हैं. सक्रिय राजनीति में उतरने वाले आदित्य अपने परिवार के पहले व्यक्ति हैं. उद्दव से पहले उनके मुख्यमंत्री बनने की लड़ाई शिवसेना लड़ रही थी.
उद्दव ठाकरे (Uddhav Maha CM) के शपथ लेने के बाद 6 अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. सबसे पहले शिवसेना के एकनाथ शिंदे शपथ ग्रहण करने पहुंचे. शिंदे पिछली भाजपा-शिवसेना सरकार में पीड्ब्ल्यू मिनिस्टर रह चुके हैं. शिंदे कोपरी-पचपकड़ी से विधायक और पार्टी के विधायक दल के नेता हैं. दूसरे नंबर पर शिवसेना के ही सुभाष देसाई ने शपथ ग्रहण की. गोरेगांव से विधायक देसाई की गिनती पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में की जाती है. वे उद्दव ठाकरे के खास करीबियों में गिने जाते हैं.
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में शिवसेना के खेवनहार बने संजय राउत, उद्दव ठाकरे ने दिया फ्री हैंड
तीसरे नंबर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जयंत जयराम पाटिल और चौथे नंबर पर छगन भुजबल ने शपथ ग्रहण की. पाटिल इस्लामपुर विधानसभा से विधायक और पृथ्वीराज चव्हाण सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. पाटिल एनसीपी के विधायक दल के नेता भी हैं. बात करें छगन भुजबल की तो प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम और मंत्री रह चुके भुजबल नासिक जिले की येओला विधानसभा से विधायक हैं.
कांग्रेस की ओर से बाला साहब थोराट और नितिन राउत ने मंत्री पद की शपथ ली. नेता बाला साहब थोराट महाराष्ट्र विधानसभा के सबसे वरिष्ठ नेता और 8 बार के विधायक हैं. वे कांग्रेस के विधायक दल के नेता भी हैं. मौजूदा विधानसभा में थोराट संगमनेर से विधायक हैं. इससे पहले उनका नाम विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर सामने आ रहा था. वहीं नितिन राउत नागपुर उत्तर से विधायक और दलित समाज का चेहरा हैं.