Politalks.News/Bihar. बिहार में बड़ी सियासी मुलाकात हुई है. एलजेपी सांसद चिराग पासवान बुधवार को पटना में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात कर उन्हें पिता रामविलास पासवान की पहली बरसी में आने का आमंत्रण दिया। इस दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने मुस्कुराते हुए चिराग पासवान के साथ मिलकर बिहार में राजनीति करने का आमंत्रण दे दिया. हालांकि चिराग पासवान ने तत्काल जवाब दे दिया कि, ‘इस वक्त ये बातें करने का सही समय नहीं है’. पिता रामविलास पासवान की पहली बरसी पर एलजेपी नेता चिराग पासवान ने बड़ी तैयारी की है. रामविलास पासवान की पहली बरसी पर 12 सितंबर को पटना में एक बड़ा आयोजन करने जा रहे हैं. इस कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी, अमित शाह, सोनिया गांधी, लालू प्रसाद, चाचा पशुपति सहित दिग्गजों को आमंत्रित किया गया है.
तेजस्वी यादव के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा कि, ‘मेरे पिताजी की खूबसूरती थी कि उनके संबंध सत्तापक्ष और विपक्ष सभी के साथ उतने ही अच्छे रहे. तेजस्वी भाई के परिवार से एक लंबा रिश्ता रहा है. लालू जी के साथ मेरे पिताजी जी के संबंध एक साथी, सहयोगी के तौर पर पारिवारिक बेहद अच्छे संबंध रहे हैं’. पासवान ने कहा कि, ‘इस नाते अगर मेरे पिता जीवित और वह कोई आयोजन करते तो स्वभाविक था कि लालू जी के परिवार से लोग उसमें शामिल होते. मैं उन्हीं का अंश हूं इसलिए उसी परंपरा को निभाते हुए मैं तेजस्वी भाई से मुलाकात करने आया हूं. इन्हें आमंत्रण दिया हूं कि, ’12 सितंबर को होने वाली पिताजी की बरसी में शामिल हों. गुरुवार को लालू जी मुलाकात कर उन्हें भी आमंत्रित करुंगा. इसका एकमात्र लक्ष्य यह है कि मेरे नेता के साथ जिन लोगों ने काम किया है वह आएं और उन्हें श्रद्धांजलि दें’.
सीएम नीतीश नहीं देते मिलने का समय- चिराग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आमंत्रण देने के सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि, ‘मैंने सीएम हाउस में समय तो लिखवाया है लेकिन उनसे मिलना इतना सहज हो नहीं पाता है. मेरे साथ समस्या यही आती है वो मुझे मुलाकात करने का समय देते नहीं. उम्मीद करता हूं कि कार्यक्रम से पहले वो मुझे मिलने का समय जरूर देंगे’.
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पासवान की बरसी में शामिल हो सकते हैं लालू
इधर, तेजस्वी यादव ने कहा कि, ‘रामविलास पासवान हमारे अभिभावक और नेता रहे हैं. उनकी पहली बरसी है इसलिए चिराग पासवान हमसे मिलने आए हैं. एक पुराना रिश्ता रहा है, हम लोग तो घर के लोग हैं’. तेजस्वी ने कहा कि, ‘आज पासवान जी को कितना भी याद किया जाए वो कम है. 2010 के विधानसभा चुनाव में मुझे उनसे काफी कुछ सीखने को मिला’. तेजस्वी यादव ने कहा कि, ‘लालू यादव की सेहत ठीक रही तो वो भी बरसी में शामिल होंगे’.
तेजस्वी ने चिराग की तरफ बढ़ाया दोस्ती का हाथ
जब पत्रकारों ने पूछा कि लालू यादव ने कहा है कि, ‘वह बिहार में चिराग पासवान और तेजस्वी यादव को साथ में देखना चाहते हैं’. इस पर तेजस्वी यादव ने मुस्कुराते हुए कहा कि, ‘जब कोई बात लालू जी कह चुके हैं तो फिर मुझे कुछ कहने की जरूरत रह ही नहीं जाती है’. इस पर वहां मौजूद चिराग पासवान ने कहा कि, ‘आज जो मुलाकात हुई है उसके राजनीतिक मायने ना निकाले जाएं. आज एक व्यक्तिगत मुलाकात थी. मैं केवल आमंत्रण देने आया था’.
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12 सितंबर को रामविलास पासवान की पहली बरसी मना रहे हैं चिराग
पिता रामविलास पासवान की पहली बरसी पर एलजेपी नेता चिराग पासवान ने बड़ी तैयारी की है. चिराग ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी कि वो अपने पिता और दलित नेता रामविलास पासवान की पहली बरसी पर 12 सितंबर को पटना में एक कार्यक्रम करने जा रहे हैं
मोदी-सोनिया को चिराग का निमंत्रण
चिराग पासवान के मुताबिक उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने चाचा पशुपति सहित सभी बड़े राष्ट्रीय नेताओं को निमंत्रण दिया है. माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के जरिए चिराग पासवान एक बड़ा संदेश देने की कोशिश में हैं. खासकर चाचा पशुपति पारस की बगावत के बाद चिराग को बड़े स्तर पर समर्थन की जरूरत है. पक्ष-विपक्ष को निमंत्रण इसी की एक कड़ी माना जा रहा है.
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पशुपति की ओर बढ़ाया सुलह का हाथ!
चिरान एक तीर से कई निशाने साधने की तैयारी में है. बरसी के लिए छपवाए गए कार्ड पर चाचा पशुपति पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज का भी नाम शामिल है. पिछले दिनों चाचा पशुपति पारस की बगावत के बाद लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हो गई थी और चाचा भतीजे के रास्ते अलग हो गए थे. माना जा रहा है कि रामविलास पासवान के बरसी के मौके पर अब चिराग पासवान ने चाचा के साथ सुलह करने की पहल की है. रामविलास पासवान की बरसी के मौके पर 10000 आमंत्रण कार्ड छपवाए गए हैं. इधर चिराग के चाचा पशुपति पारस भी 8 अक्टूबर को कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं. पिछले साल 8 अक्टूबर को ही रामविलास पासवान का निधन हुआ था