पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान की 15वीं विधानसभा के बजट सत्र 2020 के दूसरे चरण के तीसरे दिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर अच्छी चर्चा रही. लगातार विभिन्न मुद्दों को लेकर अपने ही विधायकों के सवालों से घिरी गहलोत सरकार के वरिष्ठ विधायक रामनारायण मीणा ने चिकित्सा मंत्री को घेरा तो विधायक अमीन खां खान ने दिल्ली के चुनाव परिणाम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को खरी-खरी सुनाई. पांचवीं बार विधायक बने 81 वर्षीय अमीन खां ने शिक्षा व्यवस्था की बात करते हुए भाजपा और खुद की ही कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए साफ कहा कि हमने पूंजिपतियों का सहारा लिया, इसीलिए गरीब हमसे राजी नहीं है.
केजरीवाल से सीख लेने की दी नसीहत
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पूर्व मंत्री अमीन खां ने नसीहत देते हुए कहा अरविंद केजरीवाल से सीखो, खां ने कहा भाजपा में विद्वानों की क्या कमी थी, लेकिन जनता ने उसे मना कर दिया, साथ ही हमारी कांग्रेस को भी मना कर दिया. दिल्ली में केजरीवाल ने गरीब की तालीम के लिए सबसे अच्छा काम किया, ये परिणाम तालीम का ही असर हैं. पूर्व मंत्री अमीन खां ने अपनी ही सरकार को खरी-खरी सुनाते हुए कहा, कि उद्योगपतियों और पूंजीपतियों को खुश करने की कोशिश होती दिखाई देती है, जिससे गरीब आदमी उनसे दूर हो रहा है.
केजरीवाल के काम को पूरी जनता ने सराहा
कांग्रेस विधायक अमीन खां ने अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार ने आम जनता की सहूलियत का ध्यान रखा. केजरीवाल के शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था के मॉडल को जनता ने सराहा. अमीन खां कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि सभी को इस बात पर मंथन करना चाहिए कि आखिर केजरीवाल ने क्या काम किया जो बड़ी जीत के साथ फिर से सत्ता में आए हैं.
शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था पर उठाए सवाल
स्कूलों और अस्पतालों में रिक्त पदों की बात करते हुए विधायक अमीन खां ने कहा कि जब अध्यापकों और व्याख्याताओं के पचास प्रतिशत पद रिक्त रहते हैं तो गरीब कैसे ऊपर आ पाएगा. यह सरकार और विपक्ष दोनों ही देखें कि यह पद रिक्त नहीं रहें. दूरदराज के इलाकों में चिकित्सा और शिक्षा व्यवस्था में कमजोरी का कारण बताते हुए अमीन खां ने कहा कि कई बार डॉक्टर, टीचर और दूसरे कर्मचारी बाड़मेर-जैसलमेर जैसे इलाकों में नहीं जाते हैं. खां ने सरकार को उसकी ताकत का याद दिलाते हुए कहा कि जो सरकारी नौकर है और सरकार से हर एक तारीख को तनख्वाह लेता है, उसे राज्य का आदेश मानना ही पड़ेगा.
रामनारायण मीणा ने स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा पर साधा निशाना
इसके साथ ही विधानसभा में पीपल्दा से कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने प्रश्नकाल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा पर तीखा हमला बोला और कहा कि जिस प्रकार प्रदेश में सरकारी मशीनरी काम कर रही है उसका असर आम जनता पर भी हो रहा है और हम पर भी हो रहा है. मीणा ने कोटा में सीएचसी भवन निर्माण में हो रही देरी को लेकर रघु शर्मा से सवाल किया कि 2 साल और 2 महीने हो चुके हैं, वह कौन सा अधिकारी है जिसने यहां निर्माण काम शुरू करने में रोक लगाई. इस पर रघु शर्मा ने मीणा से अपने चैंबर में हुई बैठक का हवाला देते हुए कहा कि जो राशि सीएचसी के लिए स्वीकृत हुई थी उससे यहां सीएचसी नहीं बन सकती क्योंकि यहां भूमि समतल करने में ही काफी पैसा खर्च हो जाएगा. हमने मिल बैठकर तय कर लिया है कि हमको सीएचसी बनानी है और इसका काम हम जल्द शुरू कर देंगे.