Mayawati angry at Akhilesh Yadav: जब से बसपा संस्थापक कांशीराम की प्रतिमा का रायबरेली में लोकार्पण कर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विरासत पर दावेदारी की जो जंग छेड़ी है उसने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच दूरियां और बढ़ा दी हैं. यही नहीं अपने आधार वोट बैंक को लेकर सचेत हुई बसपा की ओर से समाजवादी पार्टी पर हमले भी तेज हो गए हैं. अब इसे लेकर आज मायावती ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स कर अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला है.
बता दे समाजवादी पार्टी और बीएसपी के बीच जुबानी जंग बढ़ती जा रही है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सपा पर जोरदार हमला बोला है और पार्टी पर साजिश रचने का आरोप लगाया है. मायावती ने आज ट्वीट करते हुए लिखा कि सपा प्रमुख की मौजूदगी में ’मिले मुलायम-कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्रीराम’ नारे को लेकर रामचरित मानस विवाद वाले सपा नेता पर मुकदमा होने की खबर आज सुर्खि़यों में है. मायावती ने आगे कहा कि वास्तव में यूपी के विकास व जनहित के बजाय जातिवादी द्वेष एवं अनर्गल मुद्दों की राजनीति करना सपा का स्वभाव रहा है.
1.सपा प्रमुख की मौजूदगी में ’मिले मुलायम-कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्रीराम’ नारे को लेकर रामचरित मानस विवाद वाले सपा नेता पर मुकदमा होने की खबर आज सुर्खि़यों में है। वास्तव में यूपी के विकास व जनहित के बजाय जातिवादी द्वेष एवं अनर्गल मुद्दों की राजनीति करना सपा का स्वभाव रहा है।
— Mayawati (@Mayawati) April 5, 2023
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सीएम बनने के बावजूद उनकी नीयत साफ नहीं
मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि और यह हकीकत लोगों के सामने बराबर आती रही है कि सन 1993 में मान्यवर श्री कांशीराम जी ने सपा-बसपा गठबंधन मिशनरी भावना के तहत बनाई थी, किन्तु श्री मुलायम सिंह यादव के गठबंधन का सीएम बनने के बावजूद उनकी नीयत पाक-साफ न होकर बसपा को बदनाम करने व दलित उत्पीड़न को जारी रखने की रही.
2. और यह हकीकत लोगों के सामने बराबर आती रही है कि सन 1993 में मान्यवर श्री कांशीराम जी ने सपा-बसपा गठबंधन मिशनरी भावना के तहत बनाई थी, किन्तु श्री मुलायम सिंह यादव के गठबंधन का सीएम बनने के बावजूद उनकी नीयत पाक-साफ न होकर बसपा को बदनाम करने व दलित उत्पीड़न को जारी रखने की रही।
— Mayawati (@Mayawati) April 5, 2023
BSP को सपा ने बदनाम किया
आगे मायावती ने अखिलेश यादव कि पार्टी सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसी क्रम में उस दौरान अयोध्या, श्रीराम मन्दिर व अपरकास्ट समाज आदि से सम्बंधित जिन नारों को प्रचारित किया गया था वे बीएसपी को बदनाम करने की सपा की शरारत व सोची-समझी साजिश थी. मायावती ने आगे लिखा कि अतः सपा की ऐसी हरकतों से खासकर दलितों, अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज को सावधान रहने की सख्त जरूरत.
3. इसी क्रम में उस दौरान अयोध्या, श्रीराम मन्दिर व अपरकास्ट समाज आदि से सम्बंधित जिन नारों को प्रचारित किया गया था वे बीएसपी को बदनाम करने की सपा की शरारत व सोची-समझी साजिश थी। अतः सपा की ऐसी हरकतों से खासकर दलितों, अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज को सावधान रहने की सख्त जरूरत।
— Mayawati (@Mayawati) April 5, 2023
आपको बता दे अखिलेश यादव के बयान पर मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि ये सपा वाले मान्यवर साहब की प्रतिमा का अनावरण क्यों कर रहे हैं? इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इन्हें पता है कि सत्ता की मास्टर चाबी बहन जी के हाथ में जा रही है.आकाश ने आगे कहा कि चौकन्ना रहना साथियों, मान्यवर साहेब ने पहले ही ऐसी ताकतों से सतर्क रहने को कहा है. बहुजन महापुरुषों का अखिलेश ने अपनी सरकार में अपमान किया, सत्ता में वापस आने के लिए हमारे महापुरुषों को याद कर रहे हैं.