Politalka.News/Congress. कांग्रेस को उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है. हार की वजहों और आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की आज बैठक हुई. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सांसद राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं. सूत्रों के मुताबिक बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि, ‘संगठन के हित में जो करना हो कर सकती हूं, कुछ लोगों को लगता है कि गांधी परिवार की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है अगर आप लोगों को ऐसा लगता है तो हम किसी भी प्रकार का त्याग करने के लिए तैयार है’. लेकिन ज्यादातर सदस्यों ने कहा कि सोनिया को बने रहना चाहिए.
बैठक के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि, ‘बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने सोनिया गांधी के नेतृत्व पर भरोसा जताया है’. इधर, वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, ‘सोनिया गांधी के नेतृत्व पर सभी को भरोसा है. वह पार्टी का नेतृत्व करती रहेंगी. बैठक में पार्टी को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा हुई’.
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बैठक में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम, हरीश रावत, राजीव शुक्ला, प्रमोद तिवारी जैसे कई नेता मौजूद रहे. बैठक में अधीर रंजन चौधरी, देवेंद्र यादव आनंद शर्मा, दिग्विजय सिंह, अजय माकन और गुलाम नबी आज़ाद, आनंद शर्मा भी शामिल हुए. बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एके एंटोनी शामिल नहीं हुए. एंटोनी को कोरोना हुआ है.
CWC की बैठक में 5 राज्यों के प्रभारियों ने अपनी रिपोर्ट दी. बैठक में उत्तरप्रदेश में प्रियंका गांधी की मेहनत की सराहना हुई. कहा गया कि, ‘वहां मालूम था परिणाम पक्ष में नहीं आएंगे, लेकिन भविष्य में इसके बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे.’ राहुल गांधी ने अपनी स्पीच में गुजरात प्रभारी डॉ रघु शर्मा का जिक्र किया. CWC की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, ‘कुछ लोगों को लगता है कि गांधी,परिवार की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है. अगर आप लोगों को ऐसा लगता है तो हम किसी भी प्रकार का त्याग करने के लिए तैयार है’. बैठक के बाद राजीव शुक्ला ने कहा, “सबने कहा कि सोनिया गांधी पार्टी का नेतृत्व करती रहें.”
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उधर बैठक से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व का समर्थन करते हुए कहा कि, ‘राहुल गांधी अकेले व्यक्ति हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरे दमखम से मुकाबला कर कर रहे हैं.’ सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘राहुल को कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए. राजनीति में कई तरह की परिस्थिति बन जाती है, उससे घबराना नहीं चाहिए. हम लोगों ने लंबे समय से देखा है, उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, यही भारतीय जनता पार्टी जो आज सत्ता में है, उसे कभी संसद में सिर्फ 2 सीट मिली थी. इसलिए चुनाव में हार-जीत होती रहती है, हम उनसे घबराते नहीं हैं’.
राहुल गांधी के समर्थन में आए कार्यकर्ता
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान कांग्रेस हेडक्वाटर्स के बाहर कार्यकर्ता जमा हुए और उन्होंने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर नारेबाजी की. इसके साथ ही उन्होंने प्रियंका गांधी के समर्थन में भी नारे लगाए.
आपको बता दें कि इस महत्वपूर्ण बैठक से एक दिन पहले मीडिया के एक हिस्से में खबर आई थी कि गांधी परिवार पार्टी के पदों से इस्तीफे की पेशकश कर सकता है, हालांकि कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से इस खबर का खंडन किया और इसे ‘गलत एवं शरारतपूर्ण’ करार दिया था. सोनिया गांधी पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, प्रियंका गांधी के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं. साथ ही, भाई-बहन की जोड़ी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी प्रमुख भूमिका निभाती है.