Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान कांग्रेस में सियासी कलह को लेकर अटकलों का दौर लगातार जारी है. लेकिन हाल ही में हुए एक घटनाक्रम से अंदाजा लगाया जा रहा है कि कांग्रेस का न सिर्फ मिशन राजस्थान शुरू हो गया है बल्कि प्रदेश में सियासी हवाओं का रुख भी अब बदलने लगा है. यही कारण है कि सरकार बनने से पहले पीसीसी चीफ रहते हुए सचिन पायलट द्वारा किए गए वादों को अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरा कर रहे हैं. इसी के चलते माना जा रहा है कि बीते सोमवार को सीएम गहलोत ने एक मीटिंग बुलाकर रोडवेज के रिटायर्ड कर्मचारियों की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा कर दिवाली का तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री ने राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दी जा रही ग्रेच्युटी अन्य परिलाभ की समीक्षा की और इन रिटायर्ड कर्मचारियों की ग्रेच्युटी के पेटे में 476 करोड़ के भुगतान के आदेश जारी किए.
राजस्थान में बदलने लगा सियासी हवाओं का रुख
दरअसल, यहां आपको यह बताना जरूरी है कि गहलोत सरकार की इस घोषणा के पीछे का असल घटनाक्रम क्या है. आपको बता दें, रोडवेज के रिटायर्ड कर्मचारी अपने बकाया ग्रेच्युटी को लेकर साल 2016 से संघर्ष कर रहे थे. जब साल 2018 में राजस्थान में विधानसभा चुनाव थे, तो रोडवेज के कर्मचारियों ने हड़ताल की घोषणा के दी थी और अजमेर में होने वाली पीएम मोदी की रैली में प्रदर्शन की चेतावनी भी दी थी. वहीं तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार बातचीत के लेवल पर ही इस मामले को निपटाने की तैयारी में थी. ऐसे में जयपुर के सिंधी कैंप बस अड्डे पर दिए जा रहे कर्मचारियों का धरना-प्रदर्शन में उस समय के तत्कालीन पीसीसी चीफ सचिन पायलट इन कर्मचारियों के बीच पहुंचे थे.
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उस समय रोडवेज कर्मचारियों के धरने पर पहुंचे सचिन पायलट ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा था. इस दौरान पायलट ने कर्मचारियों की सभी समस्याओं और मांगो को सुना था. वहीं सचिन पायलट ने प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों से वादा किया था कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनते ही, रोडवेज के बुजुर्ग कर्मचारियों की मांगों को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा. पायलट ने कहा था कि, ‘आज हम विपक्ष में है लेकिन कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष होने के नाते में आपको आश्वस्त करता हूं कि दो महीनों बाद प्रदेश में चुनाव है और जनता ने कांग्रेस को आशीर्वाद दे कर भाजपा की विदाई का मन बना लिया है. कांग्रेस की जो सरकार बनेगी उसमें आपकी सभी वाजि़ब मांगों को प्राथमिकता से पूरा करने का काम हम करेगें. इतना ही नहीं अपने घोषणा पत्र में भी हम इस बात को रखेंगे‘. साथ ही पायलट ने ये भी कहा था कि, ‘जनता के आशीर्वाद से जो कांग्रेस की सरकार बनेगी वो आपकी सरकार होगी, उसमें आपकी पूरी भागीदारी होगी.
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अब बीते रोज प्रदेश की गहलोत सरकार द्वारा रोडवेज कर्मचारियों की बहुप्रतीक्षित मांगों पर स्वीकृति देने को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरु हो गया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि हाल ही में 16 अक्टूबर को दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर लौटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीसीसी चीफ रहते सचिन पायलट द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की शुरुआत कर एकजुटता का संदेश देना शुरू कर दिया है. आपको बता दे, सचिन पायलट भी कई बार कह चुके हैं कि हमें मिलकर वह काम करना है जिससे राजस्थान में कांग्रेस की सरकार फिर से बन सके. इसके साथ ही रोडवेज कर्मचारियों की मांगों पर किया गया पायलट का वादा पूरा कर गहलोत सरकार ने राजस्थान में कांग्रेस के मिशन राजस्थान का आगाज भी कर दिया है.