पॉलिटॉक्स न्यूज/मप्र. शिवराज सरकार (Shivraj Government) की कैबिनेट में शामिल हुए पांचों मंत्रियों को उनके विभाग का बंटवारा कर दिया गया है. हालांकि उम्मीद यही जताई जा रही थी कि फिलहाल सीएम शिवराज सिंह विभागों का बंटवारा नहीं करेंगे लेकिन बुधवार सुबह ही पांचों मंत्रियों को उनके विभाग सौंप दिए गए. मुख्यमंत्री के दावेदार रहे नरोत्तम मिश्रा को प्रदेश का गृह मंत्री बनाया गया है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग का प्रभार भी उन्हें ही सौंपा गया है. अन्य चारों मंत्रियों के बीच भी विभागों का बंटवारा कर दिया गया है.
बंटवारे के तहत कमल पटेल को कृषि मंत्रालय तो मंत्रिमंडल में इकलौती महिला मंत्री मीना सिंह को आदिवासी कल्याण विभाग का जिम्मा सौंपा गया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट को जल संसाधन मंत्री और गोविंद सिंह राजपूत को खाद्य विभाग मंत्रालय दिया गया है. सभी मंत्रियों ने मंगलवार को पद एवं गोपनियता की शपथ ग्रहण की थी और उसके तुरंत बाद कैबिनेट की बैठक भी हुई थी.
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- नरोत्तम मिश्रा – गृह एवं लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग
- कमल पटेल – किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्रालय
- मीना सिंह मांड़वे – आदिम जाति कल्याण विभाग
- तुलसी सिलावट – जल संसाधन विभाग
- गोविंद सिंह राजपूत – खाद्य नागरिकत आपूर्ति एवं उपभोक्त संरक्षण सहकारिता विभाग
कैबिनेट मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे के बाद कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने शिवराज सरकार, कैबिनेट और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तीखा तंज कसा. पटवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा, यदि बिकाऊ राम मिलावट (तुलसी सिलावट) और बैंगलोरी सिंह कपूत (गोविंद सिंह राजपूत) बगैर विधायक बने मंत्री बन सकते हैं तो तो मिस्टर विभीषण (ज्योतिरादित्य सिंधिया) बगैर सांसद बने मंत्री क्यों नहीं बन सकते..? गद्दारी का इनाम अलग-अलग क्यों..?
यदि बिकाऊ राम मिलावट और बैंगलोरी सिंह कपूत बग़ैर विधायक बने मंत्री बन सकते हैं,
तो मिस्टर विभीषण-
बग़ैर सांसद बने मंत्री क्यों नहीं बन सकते..?मोदी जी,
ग़द्दारी का इनाम अलग-अलग क्यों..?“ग़लत बात”
— Jitu Patwari (@jitupatwari) April 22, 2020
वहीं अपने एक अन्य ट्वीट में जीतू पटवारी ने लिखा कि यदि 5 लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है तो 28 को क्यों नहीं..? वजह दरअसल ये है कि बीजेपी की अंदरूनी कलह के कारण मध्यप्रदेश को एक पूरा मंत्रीमंडल भी नसीब नहीं हो पा रहा है.
यदि 5 लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है तो 28 को क्यों नहीं..?
दरअसल बीजेपी की अंदरूनी कलह के कारण मध्यप्रदेश को एक पूरा मंत्रीमंडल भी नसीब नहीं हो पा रहा है।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) April 21, 2020
इसी तरह मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि अपना आदर्श हमेशा दूरदर्शी को बनाओ, वर्ना वो खुद भी डूबेगा और तुम्हें डुबायेगा. 22 लोगों को कुंए में कुदवा ही दिया..! दरअसल ये तंज सीधे सीधे सिंधिया पर किया गया है.
अपना आदर्श हमेशा दूरदर्शी को बनाओ,
—वर्ना वो खुद भी डूबेगा, और तुम्हें डुबायेगा।22 लोगों को कुँए में कुदवा ही दिया..!
— MP Congress (@INCMP) April 22, 2020
वहीं एक अन्य ट्वीट में एमपी कांग्रेस ने लिखा कि आने वाले उपचुनावों में ‘जयचंदों’ का मुक़ाबला जनता के साथ-साथ कांग्रेस और बीजेपी से भी होगा. यहां बागी कांग्रेस विधायकों को ‘जयचंद’ कहकर संबोधित किया गया है जो बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. उन्हें में से तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत को शिवराज कैबिनेट में जगह मिल गई है.
आने वाले उपचुनावों में जयचंदों का मुक़ाबला जनता के साथ-साथ कांग्रेस और बीजेपी से भी होगा।
— MP Congress (@INCMP) April 22, 2020
इसके साथ ही कांग्रेस नेता उमंग सिंहर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सिंधिया कोटे के दो मंत्री बनाकर भाजपा ने यह तो स्पष्ट कर दिया कि सिंधिया के 10 मंत्री तो नहीं बनेंगे. देखते हैं सिंधिया अपनी रियासत कितनी बचा पाते है. सिंधिया जी यह भाजपा है’.
सिंधिया कोटे के दो मंत्री बनाकर भाजपा ने यह तो स्पष्ट कर दिया कि सिंधिया के 10 मंत्री तो नहीं बनेंगे, देखते हैं सिंधिया अपनी रियासत कितनी बचा पाते है , सिंधिया जी यह भाजपा हैं ☝️
— Umang Singhar (@UmangSinghar) April 21, 2020