शरद यादव मेरे गुरु- मुलाकात के बाद बोले राहुल गांधी- श्रीलंका की तरह भारत में भी सच आएगा सामने

आज देश में हालात बिलकुल ठीक नहीं, बीते दो-तीन सालों से इस देश से छिपाया जा रहा है सच, लेकिन अब धीरे-धीरे सच सामने आएगा, जैसा रूस ने यूक्रेन में किया, वही भारत के खिलाफ दोहरा सकता है चीन- राहुल

राहुल का केंद्र पर निशाना
राहुल का केंद्र पर निशाना

Politalks.News/Rahul-SharadYadavMeeting. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को वरिष्ठ नेता शरद यादव से दिल्ली स्थित उनके आवास पहुंचकर मुलाकात की. दोनों ही नेताओं के बीच देश के वर्तमान हालातों और विपक्ष को एकजुट करने को लेकर अहम चर्चा हुई. शरद यादव ने राहुल गांधी से हुई इस मुलाकात को बहुत ही ज्यादा हर्षदायी बताया. वहीं मुलाकात के बाद दोनों दिग्गज आवास से बाहर आए और वहां मौजूद मीडिया द्वारा मुलाकात के कारण के सवाल पर जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘शरद यादव मेरे गुरु हैं और मैं अपने गुरु से मिलने आया था, मैंने बहुत कुछ सीखा है इनसे.’ वहीं शरद यादव ने कहा कि, ‘राहुल गांधी आज मुझसे मिलने आये तो मुझे अपार हर्ष हो रहा है. हम दोनों के बीच कई मुद्दों को लेकर बात हुई.’ इस दौरान मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा, साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर भी खुलकर बात की.

24 घंटे कांग्रेस चला रहे हैं राहुल गांधी- यादव
कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार दोपहर राजद नेता शरद यादव से मिलने दिल्ली स्थित उनके निवास पर पहुंचे. हाल ही में शरद यादव लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हुए हैं. दोनों नेताओं ने मुलाकात के बाद मीडिया से भी खुलकर बात की. राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने के सवाल को लेकर शरद यादव ने कहा कि, ‘मेरा मानना है कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए, तभी कुछ बड़ा हो सकेगा. आज देश में बहुत बुरे हालत हैं. देश में जारी इन्हीं परेशानियों को लेकर हम दोनों के बीच चर्चा हुई. यदि कोई कांग्रेस को 24 घंटे चला रहा है तो वह राहुल हैं. मैं सोचता हूं कि उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए.’ वहीं इस पर राहुल गांधी ने कहा कि, ‘इस मसले पर विचार किया जाएगा.’

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श्रीलंका की तरह भारत में सच आएगा सामने- राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि, ‘मैं भी शरद यादव के इस बयान से सहमत हूं कि आज देश में हालात बिलकुल ठीक नहीं है. बीते दो-तीन सालों से इस देश से सच छिपाया जा रहा है, लेकिन अब धीरे-धीरे सच सामने आएगा. कुछ ऐसा ही श्रीलंका में हुआ और वहां जनता के सामने सच आ गया है. भारत में भी सच सामने आएगा. अर्थशास्त्री और नौकरशाह दूसरे देशों को देखकर अपनी योजना बनाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं हमें उनके जैसा बनना है लेकिन ऐसा नहीं किया जा सकता. सबसे पहले, हमें यह महसूस करना होगा कि हम कौन हैं और यहां क्या हो रहा है.’

आज पुरे देश में फैलाई जा रही है नफरत- राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि, ‘बीते 2 से 3 सालों में मीडिया, संस्थानों, भाजपा नेताओं और आरएसएस ने सच्चाई को छिपाया है. भारत को अलग-अलग समूहों में बांट दिया गया है. पहले यह एक राष्ट्र हुआ करता था, लेकिन उन्होंने अब अलग-अलग देश इसके अंदर बनाने की कोशिश की है. इन सभी को एक-दूसरे के सामने खड़ा किया जा रहा है. जब यह होता है तो फिर हिंसा होती है. भले ही आज मुझ पर भरोसा न किय़ा जाए, लेकिन 2 से 3 साल के इंतजार के बाद यह नजर आएगा.’ राहुल गांधी ने कहा कि, ‘आज पुरे देश में नफरत फैलाई जा रही है और देश को बांटा जा रहा है. हमें देश को एकजुट करना है और भाईचारे के रास्ते पर चलना है, जो कि देश के इतिहास का हिस्सा रहा है.’

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जैसा रूस ने यूक्रेन में किया, वही भारत के खिलाफ दोहरा सकता है चीन- राहुल
रूस यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘रूस का कहना है कि वह यूक्रेन की संप्रभुता को स्वीकार नहीं करता है. वह यूक्रेन के डोनेत्सक और लुहान्सक क्षेत्रों को उसका हिस्सा ही नहीं मानता है. इसी आधार पर रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया. आखिर उसका उद्देश्य क्या है. वह यूक्रेन, नाटो और अमेरिका के गठबंधन को तोड़ना चाहता है.’

भारत चीन सीमा विवाद का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘ठीक यही सिद्धांत चीन भारत पर लागू करना चाहता है. वह कहता है कि लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश भारत के हिस्से नहीं हैं और उसने इन इलाकों के पास अपनी सेना को तैनात कर रखा है. सरकार उसकी इन हरकतों को नजरअंदाज कर रही है. लेकिन हमारे पास रूस और यूक्रेन के तौर पर एक मॉडल है. यह यहां भी लागू हो सकता है. मेरा ऐसा मानना है कि अब सरकार सच्चाई को स्वीकार नहीं कर रही है. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे सच्चाई को स्वीकार कर लें और उसके मुताबिक तैयारियां शुरू कर दें. क्योंकि यदि हम तैयारी नहीं करेंगे तो फिर स्थितियां बिगड़ने पर हम किसी लड़ाई के लिए सक्षम नहीं होंगे.’

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