Prakash Ambedkar on Sharad Pawar, NCP with BJP. हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना से गठबंधन करने वाले बाबासाहेब अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने एक चौंकाने वाला दावा करते हुए सियासत को गरमा दिया है. प्रकाश ने दावा किया है कि शरद पवार आज भी बीजेपी के साथ हैं और जल्दी ही ये बात सबको समझ आ जाएगी. अपने दावे के पक्ष में प्रकाश अंबेडकर एक पुरानी घटना का हवाला दिया. आंबेडकर ने कहा कि अजित पवार ने जब देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी तब उन्होंने एक इंटरव्यू दिया था. इसमें अजित पवार ने इस बात पर हैरानी जताई थी कि उन्हें दोष क्यों दिया जा रहा है? यह (बीजेपी के साथ जाना) तो उनकी पार्टी में लोकसभा चुनाव से पहले ही तय हो गया था.
संविधान निर्माता बाबासाहेब अंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच पहले से जारी छुपा हुआ प्यार जल्दी ही सबके सामने आ जाएगा. शरद पवार की राजनीति देर से ही सही, सबको समझ आएगी. प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि शिवसेना के उद्धव ठाकरे को सत्ता की जरूरत नहीं थी. उसे सिर्फ बीजेपी का हाथ छोड़ना था. दूसरी तरफ एनसीपी और कांग्रेस को सत्ता की जरूरत थी. इस तरह राज्य में एक नया राजनीतिक समीकरण तैयार हुआ और महाविकास आघाड़ी की बुनियाद रखी गई.
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बता दें कि शिवसेना के ठाकरे गुट और प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाड़ी के बीच गठबंधन की घोषणा बीते सोमवार (23 जनवरी) को ही हुई है. लेकिन कांग्रेस और एनसीपी ने इस गठबंधन को लेकर ठंडा रेस्पॉन्स दिया. सच्चाई यह है कि प्रकाश आंबेडकर सिर्फ ठाकरे गुट की बजाए महाविकास आघाड़ी में चौथी पार्टी की हैसियत से अपनी जगह बनानी चाह रहे थे. इसके बाद एक मराठी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने शरद पवार को जम कर टारगेट किया
वहीं प्रकाश आंबेडकर के इस इल्जाम का जवाब देते हुए एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि अजित पवार ने ऐसा कोई इंटरव्यू दिया होगा, इस पर विश्वास नहीं होता. राज्य तब राष्ट्रपति शासन के दरवाजे पर खड़ा था. राज्य से राष्ट्रपति शासन ना लगे, इसलिए हो सकता है कि ऐसा कोई फैसला तब लिया गया हो. बाद में अजित पवार ने महाविकास आघाड़ी सरकार में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में काम किया. पाटिल ने कहा कि एनसीपी में बगावत नहीं हुई है, बल्कि शिवसेना के विधायकों के टूटने से महाविकास अघाड़ी सरकार गिरी है. जबकि एनसीपी ने आखिर तक शिवसेना का साथ दिया है.
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यही नहीं जयंत पाटील ने आगे कहा कि महाविकास आघाड़ी बनाकर उल्टा शरद पवार ने बीजेपी को रोकने का काम किया है. इसकी तारीफ क्यों नहीं करते प्रकाश आंबेडकर? अगर प्रकाश आंबेडकर सचमुच बीजेपी विरोधी हैं तो उन्हें शरद पवार की भूमिका का स्वागत करना चाहिए. प्रकाश आंबेडकर शरद पवार के पुराने विरोधी हैं. हमारे लिए अहम यह है कि आंबेडकर का बीजेपी के विरोध में क्या स्टैंड है. बीजेपी की विरोधी शक्तियों का एक होना जरूरी है, तभी महाराष्ट्र में बीजेपी को हराया जा सकता है.