महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी नेता अजित पवार ने एक बयान देते हुए खलबली मचा दी है. उन्होंने कहा कि शरद पवार ने ही उनसे सत्ता में भागीदारी के लिए कहा था. सुप्रिया सुले यह सब जानती थी. अजित पवार ने ये भी कहा कि शरद पवार हमसे कहते कुछ और थे, करते कुछ और थे. शरद पवार खुद ही NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहते थे लेकिन जब उन्हें इस्तीफा वापिस लेना था तो इस्तीफा दिया ही क्यों था. अजित पवार रायगढ़ के कर्जत में हुए एनसीपी अधिवेशन में बोल रहे थे. अजीत पवार एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे हैं और वर्तमान में एनसीपी पर अधिकार जता रहे हैं.
अलग होने से पहले सुप्रिया को सब कुछ पता था
अजित पवार ने कहा कि शरद पवार ने लगातार अपनी भूमिका बदली. इस घटनाक्रम की सारी जानकारी सुप्रिया सुले को थी. उन्होंने कहा कि प्रफुल्ल पटेल, अजित पवार, छगन भुजबल, सुनील तटकरे, जयंत पाटिल, अनिल देशमुख, रामराजे नाइक निंबालकर, दिलीप वलसे पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, हम में से 10-12 लोग देवगिरी में बैठे थे. हम सोच रहे थे कि आगे क्या करें. फिर हमने सुप्रिया को बुलाया, क्योंकि हमें लग रहा था कि अगर सीधा शरद पवार को बताया तो वह क्या सोचेंगे. इसलिए पहले सुप्रिया को सब कुछ बताया.
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तब सुप्रिया ने 8-10 दिन का वक्त मांगा था और कहा कि ये उन पर छोड़ दीजिए कि करना क्या है, वे शरद पवार को मना लेंगी. अजित समेत बाकी नेताओं ने 8 दिन इंतजार किया. फिर साथ बैठकर फैसला किया कि हमें ही साहब (शरद पवार) से बात करनी चाहिए, क्योंकि विधायकों के कामकाज पर रोक लगा दी गई थी.
शरद पवार ने फोन कर सत्ता में शामिल होने को कहा
सरकार में डिप्टी सीएम अजित पवार ने आगे बताया कि इसके बाद वे सीधा शरद पवार के पास गए और उन्हें अपना फैसला सुना दिया. इसके बाद शरद ने कहा था कि ठीक है. देखते हैं क्या करना है. फिर हम यशवंतराव चव्हाण इंस्टीट्यूट गए. समय बीत रहा था. हमने उनसे कहा कि जल्दी फैसला लीजिए. फिर बोले, ठीक है. बकौल अजित- 1 मई को ध्वज सलामी इवेंट के दौरान शरद ने उन्हें फोन किया और सरकार में शामिल होने के लिए कहा. साथ ही यह भी कहा कि वे NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं.
पहले इस्तीफा दिया, फिर विरोध करवाया
अजित पवार ने ये भी बताया कि शरद पवार इस्तीफा देंगे यह बात किसी को नहीं पता थी. इस बारे में घर में सिर्फ चार लोग ही जानते थे. फिर शरद ने इस्तीफा दे दिया. 15 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई. कमेटी ने बैठकर अध्यक्ष चुनने को कहा. 2 मई को बुक लॉन्चिंग इवेंट में जब शरद पवार ने इस्तीफा दिया तो हर कोई हैरान रह गया.
इसके बाद शरद पवार घर चले गए. फिर लोगों के रिएक्शन आने शुरू हो गए. इस्तीफा देने के बाद आनंद परांजपे और जीतेंद्र आव्हाड को बुलाया गया. उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए यशवंतराव सेंटर के सामने प्रदर्शन करने कहा गया. मुझे पता नहीं क्यों? अगर आप इस्तीफा नहीं देना चाहते थे, तो न देते.
13 साल में 5 बार डिप्टी सीएम बने अजित पवार
शरद पवार ने 2 मई को पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद अजित पार्टी अध्यक्ष बने थे. हालांकि बाद में शरद ने अपना फैसला वापस ले लिया था और अजित पवार ने अपना अलग गुट बनाकर महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल होने का फैसला किया था. जुलाई 2023 में उन्हें डिप्टी CM बनाया गया. बीते 13 साल में अजित पवार को पांचवीं बार डिप्टी सीएम बनने का मौका मिला है. वे दो बार कांग्रेस की पृथ्वीराज चव्हाण, एक बार बीजेपी की देवेंद्र फडणवीस सरकार, एक बार शिवसेना के उद्धव ठाकरे सरकार और वर्तमान में एकनाथ शिंदे सरकार में उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं.