- पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रहा घमासान चुनाव के नतीजे आने के बाद भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद फरोख्त को लेकर पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर आरोप लगाए तो चुनाव खत्म होने के बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कांग्रेस पर 23 विधायकों से बड़ी डील करने ओर इसका जल्द खुलासा करने की बात की. सतीश पूनियां द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया है.
गौरतलब है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने शनिवार को पत्रकारों से रूबरू होते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस सरकार ने निर्दलीय और दूसरे दलों के 23 विधायकों से रीको में प्लॉट, खान आवंटन, कैश ट्रांजैक्शन जैसी डील की है. बहुत जल्द इसका प्रमाण देंगे. पूनियां के आरोपों के बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई है.
पूनियां द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर रविवार को निर्दलीय विधायक संयम लोढा ने पूनियां के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव विधानसभा सचिव प्रमिल कुमार माथुर को सौपा. विधायक संयम लोढ़ा द्वारा दिया गया विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव विधानसभा के कार्य संचालन और प्रक्रिया के नियम 157, 158 और 159 के तहत दिया है.
यह भी पढ़ें: अब सतीश पूनियां करेंगे बाड़ाबंदी के दौरान 23 विधायकों से की गईं कांग्रेस की बड़ी डील्स का खुलासा
विधानसभा सचिव प्रमिल माथुर के समक्ष विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बाद निर्दलीय विधायक संयम लोढा ने कहा कि भाजपा विधायक और प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने यह आरोप लगाया था कि 23 विधायकों को खान और रीको के प्लाट आवंटित किए गए. पूनियां ने यह भी कहा कि इसके प्रमाण है. सतीश पूनियां के आरोप निराधार है. पूनियां के इस आचरण से राजस्थान विधानसभा की गरिमा, विधायकों की छवि खराब हुई है. इसलिए पूनियां के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया गया है.