गहलोत की ‘बॉस’ है वसुंधरा, पेपरलीक व भ्रष्टाचार को लेकर 11 मई को जन संघर्ष यात्रा निकालेंगे पायलट

पायलट ने CM गहलोत पर बोला सबसे बड़ा हमला, कहा- सोनिया गांधी नहीं, वसुंधरा राजे है सीएम गहलोत की नेता, हमारे किसी भी साथी ने अनुशासन तोड़ने का काम कभी नहीं किया, इसके साथ ही सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आगामी 11 मई से अजमेर से 'जनसंघर्ष पदयात्रा' निकालने का किया बड़ा ऐलान, पायलट ने कहा- यह पदयात्रा वे लोगों के हितों के लिए, भ्रष्‍टाचार के खिलाफ और नौजवानों के संरक्षण के लिए निकाल रहे हैं

sachin pilot on gehlot
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Sachin Pilot’s big statement about CM Gehlot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चली आ रही सियासी अदावत आज एक बार फिर खुलकर सामने आई. सीएम गहलोत के बयान के बाद आज सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर जमकर निशाना साधा. पायलट ने कहा की सीएम गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे सिंधिया है. इसके साथ ही पायलट ने पेपर लीक मामलों को लेकर 11 मई को अजमेर से जयपुर 125 किलोमीटर की जन संघर्ष पदयात्रा निकालने का एलान किया.

सचिन पायलट ने आज अपने जयपुर आवास पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए सीएम के बयान पर करारा हमला बोलते हुए कहा की सीएम गहलोत के धौलपुर में दिए भाषण को सुनने के बाद ये लगता है की सीएम गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे सिंधिया हैं. एक तरफ कहा जा रहा हैं की भाजपा ने सरकार गिराने का काम किया, वहीं दूसरी तरफ कहा जा रहा है वसुंधरा राजे सरकार बचाने का काम कर रही थी. यह विरोधाभास है, स्पष्ट करना चाहिए की आप कहना क्या चाहते है. मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन चाहतें थे, इसलिए हम दिल्ली गए थे.

सचिन पायलट ने बताया की पेपरलीक और भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर मैंने निर्णय लिया है कि मैं 11 मई को अजमेर से जयपुर तक 125 किलोमीटर की जनसंघर्ष पद यात्रा निकालूंगा. जनता के बीच जाऊंगा और नौजवान के हितों के लिए जन संघर्ष पदयात्रा निकालूंगा. अजमेर से जयपुर तक की यह यात्रा 5 दिन में पूरी होगी. यह यात्रा किसी के विरोध में ना होकर जनता के पक्ष में है, जनता की आवाज बनने की हम कोशिश करेंगे. मैं ऐसा मानता हूं कि जो पब्लिक लाइफ में है, उन नेताओं को जनता के सामने नतमस्तक होना पड़ेगा. मैं भ्रष्टाचार के मुद्दे पहले भी उठा रहा था, आज भी उठा रहा हूं, आगे भी उठता रहूंगा. चुनाव में 7 महीने बचे हैं हम अपने जनता से किए वादे पूरे करवाएंगे.

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सचिन पायलट ने कहा की बीते दिनों मुझे कोरोना, गद्दार, निकम्मा बहुत कुछ कहा गया. सीएम गहलोत द्वारा अपने ही नेताओं को बदनाम करने का काम किया जा रहा हैं. वहीं बीजेपी नेताओं का गुणगान किया जा रहा हैं. यह हमारे समझ से परे है. यह जो आरोप मुझपर लगाए गए है इस तरह के आरोप मैं पिछले ढाई साल से सुन रहा हूं. ये आरोप भी ऐसे ऐसे विधायको पर लगाए जा रहे है, जिन्होंने 100 करोड़ रुपए तो छात्रों के लिए दान कर दिए. हेमाराम ने स्वर्गीय बेटे के नाम छात्रावास बनाया, जिन्होंने करोड़ो की जमीन दान दी. मैं ऐसे आरोपों को नकारता हूं.

सचिन पायलट ने कहा की आपके पास सबूत है और तीन साल से कोई कार्रवाई आपने नहीं की यह बड़ा सवाल खड़ा करता है. पायलट ने 25 सितंबर की घटना का जिक्र करते हुए कहा की कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने अजय माकन और खड़गे साहब को विधायकों की बैठक के लिए भेजा लेकिन बैठक नहीं हो पाई. हमारी नेता सोनिया गांधी ने माकन को जयपुर भेजा, लेकिन उनकी मीटिंग ही नहीं हो पाई. पार्टी विरोधी तो ये गतिविधि हैं. उस समय गद्दारी हुई, विधायकों से जबरदस्ती इस्तीफा दिलवाया गया, वो गद्दारी अनुशासन हीनता थी. हमारे ऊपर अमित शाह से मिले होने का आरोप लगाया जाता हैं. ऐसे ही आरोप मैं मंच पर जाकर लगाऊं तो यह शोभा नहीं देता है. मैं वसुंधरा राजे सरकार के घोटालों की जांच करने को लेकर लगातार सरकार को चिट्ठियां लिख रहा हूं. अब मुझे समझ में आया है कि यह जांच क्यों नहीं हो पा रही है, अब मैं नाउम्मीद हूं.

सचिन पायलट ने कहा की हमारी सरकार बनने के बाद जब मैं उप मुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ था उस समय 2020 में मुझे देशद्रोह व राजद्रोह में फंसाने का प्रयास किया गया. प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने एक कमेटी गठित कर रोडमेप बनाया, उसके बाद हम सभी ने जी जान से मेहनत की. हमारे किसी भी साथी ने अनुशासन तोड़ने का काम कभी नहीं किया.

 

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