solanki on gehlot
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Rajasthan Politics: राजस्थान के नवसृजित जिलों के उद्धघाटन का आज जयपुर के बिड़ला सभागार में मुख्य कार्यक्रम रखा गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिरकत की. इस कार्यक्रम के दौरान मंच पर जयपुर जिले के मंत्रियों व कांग्रेस विधायकों को जगह दी गई वहीं पायलट खेमें के चाकसू से विधायक वेदप्रकाश सोलंकी को जगह नहीं दी गई. इससे खफा होकर विधायक सोलंकी कार्यक्रम से बाहर आ गए और पत्रकारों से कहा कि अफसर शाही हावी है.

विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जनता ने मुझे विधायक चुना है, कार्यक्रम में मुझे मंच या नीचे कहीं तो बिठाना था, लेकिन मुझे जगह नहीं दी गई. विधायक सोलंकी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में अफसरशाही हावी है. मुख्यमंत्री गहलोत ने अच्छे काम किए हैं, उस पर अफसर पानी फेर रहे हैं.

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विधायक सोलंकी ने कहा कि बिड़ला सभागार में उन्हें पुलिस अफसर मिले, जिन्होंने कहा कि कुछ पुलिसकर्मी उनके साथ भेज रहे हैं जो उन्हें सभागार में बिठा देंगे. इसके बाद सोलंकी मंच की तरफ गए तो उन्हें मंच पर जाने से रोक दिया गया. विधायक सोलंकी ने पत्रकारों के सवाल क्या मामला हुआ कि उन्हें मंच पर नहीं बैठने दिया गया, इस पर सोलंकी ने कहा कि ये तो सम्बंधित अधिकारी ही बता पाएंगे. सरकार के नुमाइदें पुलिस के अधिकारी थे, कुंअर राष्ट्रदीप, डीसीपी आदि थे, उन्होंने कहा कि वो अपने आदमी मेरे साथ भेज रहे हैं, लेकिन उन्होंने नहीं भेजे. जब मंच पर गया तो वहां मुझे रोक लिया गया.

विधायक सोलंकी ने कहा कि जहां भी इस तरह के कार्यक्रम हो जनप्रतिनिधियों की सीट होती है, चाहे मंच पर हो या मंच पर नहीं तो मंच के नीचे तो होती है, जहां भी व्यवस्था है बिठाना चाहिए. पुलिस अधिकारियों ने कोई आदमी साथ नहीं भेजा और न ही अरेंजमेंट किया गया. वहां बैठना था लेकिन सीटिंग अरेजमेंट ही नहीं था. जहां भी व्यवस्था हो वहां बैठाना चाहिए.

विधायक सोलंकी ने कहा कि अच्छे खासे माहौल में एतिहासिक निर्णय हुआ है. पचास जिले बन रहे हैं, लेकिन ऐसे मामले में हमारी छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. मुख्यमंत्री गहलोत ने अच्छे काम किए हैं उस पर पानी फिर रहा है. सारे विधायकों को मंच पर बिठाया नहीं तो मंच के अलावा राजनीतिक जनप्रतिनिधियों के लिए कहीं तो जगह रखनी चाहिए.

विधायक सोलंकी ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में अफसरशाही तो हावी है. मेरी बात मंत्री तक तक बात पहुंचानी चाहिए थी, अगर वो कहते तो मंच पर लेना चाहिए, लेकिन उन्होंने बताया ही नहीं. विधायक सोलंकी ने पायलट समर्थक विधायक होने के कारण भेदभाव के सवाल पर कहा कि किसी के भी समर्थक हैं, लेकिन जनता ने चुनकर भेजा है , पहले कांग्रेस के विधायक हैं.

विधायक सोलंकी ने कहा कि हमारे अनुरोध पर जयपुर ग्रामीण जिले का गठन किया गया. समारोह में मुझे आमंत्रित किया हुआ था. हम मुख्यमंत्री गहलोत का धन्यवाद देने और समारोह में गवाह बनने आए थे, लेकिन ये कौन लोग हैं, जो अच्छा काम पर पानी डाल रहे हैं. इनका पता लगाना होगा. मेरे साथ हुए व्यवहार के लिए फोटो पब्लिश होंगे तो सत्ताधारी पार्टी के विधायक को बाहर निकाला छपेगा तो छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा.

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