Rajasthan Politics: जयपुर हेरिटेज की पूर्व महापौर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर के भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद ‘महाभ्रष्ट कांग्रेस सरकार की लाल डायरी’ ने शहरभर में बवाल मचाया हुआ है. इस बवाल के पीछे पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी है जिसे उन्होंने भरी विधानसभा में लहराई थी. अब जयपुर शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में उसी लाल डायरी के पोस्टर लगे हुए नजर आ रहे हैं. इन पोस्टर पर लिखा है ‘महाभ्रष्ट कांग्रेस सरकार की लाल डायरी.’ बीजेपी मीडिया प्रकोष्ठ ने पोस्टर के वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. यह पोस्टर किसने लगवाए, फिलहाल यह सामने नहीं आया हैं. हालांकि इन पोस्टर्स के बाद कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ गई है.
दरअसल, 24 जुलाई को विधानसभा में बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने विधानसभा में स्पीकर सीपी जोशी के सामने एक लाल डायरी लहराई थी. उन्होंने दावा किया था कि इस लाल डायरी को उन्होंने उस समय आरटीडीसी चैयरमेन धर्मेन्द्र राठौड़ के यहां से निकाला था, जब उनके यहां आईटी की रेड पड़ी थी. गुढ़ा ने ये भी दावा किया कि इस डायरी में कांग्रेस के कई सीनियर नेताओं के काले कारनामे दर्ज हैं. उसके बाद लाल डायरी के मुद्दे पर बीजेपी विधानसभा में जमकर हंगामा किया था. वहीं विधानसभा के बाहर सांकेतिक रुप से लाल डायरी का कवर पेज जारी करके विरोध जताया था.
अब गुलाबी नगरी में ‘महाभ्रष्ट कांग्रेस सरकार की लाल डायरी’ के पोस्टर अटे पड़े हैं. यह पोस्टर सिंधी कैंप बस स्टैण्ड के एंट्री गेट, उसके सामने के मेट्रो पिलर, रेलवे स्टेशन पुलिया, चांदपोल मैट्रो स्टेशन व पुलिस कमिश्नरेट के सामने वाली दीवार पर यह पोस्टर लगे हुए हैं. बीजेपी मीडिया प्रकोष्ठ ने पोस्टर के वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. इन पोस्टर्स के बाद कांग्रेस खेमे में खलबली मची हुई है. कांग्रेस के कुछ नेताओं ने बीजेपी पर इस तरह के पोस्टर शहरभर में लगवाने का आरोप लगाया है. हालांकि बीजेपी की ओर से आरोपों का स्पष्ट खंडन किया गया है.
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इससे पहले राजस्थान की गहलोत सरकार जयपुर हेरिटेज की पूर्व महापौर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर के भ्रष्टाचार मामले में चहूं ओर घिरी हुई है. दो दिन पहले जयपुर हेरिटेज की तत्कालीन महापौर मुनेश गुर्जर के घर पर एसीबी ने छापा मारा था जिसमें मुनेश के पति सुशील गुर्जर व 2 दलालों को एसीबी ने 2 लाख रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस की घेराबंदी करनी शुरू कर दी थी.
इसके बाद मुनेश गुर्जर को महापौर पद से निलंबित कर दिया गया है. आगामी समय में उनकी कांग्रेस से सदस्यता भी जा सकती है. महापौर के पति ने अपने उपर लगे आरोपों का खंडन किया है. इधर, निलंबन के बाद मुनेश गुर्जर ने पति का साथ देने की बात कही है. मुनेश ने कहा कि मैं सत्य के साथ हूं और आरोप झूठे हैं. राजनीतिक षड्यंत्र के तहत हमें फंसाया गया है. पूर्व महापौर ने कहा कि हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचे जा रहे हैं. हमें कानून और ईश्वर पर पूरा भरोसा है. मैंने किसी भी प्रकार का कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है.