SocialMediaViral. इन दिनों सोशल मीडिया पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का एक पोस्टर वायरल हो रहा है. इस पोस्टर में बाबा साहब को भगवा कपड़ों में दिखाया गया है और उनके माथे पर टीका लगा हुआ है. संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर की पुण्यतिथि पर यह पोस्टर हिंदू मक्कल काची की ओर से तमिलनाडू के कुंबकोणम में लगाया गया है. उसके बाद इस पोस्टर को किसी ने सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिस पर अब जमकर बवाल हो रहा है. इसके बाद हिंदू मक्कल काची पर धार्मिक कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने के आरोप लग रहे हैं. इधर, हिंदू मक्कल काची के संस्थापक अर्जुन संपत ने कहा कि आंबेडकर एक राष्ट्रीय नेता है. यह जागरूकता के मकसद से किया गया है.
विदुथलाई चिरुथिगल काची के नेता और सांसद तोलकाप्पियन थिरुमावलवन ने इस पोस्टर को ट्वीट करते हुए सवाल उठाए हैं. उन्होंने पोस्टर को बाबा साहेब को नीचे दिखाने का तरीका करार देते हुए कहा कि कुछ लोगों ने अंबेडकर का भगवाकरण कर दिया गया, जिन्होंने विष्णु या ब्रह्मा की पूजा करने से इनकार कर दिया था. ऐसे धार्मिक कट्टरपंथी जिन्होंने आंबेडकर को भगवा शर्ट और माथे पर पवित्र विभूति के साथ चित्रित किया है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
यह भी पढ़ें: ट्रेंड के विपरीत गुजरात चुनाव में मत प्रतिशत का कम होना BJP के लिए चिंताजनक, सीटें गिरने का है संकेत
इधर, हिंदू मक्कल काची के नेता अर्जुन संपत ने कहा कि जागरूकता पैदा करने के लिए का भगवाकरण किया गया है. उन्होंने कहा, ‘थिरुमावलवन की अपनी राय है, लेकिन सच यह है कि अंबेडकर भगवा प्रेमी थे. उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था, जिसका भगवा प्रतीक है. हमने थिरुमावलवन के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए आंबेडकर का भगवाकरण किया है, जो आंबेडकर का ‘पेरियाराइज’ करने की कोशिश कर रहे हैं.’
गौरतलब है कि आंबेडकर की पुण्यतिथि 6 दिसंबर को मनाई जाती है. इसे महापरिनिर्वाण दिवस के तौर पर मनाया जाता है. बाबा साहेब आंबेडकर का निधन 6 दिसंबर, 1956 को नई दिल्ली में हुआ था. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महापरिनिर्वाण दिवस पर टवीट करते हुए संविधान निर्माता व भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की.
यह भी पढ़ें: राजस्थान की जनता को अपराधों से मुक्ति कब दिलाएंगे? पूनियां ने राहुल गांधी से पूछा दूसरे दिन का सवाल