Uddhav Thackeray on RSS on the issue of Hindutva. महाराष्ट्र में रातों रात हुए सत्ता के तख्तापलट को बहुत समय बीत चुका है, लेकिन तीखी बयानबाजी का दौर बदस्तूर जारी है. बता दें, महाराष्ट्र में हिन्दुत्व का मुद्दा सबसे ज्वलंत मुद्दा है जिस पर बीजेपी, शिंदे गुट की शिवसेना और उद्दव ठाकरे वाली शिवसेना में जमकर ठनी हुई है. हाल में आदित्य ठाकरे ने शिंदे गुट के नेताओं को गद्दार कहकर धुत्कारा था. अब पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख (यूबीटी) उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट को देशद्रोही कहकर संबोधित किया. इसके साथ साथ उद्धव ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और बीजेपी को हिन्दुत्व के मुद्दे पर आड़े हाथ लिया. ठाकरे ने कहा कि भागवत मस्जिद गए और बीजेपी ने जम्मू कश्मीर में पीडीपी से गठबंधन किया तो क्या हिन्दुत्व छोड़ दिया? मुंबई में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के डॉ.बीआर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ गठबंधन के दौरान आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे.
बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर मीडिया से चर्चा के दौरान उद्धव ने महाराष्ट्र की मौजूदा शिंदे सरकार पर जमकर हमला किया. उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘अभी तक महाराष्ट्र में चुनाव की कोई घोषणा नहीं हुई है. मैं देशद्रोहियों (शिंदे गुट) को चुनाव कराने की चुनौती देना चाहता हूं… अगर उनमें (शिवसेना शिंदे गुट और बीजेपी में) दम है तो उन्हें चुनाव की घोषणा करनी चाहिए.’
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वहीं बीजेपी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, ‘RSS प्रमुख मोहन भागवत मस्जिद गए थे, तो क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया? जब बीजेपी ने पीडीपी के साथ गठबंधन किया तो क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया था? वे जो कुछ भी करते हैं वह सही है और जब हम कुछ करते हैं, तो हम हिंदुत्व छोड़ देते हैं, यह सही नहीं है.’
वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ किया गठबंधन
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने डॉ.बीआर
अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ गठबंधन किया है. इस अवसर पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश निरंकुशता की ओर बढ़ रहा है. राजनीति में अब कुछ कुप्रथाएं हैं और उन्हें खत्म करने के लिए इन दोनों नेताओं के उत्तराधिकारी और उनके आसपास के लोग देशहित और लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए साथ आ रहे हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि मेरे दादा केशव ठाकरे, जिन्हें प्रबोधनकर ठाकरे के नाम से भी जाना जाता है, वे और प्रकाश अंबेडकर के दादा यानी डॉ. बीआर अंबेडकर समकालीन थे. इन दोनों ने एक-दूसरे की प्रशंसा की और सामाजिक बुराइयों और कुप्रथाओं को मिटाने के लिए काम किया.
दोनों पार्टियों का गठबंधन राजनीति में लाएगा नया बदलाव
इस मौके पर वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर शिवसेना (यूबीटी) और वीबीए का गठबंधन महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया बदलाव लाएगा. इस कदम से राजनीतिक समीकरण बदलेंगे. वीबीए प्रमुख ने उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश की इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कोई नहीं बदल सकता है. लेकिन ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जहां कुछ पार्टियों ने अपने सहयोगियों को कम करने और खत्म करने की कोशिश की, लेकिन राजनीतिक दल की जीत का फैसला करना लोगों पर निर्भर है.