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Adipurushcontroversy. दक्षिण भारत के सुपरस्टार प्रभास स्टारर पौराणिक महाकाव्य रामायण पर बनी ​रामायण पर आधारित फिल्म आदिपुरुष अब विवादों में घिरते नजर आ रही है. फिल्म में दिखाए गए कुछ संवादों को लेकर फिल्म आदिपुरुष 16 जून को रिलीज होने के फौरन बाद से ट्रोल हो रही है. आमजन भी सोशल मीडिया पर फिल्म के निर्माता, निर्देशक और लेखक को काेस रहे हैं. 90 के दशक में रामायण में काम कर चुके अरूण गोविल सहित अन्य कलाकारों ने भी इस फिल्म पर सवाल उठाए हैं.

हालांकि फिल्म के लेखक और गीतकार मनोज मुंतशिर शुक्ला ने कुछ संवादों को संशोधित करने पर हामी भरी है लेकिन उससे पहले मोदी सरकार में शामिल दो केंद्रीय मंत्रियों ने इस फिल्म को बैन करने की मांग उठाई है. यहां तक कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर प्रदेश में इस फिल्म को प्रतिबंध लगाने के अपील की है. सीएम बघेल ने भी सेंसर बोर्ड पर सवाल उठाया है. हालांकि अब तक प्रदेश सरकार ने आधिकारिक रूप से इस फिल्म को बैन नहीं किया है.

आदिवासी विभाग की केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए लिखा, ‘फ़िल्म आदिपुरुष, जो रामायण पर आधारित है, जिसमें हमारे आराध्य श्रीराम, माता जानकी, वीर हनुमान एवं अन्य चरित्रों का फिल्मांकन जिस तरीके से किया गया है. पात्रों के मुंह से जिस प्रकार से भद्दे डायलॉग्स बोले गये हैं. इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से आशा करती हूं कि श्री राम के ननिहाल में इस फ़िल्म पर प्रतिबंध लगाने जल्द ही आदेश करेंगे.’

इधर, बिलासपुर से सांसद प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष अरुण साव ने भी फिल्म आदिपुरुष को छत्तीसगढ़ में बैन करने की मांग की है. साव द्वारा जारी किए गए एक बयान में उन्होंने कहा है कि सोशल मीडिया के माध्यम से फिल्म आदिपुरुष के कुछ क्लिप की जानकारी मिली है. फिल्म में भाषा, वेशभूषा और सनातन संस्कारों से छेड़छाड़ किया गया है. ये फिल्म धार्मिक भावना को आहत करती है, मैं कड़े शब्दों में इसकी निंदा करता हूं. छत्तीसगढ़ शासन को ऐसी फिल्म प्रदेश में बैन करनी चाहिए.

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वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, ‘मैंने इसके ​बारे पढ़ा और सुना. अत्यधिक पीड़ा हो रही है कि आख़िर कैसे सेंसर बोर्ड ने एक ऐसी फ़िल्म को सर्टिफिकेट दे दिया जो हमारी आस्था से खिलवाड़ कर रही है, हमारे आराध्य का मजाक उड़ा रही है. केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा.’ आगे उन्होंने लिखा है कि हमारे भांचा राम का अपमान हम नहीं सहेंगे. ज़िम्मेदार लोग माफ़ी मांगें. आदिपुरुष के बहाने भगवान राम और हनुमान की तस्वीर को पहले विकृत किया गया, और अब उनके पात्रों द्वारा अमर्यादित शब्द बुलवाए गए. हमारे आराध्य देव जिनके प्रति हमारी आस्था है उनके पात्रों से ऐसा शब्द बुलवाना आपत्तिजनक है. इसकी मैं निंदा करता हूं.

इससे एक दिन पहले मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि फिल्म में बजरंग बली से बजरंग दल वाले शब्द बुलवाए गए हैं. हमारे जितने भी आराध्य देव हैं उनकी छवि बिगाड़ने का काम हो रहा है. पहले भगवान राम और हनुमान जी का भक्ति से सराबोर सौम्य चेहरा दिखाई देता था. ये तस्वीर हमारे पुरखों ने बनाई थी. लेकिन इस फिल्म में भगवान राम को युद्धक राम और बजरंगबली को एंग्री बर्ड के तौर पर दिखाया जा रहा है. 

गौरतलब है कि फिल्म आदिपुरुष रिलीज होने से पहले बजरंग दल सहित कुछ बीजेपी नेताओं ने इस फिल्म की जमकर तारीफ की थी. यहां त​क कि प्रत्येक सिनेमाहॉल में बजरंग बली के नाम से एक सीट खाली छोड़ी जा रही है. हालांकि रिलीज के बाद फिल्म के डायलॉग्स पर बवाल उठने लगे हैं. इन डायलॉग्स को लिखने वाले राइटर मनोज मुंतशिर को सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है. लोग उनसे सवाल कर रहे हैं कि ऐसे संवाद रामायण के किस वर्जन में लिखे हैं. रामायण में ऐसे शब्दों का कहीं उल्लेख नहीं किया गया है.

हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने फिल्म को बैन करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. अपील में फिल्म के कई सीन, डायलॉग्स और किरदारों को हटाने की मांग की गई है. हालांकि बीजेपी के किसी बड़े नेता का अधिकारिक बयान फिलहाल सामने नहीं आया है.

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