बैंकों ने डिफाल्टर्स का 68,607 करोड़ रुपए का कर्ज किया माफ, कांग्रेस बोली- बीजेपी भगोड़ों के साथ

आरटीआई कानून के तहत RBI ने दी जानकारी, भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी पर करीब साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये का कर्ज बकाया, राहुल गांधी, सुरजेवाला और गहलोत ने किया बीजेपी पर हमला

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पॉलिटॉक्स न्यूज. रिजर्व बैंक द्वारा सूचना का अधिकार (RTI) कानून के तहत दी गई जानकारी के अनुसार देश के छोटे बड़े बैंकों ने 50 बड़े विलफुल डिफाल्टर्स का 68,607 करोड़ रुपए का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया है. इसका मतलब ये है कि अब बैंक इस पैसे को डूबा हुआ मान चुके हैं और ये कर्ज नहीं मिलने वाला है. इस सूची में भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी भी शामिल है. साथ ही नक्षत्र ब्रांड्स लिमिटेड का नाम भी इस लिस्ट में है. इस जानकारी के सामने आने के बाद राहुल गांधी और रणदीप सिंह सुरजेवाला सहित अन्य कांग्रेसी नेता बीजेपी पर हमलावर हो गए हैं. कांग्रेस पार्टी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार भगोड़ों के साथ है. अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी बीजेपी पर हमला बोला है.

आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने सूचना का अधिकार कानून के तहत देश के केंद्रीय बैंक से 50 विलफुल डिफाल्टर्स का ब्योरा और उनके द्वारा लिए गए कर्ज की 16 फरवरी तक की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी थी. इसके बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ये जानकारी दी. RTI के जवाब में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए 50 सबसे बड़े बैंक घोटालेबाजों का 68,607 करोड़ रुपए माफ करने की बात स्वीकार ली. मिली रिपोर्ट के बाद गोखले ने बताया कि जो जानकारी सरकार ने नहीं दी, वह आरबीआई के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी अभय कुमार ने 24 अप्रैल को दी, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. आरबीआई ने बताया कि इस राशि (68,607 करोड़ रुपये) में बकाया और टेक्निकली या प्रूडेंशियली 30 सितंबर, 2019 तक बट्टा खाते में डाली गई रकम है.

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विलफुल डिफाल्टर उन कर्जदारों को कहते हैं जो सक्षम होने के बावजूद जानबूझकर कर्ज नहीं चुका रहे. लेकिन जब इनसे कर्ज वापसी की उम्मीद नहीं रहती तो बैंक इनके कर्ज को राइट ऑफ कर देते हैं यानी बट्टे खाते में डाल देते हैं.

जानकारी के सामने आते ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. राहुल ने सरकार पर बड़े बैंक डिफॉल्टर के नामों को छिपाने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने कहा कि अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के मित्रों के नाम बैंकों ने चोरों की लिस्ट में डाल दिए हैं.

एक ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था कि मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चोरों के नाम बताइए. वित्त मंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया. अब RBI ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के ‘मित्रों’ के नाम बैंक चोरों की लिस्ट में डाले हैं इसीलिए संसद में इस सच को छुपाया गया है’.

बता दें कि मार्च में बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में बैंकिंग फ्रॉड का मामला उठाया था. उन्होंने सरकार से देश के 50 बड़े डिफॉल्टर की जानकारी मांगी थी. इसके जवाब में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि इसमें छुपाने की कोई बात नहीं है. 25 लाख रुपये से जो भी उपर डिफाल्टर होता है, सीआईसी की वेबसाइट पर सारे विलफुल डिफॉल्टर का नाम दिया जाता है. अनुराग ठाकुर के इस जवाब पर संसद में खूब हंगामा हुआ था. लेकिन अब एक नई जानकारी सामने आ रही है.

मिली रिपोर्ट के अनुसार, 50 डिफाल्टर्स की सूची में पहले नंबर पर मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड है जिस पर 5,492 करोड़ रुपये का कर्ज है. चोकसी इस समय एंटीगुआ और बारबाडोस द्वीप समूह के नागरिक है जबकि उसका भांजा व भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी इस समय लंदन में है. सूची में दूसरे स्थान पर आरईआई एग्रो लिमिटेड का नाम है जिस पर 4,314 करोड़ रुपये का कर्ज है. इस कंपनी के निदेशक संदीप झुनझुनवाला और संजय झुनझुनवाला एक साल से प्रवर्तन निदेशालय की जांच के घेरे में हैं.

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भगोड़े हीरा कारोबारी जतिन मेहता की कंपनी विन्सम डायमंड एंड ज्वेलरी के नाम 4,076 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो विभिन्न बैंकों से जुड़े इस मामले की जांच कर रहा है. जाने माने कोठारी समूह की कानपुर की कंपनी रोटोमक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड पर 2850 करोड़ रुपए का कर्ज है. इनके अलावा, गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड्स लिमिटेड ने क्रमश: 1,447 करोड़ रुपये और 1,109 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है.

कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘बैंक लुटेरों द्वारा पैसा लूटो-विदेश जाओ-लोन माफ कराओ ट्रैवल एजेंसी का पर्दाफाश! ‘भगोड़ों का साथ-भगोड़ों का लोन माफ’ बन गया है भाजपा सरकार का मूलमंत्र.’

सुरजेवाला ने संसद में राहुल गांधी के पूछे गए प्रश्न का जिक्र करते हुए कहा कि 16 मार्च, 2020 को संसद में राहुल गांधी ने देश के सबसे बड़े 50 बैंक घोटालेबाजों के नाम मोदी सरकार से पूछे थे. इस पर वित्त मंत्री और सरकार ने षडयंत्रकारी चुप्पी साधकर ये नाम जगजाहिर करने से इंकार कर दिया. अब RTI के जवाब में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए 50 सबसे बड़े बैंक घोटालेबाजों का 68,607 करोड़ रुपये माफ करने की बात स्वीकार ली.

कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि पूरा देश कोरोना की महामारी से लड़ रहा है. रोजी रोटी की मार के चलते देश के करोड़ों मजदूरों को शहर से गांव पलायन करना पड़ा है. 113 लाख फौजी जवानों, मिलिटरी पेंशनरों व सरकारी कर्मचारियों का 37,530 करोड़ रु. महंगाई भत्ता मोदी सरकार ने काट लिया है. लघु उद्योग, दुकानदारी व व्यवसाय ठप हो गए हैं. पर शर्म की बात है कि इसके बावजूद मोदी सरकार द्वारा बैंक डिफॉल्टरों को 68,607 करोड़ रुपये की माफी दी जा रही है. देश प्रधानमंत्री से जवाब मांगता है.

आरबीआई द्वारा किए गए खुलासे पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि आरटीआई के एक प्रश्न में आरबीआई द्वारा किया गया खुलासा चौंकाने वाला है कि भारतीय बैंकों ने 50 शीर्ष विलफुल डिफॉल्टरों के कारण 68,607 करोड़ रुपये के ऋण को बंद कर दिया. इससे पहले जब राहुल गांधी जी ने संसद में देश के 50 शीर्ष बैंक बकाएदारों के नाम पूछे थे तब सरकार के पास कोई जवाब नहीं था. सरकार इन नामों को क्यों छिपा रही थी और इस तरह की चौंका देने वाली रकम क्यों लिखी गई है.

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