Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश की राजनीति में आने वाले 9 दिन सियासी गहमागहमी वाले रहने वाले हैं. एक ओर जहां 5 दिसंबर को अमित शाह (Amit Shah) मरुधरा में ताल ठोकेंगे तो 12 दिसंबर को कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली में कांग्रेसी दिग्गज जयपुर में गरजेंगे. इन दोनों आयोजन की तैयारियां चरम पर हैं तो बयानबाजी का दौर भी जारी है. उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने एक बयान जारी कर कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) आलाकमान के सामने नंबर बढ़ाने के लिए 12 दिसंबर को देशभर के लोगों को इकट्ठा करके राजधानी जयपुर में ‘मंहगाई हटाओ रैली‘ में ला रहे हैं और जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री जी राजस्थान में आपकी सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई बढ़ी है और आप महंगाई कम करने में पूरी तरह फेल साबित हुए हैं’. राठौड़ ने रैली को सफल बनाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है साथ ही कांग्रेस को महंगाई की जननी भी बताया है.
‘महंगाई पर घड़ियाली आंसू बहा रही गहलोत सरकार’
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ‘महंगाई हटाओ रैली’ के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन दिखाने से पहले राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर सबसे महंगा वैट, सबसे महंगी बिजली व सर्वाधिक मंडी टैक्स को कम करके प्रदेश की जनता के समक्ष नजीर पेश करनी चाहिए’. राठौड़ ने कहा कि, ‘क्योंकि महंगाई के लिए गहलोत सरकार सिर्फ घड़ियाली आंसू बहा रही है लेकिन खुद अपने शासन में कुप्रबंधन और जनविरोधी नीतियों के कारण लगातार बढ़ रही महंगाई पर राहत का छिड़काव तक नहीं कर रही है’.
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‘महंगाई के लिए गहलोत सरकार की गलत नीतियां जिम्मेदार’
भाजपाई दिग्गज राजेन्द्र राठौड़ ने महंगाई के लिए गहलोत सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केन्द्र सरकार पर घमंड और अहम जैसे शब्दों के जरिए खुद अपनी प्रशासनिक विफलता की खुन्नस निकाल रहे हैं. वास्तविकता में कांग्रेस को महंगाई हटाओ रैली निकालने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि राज्य में बढ़ती महंगाई के लिए सीधे तौर पर गहलोत सरकार की गलत नीतियां ही जिम्मेदार है’.
‘रैली को सफल बनाने में झौंकी सरकारी मशीनरी’
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने रैली को सफल बनाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है और कहा है कि, ‘महंगाई की जननी खुद कांग्रेस पार्टी है और देश को महंगाई के दलदल में धकेलने का काम भी देश में कई दशकों तक राज करने वाली कांग्रेस सरकार ने किया है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि महंगाई हटाओ रैली को सफल बनाने के लिए कोरोना महामारी के दौरान जनता को भगवान भरोसे छोड़कर सरकारी तंत्र का बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है’.
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राठौड़ का तंज- ‘नैतिकता बची हो तो सीएम साहब कुछ कम करो महंगाई’
चूरू विधायक राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि, ‘राजस्थान में कांग्रेस सरकार 3 वर्षीय कार्यकाल में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की तुलना में पेट्रोल पर 10% व डीजल पर 12% वैट की दरें बढ़ा चुकी है, सर्वाधिक मंडी टैक्स वसूला जा रहा है तथा राज्य के 1.52 करोड़ विद्युत उपभोक्ताओं को स्थायी शुल्क, फ्यूल सरचार्ज व अन्य विभिन्न तरह का शुल्क लगाकर प्रदेश की जनता की जेब ढीली की जा रही है. अगर मुख्यमंत्री जी में जरा भी नैतिकता बची है तो उन्हें सबसे पहले महंगाई को कम करके दिखाना चाहिए’.