Politalks.News/Rajasthan. पेट्रोल-डीजल पर गहलोत सरकार द्वारा वैट नहीं घटाए जाने को लेकर प्रदेश भाजपा अब आंदोलन की तैयारी में है. उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि, गहलोत सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर वैट नहीं घटाया तो भारतीय जनता पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी‘. भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता के दौरान उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने प्रदेश कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला बोला तो वहीं कानून व्यवस्था और पैर पसारते डेंगू को लेकर गहलोत सरकार को घेरा. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की जानकारी देने के लिए भाजपा मुख्यालय में प्रेसवार्ता बुलाई गई थी. इस दौरान राठौड़ उपचुनाव में हार की कलेक्टिव जिम्मेदारी बताते हुए सियासी गलियारों में कई सवाल छोड़ गए.
वैट कम नहीं किया तो सड़कों पर उतरेगी भाजपा- राठौड़
पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने के मामले में भाजपा के दिग्गज राजेन्द्र राठौड़ ने कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधा. राठौड़ ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री गहलोत एक तरह से भारत सरकार के एक्साइज डयूटी कम करने का विरोध कर रहे हैं. सीएम कहते हैं कि केंद्र के एक्साइज डयूटी कम करने से राज्य को पेट्रोल पर एक रुपये 80 पैसे तथा डीजल पर 2 रुपये 60 पैसे का नुकसान हो रहा है. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस के जनघोषणा पत्र में वसुंधरा सरकार में डीजल पर वैट ज्यादा बताते हुए जीएसटी के दायरे में लाने की घोषणा की गई थी. राज्य सरकार पेट्रोल डीजल पर वैट कम करने के बजाय पेट्रोल पर 36 और डीजल पर 26 प्रतिशत वैट वसूल रही है, जो देश में सबसे ज्यादा है. यह कांग्रेस सरकार का दोहरा चरित्र है’. राठौड़ ने चेतावनी देते हुए कहा कि,’राज्य सरकार ने वैट नहीं घटाया तो बीजेपी सड़कों पर आंदेालन करेगी. हम सरकार को वैट कम करने पर मजबूर करेंगे‘.
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पंजाब सरकार के विज्ञापन पर उठाए सवाल
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘पंजाब के नए-नए प्रभारी और राज्य के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और वहां के मुख्यमंत्री ने विज्ञापन देकर पेट्रोल के दाम कम करने का ऐलान किया है. पंजाब सरकार के इस विज्ञापन में वैट सबसे ज्यादा राजस्थान में बताकर आलोचना की गई है. बीजेपी की मांग है कि मुख्यमंत्री राजस्थान में वसुंधरा सरकार जितना वैट कम करें’.
‘डेंगू का डंक के आगे गहलोत सरकार फेल’
विधायक राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि, ‘प्रशासन गांवों के संग अभियान में 16 विभागों के कर्मचारियों को बिठाया गया है, लेकिन काम नहीं हो रहे हैं. खाद्य सुरक्षा में एक भी नाम नहीं जुड़ रहा है, कृषि कनेक्शनों के लिए न खंभा है न तार है. 8 लाख 46 लाख किसानों के बीमा योजना से पैसे मिले नही.है सरकार ने जांच कमेटी बनाई थी. जांच ठंडे बस्ते में बंद है. इसी तरह डेंगू का डंक चारों तरफ फैल रहा है. 13 हजार मरीजों की संख्या 3 हजार की मौत हुई है. एक पखवाड़े में एसएमएस में 57 मौत हुई है. बड़े शहरों को छोड़कर अन्य जगह एसडीपी नहीं है. सरकार कंट्रोल नहीं कर पा रही है’. राठौड़ ने गहलोत सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी घेरा.
उपचुनाव की हार पर दिया प्रदेशाध्यक्ष पूनियां से विरोधाभासी बयान
प्रेसवार्ता के दौरान राजेन्द्र राठौड़ ने उपचुनाव में हुई हार को स्वीकार करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां से विरोधाभासी बयान दिया. जो कि सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. राठौड़ ने कहा कि, ‘हम बैठकर हार के कारणों का मंथन करेंगे, लेकिन कांग्रेस को इस जीत से मदमस्त होने की जरूरत नहीं है’. राठौड़ ने कहा कि, ‘हमारे यहां कलेक्टिव रेस्पॉन्सबिलिटी होती है, इसलिए हम सभी हार के लिए उत्तरदायी हैं. टिकट संसदीय बोर्ड तय करता है, उसमें मैं सदस्य नहीं इसलिए कुछ नहीं कह सकता’. आपको बता दें, सतीश पूनियां ने टिकट वितरण को लेकर पार्टी की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया था.
राष्ट्रीय कार्यसमिति के बारे में दी जानकारी
मीडिया से बातचीत में राजेन्द्र राठौड़ ने राष्ट्रीय कार्यसमिति के मुद्दों की जानकारी दी. वहीं पश्चिम बंगाल में हिंसा के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ताओं की लड़ाई तथा प्रदेश बीजेपी संगठनात्मक ढांचे की मंजूरी के लिए तय किए कार्यक्रमों के बारे में भी बताया. नई दिल्ली में रविवार को हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति की जानकारी देते हुए राठौड़ ने कहा कि, ‘कार्यसमिति में बीजेपी ने वर्तमान हालात पर राजनीतिक प्रस्ताव के माध्यम से अपना मंतव्य जनता के सामने रखा. पांच राज्यों में होने वाले चुनाव राजनीतिक कार्यकाल रोड मैप रखा. राजनीतिक प्रस्ताव में विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी को सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान पूरा करने पर कार्य समिति ने बधाई दी. देश की अर्थ व्यवस्था के दोबारा खड़ा होने पर भी पीएम का आभार जताया. हालांकि आपको बता दें कि रविवार को बैठक के बाद किसी भी भाजपा नेता ने मीडिया से बात नहीं की थी. इसको लेकर भी काफी सियासी चर्चाएं हुई थी. क्योंकि इस बैठक के तुरंत बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के दिल्ली जाने की खबर सोशल मीडिया पर तैरने लगी, हालांकि पूनियां असम के दौरे पर गए थे.
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बंगाल में शेल्टर होम चला रही है भाजपा
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि, ‘पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा हुई है. 90 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं. बीजेपी बेघर लोगों के पुनर्वास के लिए 193 शेल्टर होम चला रही है. बीजेपी इस प्रकार की हिंसा करने वालों के खिलाफ सड़क से संसद तक लड़ेगी’.
साथ ही राठौड़ ने राष्ट्रीय कार्यसमिति के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि, ‘बीजेपी की संगठनात्मक मजबूती पर भी बात की गई. प्रदेश में 25 दिसम्बर तक राजस्थान के 48 हजार बूथ तक 8 लाख कमेटियों का गठन हो जाएगा. 6 अप्रैल 2022 तक पन्ना प्रमुख बना दिए जाएंगे, वहीं, मई 2022 तक पीएम मन की बात को हर बूथ पर सुना जाए इसकी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही दस लाख हेल्थ वॉलियंटर्स को घर घर जाकर वंचित लोगों को वैक्सीन लगवाने का काम करेंगे. इसी तरह 20 नवम्बर से पहले प्रदेश कार्यसमिति की बैठक होगी, वहीं, 6 दिसम्बर में जिला कार्यकारिणी की बैठक तथा 20 दिसम्बर से पहले मंडल की बैठक होगी’.