Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान कांग्रेस के लिए अहम राज्य है. यहां सीएम गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम पायलट में सुलह करवाने के लिए राहुल गांधी ने कमर कस ली है. मुलाकातों का दौर जारी है. एक हफ्ते में दूसरी बार आज फिर सचिन पायलट ने राहुल गांधी से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान खास बात यह रही कि प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं. वहीं इससे भी अहम बात यह भी है कि पायलट के राहुल के निवास 12 तुगलक रोड पहुंचने से पहले ही गहलोत सरकार के मंत्री रघु शर्मा वहां से निकले थे. रघु शर्मा ने राहुल गांधी से मुलाकात की. अब पिछले 7 दिनों में चले मुलाकातों के दौर के बाद आज की दिल्ली में हुई मुलाकातें अहम मानी जा रही है. सूत्रों के हवाले से खबर ये भी आ रही है कि 26 सितंबर को होने वाली REET परीक्षा के बाद सीएम गहलोत दिल्ली जा सकते हैं और सियासी सुलह का रास्ता निकाल सकते हैं.
राहुल-प्रियंका-पायलट का ‘महामंथन’
राजस्थान कांग्रेस में बदलाव की बात तो तय मानी जा रही है इसको लेकर दिल्ली से लेकर जयपुर तक मुलाकातों का दौर जारी. शुक्रवार को शाम करीब साढ़े 6 बजे सचिन पायलट राहुल गांधी के आवास 12 तुगलक लेन पहुंचे. करीब 40 मिनट राहुल प्रियंका और पायलट की अहम मुलाकात चली. इस दौरान राजस्थान में कांग्रेस के वर्तमान और भविष्य का खाका खींचा गया. इस बैठक के बाद पायलट राहुल के आवास से रवाना हो गए. पायलट के रवाना होने के बाद राहुल-प्रियंका और वेणुगोपाल की अहम मीटिंग हुई है.
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पायलट से पहले रघु शर्मा लेकर पहुंचे थे गहलोत का मैसेज!
पायलट, राहुल और प्रियंका की मुलाकात से पहले सीएम गहलोत के खास सिपहसालार चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने मुलाकात की. इस मुलाकात को भी अहम माना जा रहा है. सूत्रों की माने तो रघु शर्मा जयपुर से सीएम गहलोत का मैसेज लेकर दिल्ली गए थे. साथ ही यह भी कहा जा रहा है राहुल गांधी ने ही रघु शर्मा को दिल्ली बुलाया था. राहुल ने राजस्थान के वर्तमान हालातों पर शर्मा से फीडबैक लिया है.
दिल्ली से जयपुर तक बात और मुलाकात का दौर
पंजाब के बाद राजस्थान पर कांग्रेस आलाकमान का फोकस है. पिछले सात दिन में कई सियासी मुलाकातों और बातचीतों का दौर चला है. सोनिया गांधी और सीएम गहलोत के बीच फोन पर लंबी बात हुई है. इन दोनों के बीच क्या बात हुई किसी को नहीं पता. वहीं 17 सितंबर को राहुल गांधी और सचिन पायलट की उनके निवास पर लंबी बैठक हुई. इस दौरान इन दोनों नेताओं के अलावा कोई भी मौजूद नहीं था. राहुल और सचिन की बीच क्या क्या बात हुई ये केवल इन दोनों को ही पता है. इसके बाद 19 सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की मुलाकात संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से होती है. अब इन दोनों के बीच क्या चर्चा हुई इसके बारे में भी किसी को नहीं पता.वहीं गुरुवार को पायलट ने सीपी जोशी के घर पर जाकर एक अहम मुलाकात की. सीपी जोशी वही व्यक्ति है जो 2008 विधानसभा चुनाव में एक वोट से अपना चुनाव हार गए थे और मुख्यमंत्री बनते बनते रह गए थे. किसी जमाने में जोशी राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते थे.
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पंजाब एपिसोड के बाद पायलट समर्थक हैं उत्साह में
पंजाब में राहुल गांधी के एक्शन के बाद पायलट समर्थकों कहना है कि राजस्थान में सरकार की कमान सचिन पायलट को सौंपी जाए. राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और पायलट के करीबी राजेंद्र चौधरी ने हाल ही में बयान दिया था कि सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि जनता चाहती है कि पायलट मुख्यमंत्री बने. हालांकि, गहलोत गुट भी पलटवार कर रहा है. गहलोत कैंप का कहना है कि राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की जरूरत नहीं है और सीएम गहलोत पांच साल सरकार चलाने में सक्षम हैं.