tikaram jully
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Rajasthan Assembly:  राजस्थान विधानसभा में बजट पर बहस के दौरान आज नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सत्ता पक्ष पर जमकर निशाना साधा. जूली ने सदन में अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि मुख्यमंत्री जी यहां कुछ लोग सदन में ऐसे मानने वाले नहीं हैं, इनको मंत्री बना दीजिए. आप 3-4 और मंत्री बना दीजिए. इस दौरान विधायक अजय सिंह किलक के बोलने पर कहा की इनको भी मंत्री बना दीजिए ये अध्यक्ष के बोलने के बाद भी बोलते हैं. जूली ने कहा कि वित्त मंत्री ने 2 घंटे 52 मिनट और 125 पेज लंबा और बड़ा भाषण पढ़ने का साहस जुटाया, लेकिन इतना नीरस बजट भाषण कभी नहीं देखा है.

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि हर बजट की एक प्राथमिकता होती है. आपकी प्राथमिकता में क्या है, आपने अपनी 10 प्राथमिकताओं में गरीबों को 9वें नंबर पर रखा है. गुड गवर्नेस को अपने 10 नंबर पर रखा है, इससे आपकी सरकार का विजन नजर आ रहा है. आपने बजट में 4 लाख नई नौकरियों की घोषणा की है. सरकार में 4 लाख तो पद ही खाली नहीं होंगे, आप इतनी नौकरियां कैसे देंगे.

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जूली ने आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री किसी गरीब की बेटी की शादी में शामिल नहीं होते, लेकिन जिस पर आरोप लगाते हैं, उस उद्योगपति के बेटे की शादी में शामिल होते हैं. इस सदन के एक सदस्य ने गांधी को लेकर एक टिप्पणी की, सावरकर और गांधी की मुलाकात लंदन में हुई थी, सावरकर ने मांसाहार का समर्थन किया लेकिन गांधी ने शाकाहार का समर्थन किया.

टीकाराम जूली ने आगे कहा कि पेपरलीक वसुंधरा राजे सरकार के समय हमारी सरकार से ज्यादा हुए थे. आपने कार्रवाई की है, लेकिन पेपरलीक में मछलियों को पकड़ रहे हैं. मगरमच्छ खुले में घूम रहे हैं. पेपरलीक की जड़ कहां है, उस तक पहुंचने की जरूरत है. हम एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहेंगे, उससे कुछ बदलाव आना नहीं है. ईआरसीपी योजना को लेकर कहा कि यह बीजेपी सरकार की योजना थी, लेकिन केंद्र ने इसे लटकाए रखा. अब बीजेपी सरकार आने के बाद एमओयू किया है. छह महीने हो गए, ईआरसीपी पर दिल्ली में सीएम एमओयू करके आए थे, वो एमओयू कहां है? वो एमओयू आप सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहे? एमओयू सार्वजनिक इसलिए नहीं कर रहे, क्योंकि आपने मध्यप्रदेश के आगे राजस्थान के हितों को गिरवी रख दिया है.

टीकाराम जूली ने आगे कहा कि कोटा में कोचिंग के बच्चों के सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं. कोचिंग एक धंधा बन गया है. तमिलनाडु में सरकार ने कोचिंग बैन करने का मन बना लिया है. गरीब का बच्चा कैसे पढ़ेगा? कोचिंग वाले आज मगरमच्छ बनकर लूट रहे हैं, इस पर क्या नीति है? अपने संबोधन के दौरान जूली ने एक शेर सुनाते हुए बीजेपी की लोकसभा चुनावों में कम सीटें आने पर तंज कसते हुए कहा कि तेरी रहबरी का सवाल है, तू यह बता काफिला क्यों लूटा, 25 से 14 लोकसभा सीट पर क्यों आए.

जूली ने कहा कि आपने 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा कर दी, इसके लिए केवल 300 करोड़ का बजट है. इतने से फंड में कहां से ये एक्सप्रेस-वे बन जाएंगे. कहीं जमीनों के भाव बढ़ाने के लिए तो इसकी घोषणा नहीं की है. जूली ने कहा कि आप हमारी नीतियों को गलत बता रहे हो, हमारी सरकार के फैसलों की आलोचना कर रहे हो. आपके बजट में शुरुआत ही नकारात्मकता ये है, हमारी सरकार को कोसा है. जब हमारी नीतियां इतनी ही खराब थीं तो हमारी टीम से बजट क्यों तैयार करवाया? अफसरों की जिस टीम ने हमारा बजट तैयार किया था, उसी टीम से ही आपने बजट क्यों तैयार करवाया?

नेता प्रतिपक्ष जूली ने इस दौरान किरोड़ीलाल मीणा के विभाग के बजट में कटौती करने का भी आरोप सरकार पर लगाया. जूली ने कहा कि किरोड़ीजी का बजट क्यों काट दिया, खेती-ग्रामीण विकास का बजट कम कर दिया. जूली ने आगे कहा कि बजट में आपने जितनी घोषणाएं की हैं, वित्त मंत्री जी इनके लिए बजट में कितना प्रावधान रखा है. कोविड के बावजूद हमारा राजकोषीय घाटा आपसे कम रहा था. मुख्यमंत्री आप हमें कोस रहे थे, आपने तो 70 हजार करोड़ का राजकोषीय घाटा प्रस्तावित किया था. जब से राजस्थान बना है, सबसे ज्यादा राजकोषीय घाटा आपकी सरकार का है. हम पर आरोप लगाने से पहले खुद का देख लिया करो, यह तो अब प्रस्तावित था, जब एक्चुअल आएगा, तब तो यह घाटा और बढ़ेगा.

टीकाराम जूली ने कहा कि आप ओपीएस को जारी रखना चाहते हैं या नहीं, यह सदन में क्यों नहीं बताते है. विधायकों ने ओपीएस पर सवाल लगाए तो उनके जवाब क्यों नहीं दिए? अखिल भारतीय सेवाओं के अफसर ओपीएस के पक्ष में हैं. आपकी केंद्रीय वित्त मंत्री ओपीएस के खिलाफ है. जूली ने आगे कहा कि किसी गरीब को दाल-मसाले मिल रहे थे, किसी गरीब को सस्ता रसोई का सामान मिल रहा था, आपके पेट में क्यों दर्द हो गया? कांग्रेस राज की जनहित की स्कीम्स को आपने बंद कर दिया है. गरीब को लाभ मिल रहा था. मुख्यमंत्री जी आप भले आदमी हैं. आपसे गरीबों की स्कीम्स बंद करवाकर, ये पाप का घड़ा आप पर फोड़ना चाहते हैं. लोकसभा चुनाव में 400 पार का नारा दिया था, क्या हुआ? भगवान राम ने सबरी और गिलहरी दोनों का मान रखा था. जूली ने अयोध्या, बद्रीनाथ में बीजेपी की हार पर तंज कसते हुए कहा कि आपको तो ब्रह्मा, विष्णु, महेश ने खारिज कर दिया.

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