राजस्थान: कमजोर उम्मीदवारों से राहुल गांधी नाराज, कई सीटों पर बदलेंगे चेहरे

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प्रदेश में मिशन-25 में जुटी कांग्रेस के लिए कुछ सीटों पर कमजोर चेहरे परेशानी का सबब बन सकते हैं. आलाकमान को जैसे ही इसकी भनक लगी, तुरंत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय को दिल्ली तलब कर लिया. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को राजस्थान में कईं प्रत्याशियों के बेहद कमजोर रहने की रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि बारां-झालावाड़, भीलवाड़ा, अजमेर, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण और चूरु सीटें बेहद कमजोर है. इन सीटों पर प्रत्याशी मुकाबले तक में नजर नहीं आ रहे. इसके बाद राहुल गांधी ने प्रदेश के आला नेताओं से सीटों पर उम्मीदवार बदलने की संभावना पर मंथन किया. इस बात के पूरे आसार है कि बारां-झालावाड़ और अजमेर से कांग्रेस पार्टी अपने प्रत्याशी बदल सकती है.

प्रमोद शर्मा सहित छह प्रत्याशियों को लेकर हुआ मंथन

दिल्ली में राहुल गांधी ने करीब छह सीटों को लेकर गहलोत, पायलट औऱ पांडेय से चर्चा की. इस दौरान प्रियंका गांधी भी बैठक में मौजूद रही. कयास शुरु हो गए कि प्रियंका के बेहद करीबी राजस्थान के एक नेता ने भी उनको कमजोर प्रत्याशी उतारने का फीडबैक दिया. हालांकि भीलवाड़ा से मौजूदा प्रत्याशी को बदलने की संभावना बेहद कम है लेकिन आलाकमान बारां-झालावाड़ से वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह के सामने प्रमोद शर्मा को बेहद कमजोर उम्मीदवार मान रहा है. ऐसे में उन्हें रिप्लेस करते हुए उर्मिला या प्रमोद जैन भाया को प्रत्याशी बनाए जाने के पूरे आसार हैं. स्थानीय कांग्रेस नेता भी प्रमोद शर्मा का विरोध कर रहे हैं.

अजमेर से रिजु झुंझुनवाला के भागीरथ चौधरी के सामने बेहद कमजोर होने की रिपोर्ट भी राहुल गांधी को मिली है. लिहाजा इस बात की भी पूरी संभावना है कि अगर सचिन पायलट मान गए तो फिर रिजु को बदला जा सकता है. इसके अलावा, स्टिंग ऑपरेशन और स्थानीय दिग्गज नेताओं की नाराजगी के चलते ज्योति खंडेलवाल को लेकर भी मंथन किया गया. हालांकि लग यही रहा है कि ज्योति को जीवनदान मिल जाएगा.

भीलवाड़ा, जयपुर ग्रामीण औऱ चूरु के उम्मीदवारों पर भी मंथन किया गया लेकिन मुस्लिम को टिकट देने की मजबूरी के चलते चूरु सीट से प्रत्याशी बदलाव नहीं करने पर मुहर लग गई है. भीलवाड़ा से मजबूत प्रत्याशी नहीं मिलने पर रामपाल शर्मा को ही बरकरार रखने पर सहमति बनी है. इसी तरह का फैसला जयपुर देहात से कृष्णा पूनिया को लड़ाने पर भी बना है.

बड़े नेता नहीं कर रहे पुष्टि

आलाकमान के दखल के बाद क्या वाकई कांग्रेस एक-दो सीटों पर प्रत्याशी बदलेगी, इसको लेकर कोई नेता पुष्टि नहीं कर रहा है. हालांकि मीडिया के सामने प्रभारी अविनाश पांडेय ने किसी भी तरह के बदलाव से इंकार किया है लेकिन पॉलिटॉक्स न्यूज के सूत्रों के मुताबिक एक या दो मौजूदा प्रत्याशियों का बदला जाना लगभग तय है. हालांकि सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने इस बारे में अभी तक कोई बयान नहीं दिया है लेकिन प्रत्याशी बदले जाने की पूरी संभावना इसलिए भी है क्योंकि चुनावी प्रचार को बीच में छोड़कर अचानक ये नेता दिल्ली फिर क्यों पहुंचे?

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