पॉलिटॉक्स ब्यूरो. जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर राहुल गांधी के लिए आयोजित की गई ‘युवा आक्रोश रैली’ उनके आने से पहले तक ‘युवा नृत्य रैली’ में बदल गई. यहां मंच से संचालित हो रहे शानदार साउंड सिस्टम ने ऐसा समां बांधा कि जो युवा पहले ‘राहुल गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे, वे नारे छोड़ ताल पर झूमने लगे. कांग्रेस और एनएसयूआई के ये युवा कार्यकर्ता हाथों में झंडे लेकर दो घंटे तक जमकर थिरके. उस समय तक ये रैली एक राजनीतिक रैली न होकर नृत्य और मनोरंजन रैली में बदल गई. युवाओं को बांधे रखने के लिए पंजाबी सिंगर व डीजे ने शानदार और लाइव प्रस्तुतियां देकर इसे एक सांस्कृतिक कार्यक्रम बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. कई बॉलीवुड सिंगर्स ने भी यहां अपने गायकी का नजराना पेश किया जिसे युवा कार्यकर्ताओं ने खास पसंद किया.
बॉलीवुड के साथ ही राजस्थानी संस्कृति को दिखाती कच्ची घोड़ी नृत्य, पंजाबी ढोल व बड़े बड़े ढोल नगाड़े बजाकर भी युवाओं को रैली स्थल पर आकर्षित किया गया. इस दौरान युवक, युवतियां व कार्यकर्ता अपने आप को थिरकने से रोक नहीं पाए. युवाओं को थिरकता देख ऐसा लग रहा है यह कोई राजनीतिक रैली नहीं बल्कि कोई बॉलीवुड स्टाइल प्रोग्राम है.
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इस रैली में कांग्रेस ने एनएसयूआई के जरिए पार्टी की युवा बिग्रेड को भी शामिल करके युवा शक्ति दिखाने का प्रयास तो किया लेकिन राजनीति रैली से पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल बना अल्बर्ट हॉल बैठे बिठाए विपक्ष को एक मुद्दा भी दे गया. प्रदेश की बीजेपी इकाई के अध्यक्ष सतीश पूनियां पहले ही कह चुके हैं कि वहां तो कवि सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं. ऐसे में इस तरह का दृश्य विपक्ष भूला देगा, ऐसा लगता तो नहीं है.
बता दें, केन्द्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण चरमराती अर्थव्यवस्था और देश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ राहुल गांधी अल्बर्ट हॉल पर ‘युवा आक्रोश रैली‘ को सम्बोधित करने जयपुर पधारे हैं. दिल्ली के रामलीला मैदान पर सीएए के खिलाफ की गई रैली के बाद पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की ये दूसरी रैली है.