पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के शनिवार को दिल्ली में अपने घरों की ओर लौट रहे मजदूरों से मिलने के बाद से राजनीतिक बयानबाजी गरमा गई है. राहुल गांधी की मजदूरों से मुलाकात और बातचीत पर रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पदैल जा रहे मजदूरों के साथ उनका समय बर्बाद करते हुए राहुल गांधी ने उनसे बातचीत की, इससे बेहतर होता उनके साथ पैदल जाकर उनके बच्चों और उनके सूटकेस को साथ कैरी करके बात करते चलते. इसके साथ ही सीतारमण ने सोनिया पर भी निशाना साधा. वित्त मन्त्रिबसीतारमण के इस बयान को राजस्थान के मुख्ममंत्री अशोक गहलोत ने बौखलाहट भरा बयान बताया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, “राहुल गांधी जी ने मजदूरों से मुलाकात की तो क्या वजह है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी को इतनी बौखलाहट हो गई. राहुल गांधी के मजदूरों के मिलने, उनके हालचाल पूछने मात्र से, उनके दिलों में घाव हुए, उनकों मरहम लगाने मात्र से वो इतनी बौखला गईं कि पता नहीं वो क्या-क्या कमेंट कर रही हैं राहुल जी और सोनिया जी के बारे में. मैं सीतारमण जी के बयान की निंदा करता हूं. हम विपक्ष में हैं तो क्या हम अपना धर्म नहीं निभाएंगे? कोई कमेंट किया हो राहुल गांधी जी ने, प्रधानमंत्री जी की आलोचना की हो तब तो समझ में आता है कि आप कुछ भी कह सकती हैं, टिप्पणी कर सकती हैं.”
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि, “राहुल गांधी लगातार मीडिया से इंटरेक्शन कर रहे हैं, फीडबैक ले रहे हैं कैसे इस कोरोना जंग में हम अपनी भूमिका निभा सकते हैं. सरकार को हम सलाह दे सकते हैं, सरकार सलाह माने या नहीं माने यह सरकार पर निर्भर है. सलाह देना विपक्ष का धर्म होता है. राहुल गांधी अगर कह रहे हैं कि कोरोना बीमारी में लोग मारे जा रहे हैं, कैसे बच सकते हैं, क्या-क्या स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़नी चाहिए, बर्बाद हो रही अर्थव्यवस्था पर किस प्रकार हमें कदम उठाना चाहिए, देश में गरीब, असहाय लोगों की जेब में पैसा कैसे जाए जिससे कि वो ऐसे वक्त में अपना गुजारा कर सके. अगर इन सब मुददों पर राहुल गांधी अपनी बात कहते हैं तो किसी को बुरा मानने की जरूरत क्या है ?”
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि, “राजनीति में अच्छे कमेंट आते हैं तो बाकी लोग भी प्रेरणा लेते हैं. जैसे कोरोना संकट के इस समय में भामाशाहों और दानदाताओं ने कोई कमी नहीं रखी. देशभर में जिस तरह लोगों ने आगे बढकर गरीबों, मजदूरों और असहायों की मदद की वह तारीफ के काबिल है. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि दुनिया जानती है कि देश में कोरोना की इस लडाई को पक्ष-विपक्ष मिलकर लड़ रहे हैं. ऐसे वक्त में जिस रूप में वित्त मंत्री ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर अनावश्यक कमेंट किए हैं, यह उनकी बौखलाहट का परिचायक है.”
सीएम गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “कोरोना की इस जंग में जिस प्रकार कीे भूमिका सोनिया गांधी और राहुल गांधी जी की रही है इसको बीजेपी सहन नहीं कर पा रही है. इस पूरी जंग के दौरान राहुल गांधी जी की सलाह का पूरे देश में लोगों ने स्वागत किया है, उससे बौखलाकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी से ये कमेंट करवाए गए हैं. यह बीजेपी की मानसिकता का परिचायक है.” सीएम गहलोत ने आगे प्रवासियों को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर ताली थाली बज रही है, क्या हम सड़कों पर पैदल चल रहे लोगों को अब भी नहीं रोक सकते ? क्या राज्य सरकारों को सलाह नहीं दे सकते कि आप बसें लगाइए कुछ भी कीजिए इनको आराम से घर भेजिए ? राजस्थान में हमने प्रयोग किया पैदल जा रहे लोगों के लिए कैंप बनाए, बसें लगाकर उनको राज्य की सीमा तक छोडा.”
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि पैदल अपने घरों की ओर जा रहे लोगों की व्यवस्था को पूरे देश में कांग्रेस ने ठीक किया है. इस पर राहुल गांधी की आलोचना करने के बजाय बीजेपी को चाहिए था कि व्यवस्था करने में किस प्रकार का विपक्ष का सहयोग चाहते हैं, उनसे बातचीत करते किस प्रकार से हम सब मिलकर के पैदल चल रहे मजदूरों को गाड़ियों में बैठाकर छोड़ने की बात करें. लोग निकल पड़े हैं तो क्यों नहीं हम इनको बस लगाकर के भेज सकते हैं? सब कुछ संभव है, पता नहीं इसकी तरफ प्रधानमंत्री मोदी जी का ध्यान क्यों नहीं जा रहा है ? क्या उनको फीडबैक नहीं मिल रहा है ? क्या जरूरत पड़ गई कि निर्मला सीतारमण जी को बोलने की इस प्रकार से ? अनावश्यक माहौल खराब करने से क्या फायदा है ? यह मेरी समझ के परे है.
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सीएम गहलोत ने आगे कहा कि कोरोना की इस लडाई को हम सब मिलकर लडेंगे तब ही हम इसमें कामयाब हो पाएंगे. सोनिया गांधी जी ने पीएम मोदी से कहा है हम सब कोरोना की इस जंग में आपके साथ खड़े हैं, हम चाहेंगे कि जीवन पर जो संकट आया है उसका मुकाबला हम मिलकर करें. सोनिया गांधी जी का इस जंग को मिलकर लडने की भावनाओं को पीएम मोदी समझेंगे और निर्मला सीतारमण जी को सलाह देंगे कि इस प्रकार के ओछे कमेंट करने से वो बाज आएं. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि केंद्र सरकार आगे आएगी, कोई कदम उठाएगी, जिससे कि गाड़ी पटरी पर वापस आ सके.