Rahul Gandhi interviews Satya Pal Malik: कांग्रेस के लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की है. करीब आधे घंटे की इस मुलाकात में उन्होंने एक्स गवर्नर से पुलवामा हमला, किसान आंदोलन, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), अनुच्छेद 370, जातिगत जनगणना, मणिपुर हिंसा समेत कई मुद्दों पर सवाल जवाब किए. वहीं मलिक ने जम्मू-कश्मीर और अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस नेता के समक्ष अपनी राय रखी. अब सियासी गलियारों में इस मुलाकात को लेकर कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं. चूंकि मलिक बेबाक अंदाज वाली एक शख्सियत रहे हैं. ऐसे में उन्होंने भी खुलकर अपने मत की बात राहुल गांधी के सामने रखी है.
केंद्र में दोबारा सत्ता में नहीं आएंगे मोदी
जम्मू कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक ने अपने मन की बात बताते हुए कहा कि वह लिखकर देते हैं कि केंद्र में दोबारा मोदी सरकार सत्ता में नहीं आएगी. उन्होंने आगे कहा, मेरी राय है कि अपने लोगों में (महात्मा) गांधी और का कांग्रेस का दृष्टिकोण प्रसारित हो. लोगों को पता चले कि उनसे कितना अलग हैं. भारत में कोई भी व्यक्ति राजनीति में सक्रि है, वह अपने तक सक्रिय है, वह देश के बारे में नहीं सोचता. देश के बारे में राय नहीं बनाता. उसको प्रसारित नहीं करता. मलिक ने कहा, एक अच्छी बात यह है कि लोगों ने टीवी देखना बंद कर दिया है. हमारे पास अब सोशल मीडिया है. लेकिन ये लोग उस पर भी लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं उन्होंने मोदी सरकार के फिर से सत्ता में न आने की बात भी कही.
पुलवामा हमले के बाद सरकार द्वारा चुप रहने के आदेश
पुलवामा हमले को लेकर सत्यपाल मलिक ने कुछ धूल हटाते हुए मोदी सरकार पर स्वयं को चुप कराने के आरोप लगाए. मलिक ने कहा कि पुलवामा हमले को लेकर मैं ये तो नहीं कहूंगा कि इन्होंने कराया, लेकिन मैं ये जरूर कहूंगा कि इन्होंने इसे नजरअंदाज किया और उसका राजनीतिक इस्तेमाल किया है. इनके बयान हैं कि जब वोट देने जाओ, तो पुलवामा की शहादत याद रखना है. पूर्व गवर्नर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रीनगर यात्रा पर भी अपने विचार रखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को श्रीनगर जाना चाहिए था. (रक्षा मंत्री) राजनाथ सिंह वहां आए थे. मैं वहां था. हमने श्रद्धांजलि दी. जिस दिन ये हुआ, पीएम मोदी नेशनल कॉर्बेट में शूटिंग कर रहे थे. मैंने इनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन बता नहीं हुई. पांच-छह बजे उनका फोन कॉल आया तो मैंने घटना के बारे में बताया.
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मैंने कहा कि हमारी गलती से इतने लोग मर गए हैं. उन्होंने मुझसे कहा कि आपको कुछ नहीं बोलना है. इसके बाद मेरे पास (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत) डोभाल का फोन आया. उन्होंने कहा कि आपको कुछ नहीं बोलना है. मैंने कहा ठीक है. मलिक ने कहा, इस मामले की जांच करानी होगी, शायद उस पर कुछ असर होगा. उसमें कुछ भी नहीं हुआ, न ही होना है.
मिलजुल कर रहेंगे तभी चल पाएगा देश
बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत की राजनीति में दो विचारधाराओं की लड़ाई है, एक गांधीवादी और दूसरी आरएसएस की. दोनों हिंदुत्व के दृष्टिकोण हैं. एक अहिंसा और भाईचारे की विचारधारा है. दूसरी नफरत और हिंसा की. इस बारे में आपका क्या कहना है? इस पर मलिक ने कहा कि मेरा सोचना है कि हिंदुस्तान देश के दौर पर तभी चलेगा, जब उदार हिंदुत्व के रास्ते पर चलेगा. राहुल गांधी ने कहा कि वे गांव-गांव गए थे. तब इस दृष्टिकोण पर पहुंचे थे. अगर इसी विचारधारा पर देश चलेगा, तभी चल पाएगा, नहीं तो टुकड़े हो जाएगा. हमें मिल-जुल कर बिना लड़ाई-झगड़े के रहना होगा.