‘राहुल गांधी ब्रिटेन के नागरिक हैं और इस कारण भारत में चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं…’ इस तरह की एक शिकायत लोकसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस सांसद के खिलाफ आयी है. ब्रिटिश नागरिकता होने के सबूत होने का भी दावा किया जा रहा है. अगर ये साबित होता है कि राहुल गांधी सच में ब्रिटिश नागरिकता लिए बैठे हैं तो भारत में उनके चुनाव लड़ने पर पाबंदी लग जाएगी. यानी वे चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य साबित होंगे. उनकी सांसदी भी छिन जाएगी लेकिन अगर साबित होता है तो..
एस. विग्नेश शिशिर नाम के एक व्यक्ति ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए इस बात का दावा किया है. शिशिर ने दावा किया था कि उनके पास ब्रिटिश सरकार के कुछ दस्तावेज और ईमेल हैं, जो यह साबित करते हैं कि लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ब्रिटेन के नागरिक हैं और इस कारण भारत में चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं.
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शिशिर ने ये भी दावा किया है कि वह कई बार दिल्ली में एजेंसी के समक्ष पेश हो चुके हैं और उन्होंने राहुल गांधी की कथित ब्रिटिश नागरिकता से जुड़े साक्ष्य भी दिए हैं. उनकी जून 2024 में की गई शिकायत के आधार पर सीबीआई जांच कर रही है. हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई 9 अक्टूबर के लिए तय की है. इस संबंध में भारत सरकार ने ब्रिटेन सरकार को गांधी की ब्रिटिश नागरिकता से संबंधित विवरण उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है. वहीं विग्नेश को 9 सितंबर को केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है जबकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विग्नेश को तलब किया है. शिशिर के भारतीय जनता पार्टी से जुड़े होने का भी दावा किया जा रहा है.
याचिका कर्ता से से मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत मामले से संबंधित सभी साक्ष्य और दस्तावेज के साथ पेश होने को कहा गया है. राहुल गांधी पर लगे इन गंभीर आरोपों की जांच शुरू कर दी गयी है. इस मामले के संबंध में जस्टिस संगीता चंद्रा और जस्टिस बी. आर. सिंह की खंडपीठ ने दायर एक रिट याचिका पर यह आदेश पारित किया.
अपने अंतरिम आदेश में पीठ ने कहा, ‘हम पहली नजर में संतुष्ट हैं कि यह मामला विचार योग्य है क्योंकि याचिकाकर्ता ने एक बेहद प्रभावशाली व्यक्ति के खिलाफ मामला दायर किया है और लगातार धमकियों का सामना कर रहा है तथा नोटिस के अनुपालन में उन्हें रायबरेली जिले के कोतवाली थाने में जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित होना पड़ रहा है.’ अब देखना होगा कि कथित तौर पर बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा राहुल गांधी पर लगाए गए आरोपों में किस हद तक सच्चाई है. अगर आरोप साबित होते हैं तो राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता जाना तय है. अगर ऐसा नहीं होता है तो और आरोप झुटलाए जाते हैं तो इस याचिका कर्ता पर कार्रवाई भी निश्चित है.



























