Politalks.news/CoronaThirdWave. कोरोना महामारी की दूसरी लहर लगभग समाप्ति की और है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर आएगी जो और भी जयादा भयावह हो सकती है. इसी सिलिसिले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता करते हुए वाइट पेपर जारी किया और कोरोना की दूसरी लहर के लिए पूरी तरह केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. श्वेत पत्र का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इस श्वेत पत्र का उद्देश्य सरकार की आलोचना करना या उसकी खिलाफत करना नहीं बल्कि तीसरी लहर के लिए देश को तैयार करने में मदद करना है. ये पूरा देश जानता है कि तीसरी लहर आएगी.
कोरोना महामारी की तीसरी लहर से बचाव के लिए राहुल गांधी ने वेक्सिनेशन प्रणाली को अहम् बताया. राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता में कहा कि पूरा देश यह जानता है कि दूसरी लहर से पहले हमारे वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स ने दूसरी वेव आने की चेतावनी दे दी थी लेकिन उस समय जो सरकार को निर्णय लेने चाहिए थे वो सरकार ने नहीं लिए. इसी कारण पुरे देश को दूसरी लहर का असर देखना पड़ा. कोरोना की तीसरी लहर का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश जानता है कि कोरोना की तीसरी लहर आएगी और जरूर आएगी. वायरस अपना रूप लगातार बदल रहा है. इससे बचने के लिए केंद्र सरकार को अभी से इससे बचने के लिए तैयारी करनी चाहिए.
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राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना वेक्सिनेशन और अर्थव्यवस्था को लेकर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कई सुझाव दिए लेकिन उनका मजाक उड़ाया गया लेकिन सरकार ने हर बार वहीं किया जो कांग्रेस ने करने को कहा. पहले तो आप हमारे सुझावों का मजाक उड़ाते हो उन पर सवाल खड़े करते हो लेकिन बाद में उन्हें लागू करते हो. आप हमें किसी चीज का क्रेडिट मत दो लेकिन अपनी गलती मानने की हिम्मत तो रखो.
राहुल गांधी ने आगे कहा कि केंद्र सरकार को अभी से तैयारियों में जुट जाना चाहिए. अस्पताल, बेड्स, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन और भी अन्य चीजों की कमी को पूरा करना चाहिए. राहुल गांधी ने कोरोना से बचने के लिए कोरोना वैक्सीन को महत्वपूर्ण स्तम्भ माना है. राहुल गांधी ने कहा कि हमें अधिक तीव्रता से वेक्सिनेशन अभियान को गति देनी चाहिए और जल्द से जल्द सभी 100% करना चाहिए. क्योंकि यही एक चीज है जो हमे कोरोना की तीसरी लहर के कहर से बचा सकती है.
श्वेत पत्र में लिखी बातों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना सिर्फ बायोलॉजिकल बीमारी नहीं है बल्कि इकोनॉमिकल सोशल बीमारी है जो अर्थव्यवस्था को भी कहीं न कहीं प्रभावित करती है. इसीलिए कांग्रेस पार्टी ने सरकार से सबसे गरीब लोगों को, छोटे व्यापारियों को, माध्यम वर्गीय व्यवसायों को आर्थिक सहायता देने की बात कहीं है. वहीं कांग्रेस की बहुचर्चित न्याय योजना का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री जी को हमारी न्याय योजना का नाम पसंद नहीं है तो वो कोई भी नाम दे दे लेकिन गरीब परिवारों के हाथो सीधा पैसा पहुंचने का काम करे.
राहुल गांधी ने आगे कहा कि हमे एक कोविड सहायता कोष बनाना चाहिए जिसमें कोरोना महामारी के दौरान जिन परिवारों के मुखियां की मौत हो गई उन परिवारों को कोविड फंड से सहायता देनी चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि ‘शायद हिंदुस्तान एकमात्र ऐसा देश है जहां वैक्सीन के लिए पैसा लिया जा रहा है. ये समय अपनी वाहवाही करने का नहीं है. जब कोरोना पूरी तरह से खत्म हो जाए तो आप अपनी वाहवाही कीजिए. कोविड देश में बहुत जबरदस्त नुकसान पहुंचाएगा. पहली लहर के पहले मैंने बोला, दूसरी लहर के पहले मैंने बोला, अब तीसरी लहर से पहले बोल रहा हूं. इसलिए पूरी तैयारी आज से ही शुरू हो जानी चाहिए.’