पॉलीटॉक्स ब्यूरो. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपने तीखे शब्द बाणों से योगी सरकार पर जमकर हमले किए. प्रियंका गांधी ने सीएम योगी के भगवा वस्त्रों पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘मुख्यमंत्री योगी का भगवा उनका निजी नहीं बल्कि ये देश की परंपरा और हिंदू धर्म का प्रतीक है. ऐसे में उन्हें हिंदू धर्म के मायने को समझना चाहिए, वे भगवा कपड़े पहनते हैं लेकिन बात बदले की करते हैं.’ इस पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भगवा पर दिए प्रियंका गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भगवा कपड़े और हिंदुत्व के खिलाफ प्रियंका गांधी का बयान बेहद आपत्तिजनक है. मुझे लगता है कि प्रियंका को पता ही नहीं है कि भगवा क्या है, भगवा चोले, भगवा रंग और उसके महत्व के बारे में वे पूरी तरह से अनजान हैं, उन्हें देश की संस्कृति और हिंदू संस्कृति के बारे में जानकारी नहीं है.’
इससे पहले पत्रकार वार्ता में प्रियंका गांधी ने NRC को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और घोषणा करते हुए कहा कि NRC का आधार संविधान का विरोध है इसलिए कांग्रेस शासित राज्यों में नहीं होगा NRC लागू. वहीं प्रियंका ने CAA को भी संविधान के खिलाफ बताते हुए कहा कि इसकी ओट में प्रशासन और पुलिस ने कई जगहों पर अराजकता फैलाई, प्रदर्शन कर रहे कई बच्चों को गिरफ्तार किया गया जो कि गलत है. प्रियंका ने कहा- देश की आत्मा में हिंसा और बदले की भावना नहीं है. मैं हिंसा नहीं चाहती और न ही धर्म में हिंसा का कोई स्थान है. मुझे अपनी सुरक्षा की भी चिंता नहीं लेकिन जनता की समस्याओं का समाधान जरूरी है. इस दौरान उन्होंने नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ यूपी प्रदर्शन में जो हिंसा हुई, उस पर यूपी पुलिस के रवैये पर सवाल भी उठाए.
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प्रियंका ने कहा कि यह देश करुणा का है, जहां बदले की भावना से काम नहीं किया जाता है. इस देश की आत्मा में ‘बदला’ जैसे शब्द की जगह नहीं है और न ही भगवान श्रीकृष्ण ने कभी बदले की बात की. देश के इतिहास में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ जब एक सीएम ने कहा कि बदला लिया जाएगा. उन्होंने यूपी पुलिस को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस भी इस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बदला’ लेने वाले बयान पर ही काम कर रही है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के भगवा वाले बयान पर उत्तरप्रदेश भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रियंका गांधी हिंदुत्व को बदनाम कर रही हैं. वहीं मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने कहा, “योगी आदित्यनाथ न सिर्फ भगवा धारण करते हैं बल्कि धर्म को पूरी समग्रता में अपने आचरण में धारण करते हैं. लेकिन प्रियंका गांधी जी आप जैसे लोग धर्म को क्या समझेंगे क्योंकि आपकी पार्टी और परिवार दोनों में धर्म का, संप्रदाय का राजनीतिक इस्तेमाल करने की संस्कृति रही है.”
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बता दें, बीते 19 दिसंबर को CAA के विरोध के नाम पर यूपी में जमकर तोड़फोड़, आगजनी और फायरिंग की गई थी. इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि ‘नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों के संरक्षण में की गई एक शरारत है. उत्तर प्रदेश के अंदर हुई व्यापक स्तर पर आगजनी, तोड़फोड़ जैसी उपद्रवी गतिविधियों को स्वीकार नही किया जायेगा. ये अस्वीकार्य है, और उत्तर प्रदेश में इस तरह के तत्वों के साथ हम सख्ती से निपटेंगे. इस हिंसा में लिप्त तत्वो की हम प्रापर्टी जब्त करेंगे और उससे सार्वजनिक और लोक संपत्ति के हुए नुकसान की भरपाई करेंगे. सब चिह्नित चेहरे हैं, वीडियोग्राफी में आ चुके हैं, सीसीटीवी फुटेज में आ चुके हैं. इन सबकी प्रापर्टी को जब्त करके. इनसे हम इसका बदला लेंगे.‘
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रिंयका ने पुलिस कार्रवाई पर अपील करते हुए कहा कि आरोप साबित हुए बिना संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई न हो. उन्होंने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की जांच हाईकोर्ट के जज की निगरानी में कराए जाने की बात कही. शनिवार को खुद की सुरक्षा में सेंध लगने और यूपी पुलिस के रवैये पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की समस्याओं के सामने मेरी सुरक्षा का मुद्दा बहुत छोटा है. मेरी सुरक्षा से जनता का लेना-देना नहीं है. अगर स्कूटी का चालान हो गया है तो हम जुर्माना भर देंगे. लेकिन कई जगह हिंसा के आरोप में लोग गुमनाम तरीके से जेल में डाले गए हैं, इस संबंध में प्रशासन गलत है.
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इससे पहले लखनऊ में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल से मुलाकात की और प्रदेश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की बर्बरता की न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा.