Rathore attack on Gehlot government: राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व सचिन पायलट के बीच की सियासी अदावत को खत्म करने के लिए एक तरफ जहां पार्टी आलाकमान दिल्ली में आज एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ सीकर में गहलोत सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर बैठक ले रही प्रभारी मंत्री के सामने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक गोविंद सिंह डोटासरा और विधायक राजेन्द्र पारीक में तीखी नोकझोंक का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजस्थान विधानसभा ने नेता प्रतिपक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस नेताओं पर जमकर तंज कसे है.
इस घटनाक्रम के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान की सीएम गहलोत और पायलट के बीच सुलह कराने की कोशिश से पूर्व सीकर की मीटिंग में कांग्रेस नेताओं के बीच की कलह से साबित हो गया है कि कांग्रेस में अंतर्विरोध चरम पर है, इनके नेताओं को सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने से मतलब है, ना कि जनता से जुड़े विकास के मुद्दों से.
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नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने जिस प्रकार सार्वजनिक रूप से अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ विधायक एवं राजस्थान विधानसभा में सभापति राजेन्द्र पारीक के साथ दुर्व्यवहार किया है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. कांग्रेस की पाठशाला में वरिष्ठ नेताओं का अपमान करना ही सिखाया जाता है. अनुशासनहीनता, गुटबाजी, अंर्तकलह, अपमान की राजनीति ही कांग्रेस की असली पहचान है.
नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष डोटासरा को यह वहम नहीं होना चाहिये कि सरकार 4 महीने बाद जिंदा रहेंगी. वरिष्ठ विधायक राजेन्द्र पारीक को भी यह वहम नहीं होना चाहिये कि वो ही सीएम गहलोत के खास है. आज की बैठक में खास और आम में फर्क साफ दिख रहा है.
नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने आगे कहा कि कुछ दिन पूर्व अजमेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर लात घूंसे चले थे. कांग्रेस में सिर फुटोव्वल की स्थिति है. अब आगामी समय में सुरक्षा कवच और पुलिस के कड़े पहरे के बिना कांग्रेस की मीटिंग संभव ही नहीं है.