बिहार में महामारी पर राजनीति भारी, एम्बुलेंस कांड पर पप्पू यादव और सांसद रूडी के बीच सियासत जारी

पप्पू यादव के खिलाफ अमनौर थाने में दर्ज हुई एफआईआर, यादव ने भी की रूडी के खिलाफ महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज करने की मांग, रूडी ने बचाव में पप्पू को दिया महामारी में ड्राइवरों को इकट्ठा करने का चैलेंज, पप्पू यादव ने खड़ी कर दी 40 लाइसेंसधारी ड्राइवरों की फौज, पप्पू यादव में रूडी पर लगाया जान से मारने की धमकी का आरोप, कहा- जरूरत पड़ी तो वीडियो पर कर देंगे जारी

बिहार में महामारी पर राजनीति भारी
बिहार में महामारी पर राजनीति भारी

Politalk.News/BiharPolitics. बिहार में कोरोना महामारी के बीच एंबुलेंस को लेकर विवाद जारी और सियासत गर्माई हुई है. जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव और बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है. इस विवाद की शुरुआत सात मई को तब हुई जब पप्पू यादव ने एक वीडियो जारी किया. इसमें उन्होंने बीजेपी सांसद के दफ्तर में धूल फांक रहीं एम्बुलेंस को लेकर सवाल किए. इस मामले में जहां जन अधिकार पार्टी (जाप) प्रमुख व पूर्व सांसद पप्पू यादव के खिलाफ अमनौर थाने में एफआईआर दर्ज हुई है, तो वहीं पप्पू यादव ने भी मांग की है कि पूर्व मंत्री व सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के प्रशिक्षण केंद्र में खड़ी एम्बुलेंस मामले में महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए. पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ध्यान कौशल विकास के नाम पर हुए घोटाले की जांच कराने की ओर भी आकृष्ट किया है.

दरअसल, शुक्रवार को छपरा पहुंचे पप्पू यादव ने बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एम्बुलेंस खड़ी देखीं. इतनी सारी एम्बुलेंस को देखकर पप्पू यादव ने कहा कि अभी जिस तरह का माहौल है ऐसे में एम्बुलेंस की जरूरत है लेकिन यहां ऐसे ही रखी गई है. इसके बाद पप्पू यादव ने ट्वीट कर दिया. पप्पू यादव ने सात मई को ट्वीट कर पूछा, ‘बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी जी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एम्बुलेंस बरामद! सांसद विकास निधि से खरीदी गईं एंबुलेंस किसके निर्देश पर यहां छिपाकर रखी गई हैं, इसकी जांच हो? सारण डीएम, सिविल सर्जन यह बताएं! बीजेपी जवाब दे!’ इसके बाद शुरू हुई सियासत और बीजेपी सांसद रूडी ने किया पलटवार.

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ड्राइवर की व्यवस्था करें पप्पू यादव
पप्पू यादव के ट्वीट पर बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी बुरी तरफ बिफर गए और उन्होंने पलटवार करते हुए बयान जारी कर कहा कि अनधिकृत रूप से पप्पू यादव ने अपने काफिले के साथ अमनौर के सामुदायिक केंद्र परिसर में शुक्रवार को प्रवेश किया. वहां के चौकीदार और अन्य कर्मियों से भिड़ते हुए कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा लौटाए गए एम्बुलेंस जो सुरक्षित रखे गए थे उसकी फोटो खींचने के लिए तहस-नहस किया. साथ ही चुनौती देते हुए कहा कि यदि पप्पू यादव को इतनी ही पीड़ा है तो अविलंब ड्राइवर की व्यवस्था कर सारण आएं. मेरे पास चालक मुक्त जितनी एम्बुलेंस हैं मैं उन्हें उनको परिचालन के लिए देने के लिए तैयार हूं.

खड़ी की 40 ड्राइवरों की सेना
इस पर शनिवार को पप्पू यादव ने बीजेपी सांसद की चुनौती को स्वीकार करते हुए लाइसेंसधारी 40 ड्राइवरों की सेना खड़ी कर दी. साथ ही कहा कि बिहार सरकार जहां भी एंबुलेंस को ड्राइवर की जरूरत हो, वे लें जाए. इसके लिए उन्होंने जाप के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह का नंबर 9334123702 जारी किया और कहा कि सरकार इन ड्राइवर को सरकारी नौकरी भी दे. यादव ने महामारी एक्ट के तहत भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी पर मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की.

मरीजों की बजाय बालू ढोने में हो रहा एंबुलेंस का इस्तेमाल
मामला यहीं पर खत्म नहीं हुआ शनिवार शाम को पप्पू यादव ने बीजेपी सांसद के एंबुलेंस से जुड़ा एक वीडियो जारी किया. इसमें दिख रहा है कि इनके इस्तेमाल मरीजों की बजाय बालू ढोने के लिए किया जा रहा है. यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘एम्बुलेंस का राजीव प्रताप रूडी जी बालू ढोने में बहुत बेहतरीन उपयोग कर रहे थे. इसके लिए उनके पास ड्राइवर भी उपलब्ध था. लेकिन बीमारों की मदद के लिए एंबुलेंस चलाने के लिए ड्राइवर नहीं था.’

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पप्पू यादव ने लगाया धमकी देने का आरोप
पप्पू यादव ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में राजीव प्रताप रूडी और उनके समर्थकों द्वारा धमकी देने का आरोप भी लगाया और कहा कि अगर जरूरत होगी तो हम ऑडियो भी सार्वजनिक करेंगे. पप्पू यादव ने आगे कहा कि, अगर हमें मार देने से बिहार की जनता को एंबुलेंस, दवाई और ऑक्सीजन आदि मिल जाए तो हम इसके लिए तैयार हैं. रूडी से मेरी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है, लेकिन उन्होंने जिस तरह से मुझे धमकी दी और राजनीति का आरोप लगाया वह शर्मनाक है. महामारी जैसे हालात को इंगित करते हुए जाप प्रमुख पप्पू यादव ने सांसद मद के अनुपयोगी पड़ी एम्बुलेंस को लेकर जनतांत्रिक व्यवस्था पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. एम्बुलेंस के अभाव में कोविड मरीजों की दिक्कत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अमनौर में खड़ी एम्बुलेंस सरकारी संपत्ति है और सरकार को इसका उपयोग करना चाहिए.

पप्पू यादव पर अमनौर में दर्ज हुई एफआईआर
वहीं दूसरी तरफ सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी के संसदीय मद से खरीदी गई एंबुलेंस को छिपा कर रखने के मामले में मचे बवाल के बाद अमनौर थाने में पप्पू यादव व उनके गार्ड पर एफआईआर की गयी है. सारण प्रशासन ने उनके खिलाफ मारपीट करने और लॉकडाडन का उल्लंघन करने के मामले में दो एफआईआर दर्ज की है. अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केंद्र के केयर टेकर और गार्ड ने पप्पू यादव और उनके अंगरक्षक पर मारपीट कर कंधे पर लाठी से वार करने, तोड़फोड़ और हंगामा करने का आरोप लगाया है. प्रथिमिकी में राजन कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि पप्पू यादव कोरोना महामारी में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए विश्व प्रभा सामुदायिक केंद्र में खड़ी एम्बुलेंस को तोड़ फोड़ की और फिर हथियार के बल पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी.

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प्राथमिकी दर्ज होने के बाद डीएसपी इंद्रजीत बैठा और थाना अध्यक्ष सुजीत कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की तहकीकात की. वहां उपस्थित एम्बुलेंस संचालकों, कर्मियों और सांसद के कार्यकर्ताओं से पूछताछ की. सभी का आरोप था कि बिहार सरकार के लगाए गए लॉकडाउन का उलंघन करते हुए पप्पू यादव ने एसएच-73 पथ के निकट ख़ोरी पाकर गोविंद स्थित सामुदायिक केंद्र परिसर में 40 से 50 लोगों ने एक साथ प्रवेश किया और वहां गार्ड से धक्का मुक्की की और मौके पर खड़ी एम्बुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया गया.

नया नहीं है राजीव प्रताप रूडी का एंबुलेंस विवाद
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के एम्बुलेंस का विवाद नया नहीं है. इसके पहले भी कई बार एम्बुलेंस को लेकर विवाद हो चुका है. वर्ष 2002 में सबसे पहले एंबुलेंस को लेकर विवाद हुआ था. उस समय के डीएम पंकज कुमार ने राजीव प्रताप रूडी के सभी एंबुलेंस को जब्त कर लिया था और रातों-रात अपने आवास पर खड़ा करवा लिया था.

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