केजरीवाल के बंगले पर राजनीति हुई गरम! BJP-कांग्रेस ने घेरा तो आप ने PM के सूट-चश्मे पर उठाया सवाल

केजरीवाल के घर के रेनोवेशन पर 45 करोड़ रुपए खर्च होने का दावा, खबर न छापने पर मीडिया को भी 50 करोड़ देने का गंभीर आरोप, बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने कुर्सी छोड़ने को कहा तो आप नेताओं ने दी सफाई, अन्य राज्यों के सीएम एवं पीएम के आवास और अन्य खर्चों का ब्यौरा देते हुए उनके खिलाफ आवाज उठाने की दी नसीयत.

kejriwal house
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Politics heats up at Kejriwal’s bungalow: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर के रेनोवेशन का मुद्दा इस समय गरमाया हुआ है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने केजरीवाल के घर के रेनोवेशन में करीब 45 करोड़ रुपए खर्च किए जाने का दावा किया है. यह दावा कितना सच्चा है, इसका तो पता नहीं लग सका है लेकिन पलटवार मे बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 करोड़ रुपए के बंगले, सूट और चश्मे तक पहुंच गई है. वहीं बीजेपी ने इस खबर को मीडिया में न छापे जाने के लिए 50 करोड़ रुपए तक देने का भी दावा किया है. वहीं कांग्रेस नेता अजय माकन ने पुराना शपथ पत्र याद दिलाते हुए केजरीवाल को कुर्सी छोड़ देने की नसीयत दी है. इधर, आप नेताओं ने एक वीडियो जारी कर इस मामले में सफाई दी है.

 

दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के रेनोवेशन पर कथित तौर पर 45 करोड़ रुपए का खर्चा आया है. इस पर बीजेपी के नेताओं ने सीएम केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है. सांबित पात्रा ने बुधवार को एक प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि मीडिया ने बताया है कि 45 करोड़ रुपये खर्च कर महाराज के महल का रेनोवेशन किया गया है. 8.8 लाख रुपये के परदे लगाए गए हैं और ये वो लोग हैं जो शपथ लेने के लिए आए थे तो ऑटो में लटक कर आए थे. कहते थे कि हम गाड़ी नहीं लेंगे, घर नहीं लेंगे. 1 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक का तो इनके घर में मार्बल लगा है और यह मार्बल भी वियतनाम से मंगवाया गया है.

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बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि हमें ज्ञात हुआ है कि अपने खिलाफ आई इन खबरों को ना छापने के बदले अरविंद केजरीवाल ने अखबारों और मीडिया को 20 से 50 करोड़ रुपये देने की बात कही है, लेकिन हम धन्यवाद देते हैं मीडिया के अपने साथियों का जिन्होंने पूरी मुखरता के साथ इसे छापा. ये अरविंद केजरीवाल और उनके भ्रष्टाचार की कहानी है. जनता इसे देखे और महाराज को पहचाने.

सांबित पात्रा ने आगे कहा, ‘अरविंद केजरीवाल का यह महल उस समय रेनोवेट हो रहा था जब दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचा था. अब समझ में आ रहा है कि ऑक्सीजन के टैंकर क्यों अस्पतालों तक नहीं पहुंच पा रहे थे. अरविंद जी मरीजों को बेड नहीं दे पा रहे थे क्योंकि वो अपने महल के रेनोवेशन में व्यस्त थे. ये इनकी विलासता की कहानी है.’

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इधर, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी आम सरकार पर जुबानी हमला किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने कोरोना के समय कई विकास कार्य पैसों के अभाव के चलते स्थगित कर दिए लेकिन आप के घर और ऑफिस सजाने में करोड़ों खर्च कर दिए. यह दिल्ली सरकार की लोगों के प्रति संवेदनहीनता का बड़ा प्रमाण है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली के लोगों को जवाब देना चाहिए.

उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल घर नहीं, शीश महल में रहते हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल की सादगी और ईमानदारी बेनकाब हो गई है. उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.

वहीं कांग्रेस भी इस मामले को तूल दे रही है. कांग्रेस नेता अजय माकन ने केजरीवाल के लोक सेवक के पद पर बने रहने के अधिकार पर सवाल उठाया है. माकन ने मुख्यमंत्री केजरीवाल का पुराना शपथ पत्र याद दिलाया और कहा कि केजरीवाल साहब ने अपने बंगले पर जनता के 45 करोड़ रुपए खर्च किए. आरोप है कि वियतनामी मार्बल, करोड़ों के पर्दे एवं कालीन लगाए गए हैं. माकन ने आगे कहा कि 7 जून, 2013 को चुनाव से पहले केजरीवाल ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में एक शपथ पत्र बांटा था. इसमें केजरीवाल ने कहा था कि मैं लालबत्ती गाड़ी, सुरक्षा, बंगला नहीं लूंगा. टैक्स पेयर्स की गाढ़ी कमाई से अपने लिए 45 करोड़ का बंगला बनवाने के बाद सीएम केजरीवाल को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है.

गंभीर आरोपों से घिरने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता अपने मुखिया और मुख्यमंत्री के बचाव में उतर आए हैं. आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने एक वीडियो साेशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा है कि केजरीवाल के बंगले की छत 3 बार गिर गई थी जिसके चलते ये रेनोवेशन कराया गया है. वहीं पार्टी सांसद और प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि जिस घर में केजरीवाल रहते हैं, वह 1942 में बना था. घर के अंदर से लेकर बेडरूम तक छत से पानी टपकता था. पीड्ब्यूडी ने ऑडिट किया है. यह सरकारी बंगला है. वहीं चड्ढा ने इस मामले में मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चैहान और पीएम मोदी के आवास को लेकर भी टिप्पणी की.

पार्टी नेता ने कहा कि केजरीवाल के बंगले की तुलना दूसरे राज्यों के सीएम और पीएम के आवास से भी होनी चाहिए. सीएम शिवराज के आवास पर चूना रगड़ाई पर 20 करोड़ खर्च हुआ जबकि पीएम मोदी के लिए 500 करोड़ों रुपए का आवास बनाया जा रहा है.

इधर, बीजेपी नेताओं और कांग्रेस नेताओं के आरोपों का आप सांसद संजय सिंह ने करारा जवाब दिया है. संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का घर ठीक करने में 500 करोड़ रुपए लगे. 8400 करोड़ का जहाज खरीदा गया, 12 करोड़ की कार से चलते हैं, सवा लाख रुपए के पेन से लिखते हैं, 10 लाख का सूट और 1.6 लाख का चश्मा पहनते हैं. इस पर तो भाजपा ने सवाल नहीं उठाया.

पार्टी नेता ने जुबानी फायर जारी रखते हुए कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल के घर की मरम्मत में 15 करोड़ रुपए खर्च हो गए. इसके अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री का प्लेन 191 करोड़ रुपए में खरीदा गया. भाजपा के नेता इस पर कुछ क्यों नहीं बोलते. ये मुद्दे नहीं हैं. हम सभी जानते हैं कि ये अडाणी, सत्यपाल मलिक जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने की साजिश है.

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर लगाए आरोपों पर सफाई देते हुए संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल के 80 साल पुराने सरकारी बंगले में तीन घटनाएं हुईं. जिस कमरे में केजरीवाल के माता-पिता रह रहे थे, उसकी छत गिर गई. सीएम के कमरे और गेस्ट रूम में भी यही हुआ. इसके बाद पीड्ब्यूडी ने इसे फिर से बनाने की सिफारिश की थी. संजय सिंह के बयान के बाद हालांकि कुछ देर के लिए बयानबाजी थम गई है लेकिन पीएम पर जुबानी हमला होने के बाद आरोप प्रत्यारोप का यह दौर थमते हुए नजर नहीं आ रहा है.

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