Politalks.News/MadhyaPradesh. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पुरे देश को झकझोर कर रख दिया है. कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले में देश नित नए रिकॉर्ड बना रहा है और मौतों का आंकड़ा भी किसी से छिपा हुआ नहीं है. राज्यों में ऑक्सीजन, कोरोना वैक्सीन और वेंटीलेटर की कमी के लिए राज्य सरकारें लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साधे हुए है. कुछ ऐसे ही हालात मध्य प्रदेश के भी है लेकिन यहां सरकार नहीं विपक्ष लगातार शिवराज सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साधे हुए है. मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कुल 12,758 नए मामले सामने आए हैं और 105 लोगों की मौत हो गई है. एक तरफ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह यह कह रहें कि हमारे पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है वहीं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में कुछ नहीं है. प्रदेश में टेस्टिंग भी बंद कर दी गई है. कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ पर संकट की इस घड़ी में राजनीति करने का आरोप लगाया है.
प्रदेश में बढ़ते कोरोना संकट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि एक ऐसा अस्पताल पूरे प्रदेश में नहीं है जहां ऑक्सीजन, बेड और इंजेक्शन उपलब्ध हो और एक तरफ शिवराज सिंह चौहान कह रहे हैं कि सब कुछ है. कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव के दौरान रैलियों का हवाला देते हुए कहा कि स्कूल, कॉलेज बंद हो सकते हैं लेकिन राजनीतिक रैलियां बंद नहीं हो सकती है. प्रदेश में टेस्टिंग बंद कर दी है.
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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह को सलाह देते हुए कहा कि मैं शिवराज सिंह चौहान से कहता हूं कि आप हेलीकॉप्टर लेकर हर जिले में जाकर लोगों से बात करें. वहीं पूर्व सीएम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘केंद्र राज्य को दोष दे रहे हैं और राज्य केंद्र को. प्रधानमंत्री सोच रहे हैं कि राज्य को दोष दे दिया जाएं तो वे इससे छूट जाएंगे’.
कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ पर राजनीति करने का आरोप लगते हुए कहा कि कमलनाथ जी अगर कोरोना में भी राजनीति कर रहे हैं तो इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता. कांग्रेस नेताओं की एक आदत हो गई है कि वे जहां भाजपा की सरकार है वहां मुख्यमंत्री को दोष देते हैं और जहां कांग्रेस की सरकार है वहां प्रधानमंत्री को दोष देते हैं. ये दोहरापन कैसे चलेगा?
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साथ ही प्रदेश में 1 मई से 18 वर्ष से 45 वर्ष तक की आयु वाले युवाओं के लिए शुरू हो रहे कोरोना वेक्सिनेशन अभियान को लेकर विश्वास सारंग ने कहा कि 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए हम तैयार हैं. अस्पतालों में भीड़ है इसलिए आंगनवाड़ी, पंचायत भवन और स्कूल के भवन में वैक्सीनेशन किया जाएगा. इसकी ट्रेनिंग कल हुई. हमने सीरम इंस्टीट्यूट को 45 लाख डोज़ का आर्डर दिया है.
आपको बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश में लॉकडाउन (कोरोना कर्फ्यू) 10 मई की सुबह 6 बजे तक बढ़ाया जा सकता है. अलग-अलग जिलों में संक्रमण की ताजा स्थिति देखते हुए राज्य सरकार यह फैसला ले सकती है. संभावना जताई जा रही है कि सरकार जल्द ही जिलेवार लॉकडाउन बढ़ाने के ऑर्डर जारी कराएगी. जिलों में वहां के हालात काे देखते हुए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी रियायतें और पाबंदी में बदलाव कर सकती है.