Gehlot hit back at PM Modi: राजस्थान की राजधानी जयपुर से प्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरूआत हो गई है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है. वही इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में रेलवे में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया और रेलवे को राजनीति का अखाड़ा बनाने का आरोप लगाते हुए पिछली सरकारों पर जमकर निशाना साधा. साथ ही PM मोदी ने CM गहलोत पर प्रदेश के सियासी हालत पर भी तंज कसा है. तो अब पीएम के इस बयान पर सीएम गहलोत ने पलटवार किया है. सीएम ने कहा कि 2014 से पहले के रेल मंत्रियों के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बोलना दुर्भाग्यूर्ण है.
वंदे भारत ट्रेन के शुभारंभ के मौके पर आयोजित समारोह में सीएम अशोक गहलोत ने पीएम नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए उनको राजस्थान को दी गई सौगात के लिए धन्यवाद दिया.
इस मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान कांग्रेस के हालात पर चुटकी लेते हुए कहा कि सीएम अशोक गहलोत को धन्यवाद देना चाहूंगा कि वे इस राजनीतिक आपाधापी के बीच में भी विकास के कार्य के लिए समय निकालकर यहां आए. पीएम मोदी ने कहा कि सीएम गहलोत के दोनों हाथों में लड्डू है. रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड के चैयरमेन दोनों राजस्थान से है. जो काम पिछले 70 साल से नहीं हुआ उस काम के लिए मुझ पर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद कि आपने वो काम भी मेरे सामने रखे हैं. मित्र के नाते जो भरोसा आप मुझ पर रखते हैं उस पर खरा उतरने का प्रयास में करूंगा. पीएम मोदी ने आगे विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य है कि रेल को भी राजनीति का अखाड़ा समझ लिया गया. नियुक्तियों में भी राजनीति होती थी. कुछ लोग जमीन लेकर रेलवे में नौकरी का झांसा देते थे. पीएम ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन है, जिसे भारत में ही बनाया गया है. इसमें सुरक्षा के सारे पैमाने सुनिश्चित किए गए हैं.
यह भी पढ़ें: ओसियां से विधायक दिव्या मदेरणा पर हुए हमले की सचिन पायलट ने की निंदा
अब पीएम मोदी के इस बयान पर सीएम गहलोत ने पलटवार किया है. सीएम ने कहा कि 2014 से पहले के रेल मंत्रियों के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बोलना दुर्भाग्यूर्ण है. गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी का आज का भाषण पूरी तरह से 2023-24 के विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों को देखते हुए दिया गया है और भाषण बीजेपी के चुनावी एजेंडे के रूप में था. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि पीएम की ऐसी टिप्पणियां प्रदेशवासियों और देशवासियों के गले नहीं उतरेंगी.
मुख्यमंत्री ने अपने बयान में PM मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, मुझे दुख है कि आज आपने मेरी मौजूदगी में 2014 से पूर्व के रेलमंत्रीगणों श्री लाल बहादुर शास्त्री, श्री जगजीवनराम, सरदार स्वर्ण सिंह, श्री गुलजारी लाल नंदा, श्री के हनुमानथईया, श्री ललित नारायण मिश्र, श्री कमलापति त्रिपाठी, श्री मधु दंडवते, श्री पीसी सेठी, श्री एबीए गनीखान चौधरी, श्रीमती मोहसिना किदवई, श्री माधवराव सिंधिया, श्री जॉर्ज फर्नांडीस, श्री जनेश्वर मिश्र, श्री सीके जाफरशरीफ, श्री रामविलास पासवान, श्री नीतीश कुमार, श्री राम नायक, सुश्री ममता बनर्जी, श्री मल्लिकार्जुन खडगे सहित सभी के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बोलना दुर्भाग्यूर्ण है.
CM गहलोत ने आगे कहा कि रेलवे का महत्व कम करने का प्रयास तो आपने अपने कार्यकाल में अलग रेलवे बजट को समाप्त कर किया है. आज अगर आधुनिक ट्रेन चल पा रही है क्योंकि डॉक्टर मनमोहन सिंह जी ने वित्त मंत्री के रूप में 1991 में आर्थिक उदारीकरण किया और नई तकनीक को भारत में विकसित होने का अवसर दिया. गहलोत ने आगे कहा कि पूरी दुनिया में समय के साथ टेक्नॉलिजकल एडवांस्मेंट हुए हैं जिनसे भारत में भी नई तकनीक आई है और रेलवे में सुधार हुए हैं, यह कहना उचित नहीं है कि रेलवे में विकास कार्य 2014 के बाद ही हुए हैं.CM गहलोत ने आगे लिखा कि आज आपका भाषण पूरी तरह 2023-24 के विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों को देखते हुए दिया है एवं यह भारतीय जनता पार्टी के चुनावी एजेंडे के रूप में था. मेरा मानना है कि आपकी ऐसी टिप्पणियां प्रदेशवासियों एवं देशवासियों के गले नहीं उतरेंगी.
बता दें वंदे भारत एक्सप्रेस की नियमित सेवा 13 अप्रैल से शुरू होगी और जयपुर, अलवर और गुड़गांव में ठहराव के साथ अजमेर और दिल्ली कैंट के बीच संचालित होगी. वंदे भारत एक्सप्रेस अजमेर से दिल्ली कैंट के बीच की दूरी पांच घंटे 15 मिनट में तय करेगी. इस अवसर पर जयपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने संबोधित किया.इस दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां, सांसद रामचरण बोहरा एवं दीया कुमारी आदि मौजूद थे.