Politalks.News/Rajasthan. गहलोत मंत्रिमंडल पुनर्गठन की कवायद के बीच दो दिन पश्चिमी राजस्थान तूफानी दौरा करने बाद अब आज सचिन पायलट ने अपने परंपरागत गढ़ पूर्वी राजस्थान में अपनी लोकप्रियता का छोटा सा ट्रेलर दिखाया. पहले दो दिन सीएम गहलोत के गढ़ में अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवाने के बाद बुधवार को अलवर दौरे के दौरान जगह-जगह पर सचिन पायलट के प्रति लोगों में दीवानगी दिखाई दी. बता दें, दौसा और अलवर के आसपास के पूरा इलाका पायलट परिवार के लिए परंपरागत समर्थन वाला गढ़ रहा है. पायलट परिवार दौसा से सांसद रहा है, यानि सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट, माताजी रमा पायलट और खुद सचिन पायलट दौसा से सांसद रहे हैं. पायलट के आज के दौरे का रूट पूरा दौसा से होकर निकला तो अपने नेता के स्वागत के लिए सैकड़ों लोग सड़कों पर जमा दिखाए दिए और जयपुर से लेकर ठेठ अलवर तक सचिन पायलट का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ.
पिछले तीन दिन में सचिन पायलट ने रणनीति के तहत सात जिलों को कवर किया है. पायलट पिछले तीन दिन में बाड़मेर, जोधपुर, पाली, अजमेर, जयपुर, दौसा, अलवर जिलों में अपना जलवा दिखा चुके हैं. पिछले तीन दिन से जो माहौल जनता ने उनके लिए बनाया है वह चकित कर देने वाला है. कोई आंखें बंद रखे तो न जनता का दोष है न सचिन पायलट का! वैसे तीन दिन की इस रणनीति का एक हिस्सा ये भी था कि यह भी प्रचारित किया गया कि पायलट पूर्वी राजस्थान के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान के भी लोकप्रिय नेता हैं. इसे साबित करने के लिए पायलट ने पहले पश्चिमी राजस्थान का दौरा किया. सीएम गहलोत के गढ़ में पायलट के जोरदार स्वागत ने सभी को चौंका दिया. बाड़मेर जैसे सुदूर इलाके में भी पायलट की जलवा देखने वाले चौंक गए. इसके बाद पायलट ने पूर्वी राजस्थान का वो हिस्सा चुना जो कि उनके लिए परंपरागत गढ़ है. अब पायलट की इस रणनीति की चर्चा जयपुर से दिल्ली तक हो रही है.
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आज बुधवार को जयपुर, दौसा और अलवर में पायलट का काफिला जैसे जैसे आगे बढ़ता गया, वैसे वैसे उनके स्वागत के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर तैरने लगे. सोशल मीडिया पर #पायलट आ रहा है, ट्रैंड करने लगा. पूरे दौरे की कमान इस बार पायलट के खास सिपहसालारों विधायक मुरारी लाल मीणा और बांदीकुई विधायक जीआर खटाना ने संभाली. पूरे दौरे में दोनों पायलट के साथ खड़े दिखे. पायलट के स्वागत को उमड़े युवाओं ने हमारा नेता कैसा हो सचिन पायलट जैसा हो के नारे लगाए तो कुछ ने तो पायलट को पीएम बनाए जाने के नारे भी लगा दिए.
आपको बता दें, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने आज अलवर के दानपुर में एक धार्मिक समारोह में भाग लिया. जयपुर से अलवर के दानपुर गांव जाते वक्त कई जगहों पर भव्य स्वागत देखने को मिला. पायलट ने इस दौरान कहा कि, ‘हम अपने अधिकारों की मांग करने के लिए हर प्रकार का संघर्ष करने और आवाज उठाने के लिए जागरूक हैं और आगे भी आवाज उठाते रहेंगे’.
सचिन पायलट ने पंचायत चुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा किया और कहा कि, ‘प्रदेश के 6 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव हो रहे हैं. चुनाव में बहुत से लोग दावेदारी करते हैं, लेकिन पार्टी सिर्फ एक ही व्यक्ति को सिंबल दे सकती है. ऐसे में सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर कांग्रेस पार्टी को जिताना होगा’.
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दौसा विधायक की तारीफ करते हुए पायलट ने कहा कि, ‘मुरारीलाल मीणा बहुत जागरूक विधायक हैं. मेरा आज अलवर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन इन्होंने सुबह ही कार्यक्रम तय करके मुझे बता दिया था. मैं आप सबको बताना चाहता हूं कि दौसा आने के लिए तो मैं बहाने ढूंढता हूं. ऐसे में आप सभी को पिछले कार्यकाल की तरह इस बार भी जिले में प्रधान और जिला प्रमुख कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता एकता का संदेश देकर प्रत्याशियों को जीत दिलाएं’
बांदीकुई में सचिन पायलट ने कहा कि, ‘पंचायत राज चुनाव बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और दौसा जिले का संदेश पूरे राजस्थान और देश में जाता है. ऐसे में यहां से कांग्रेस पार्टी की मजबूती और एकजुटता का संदेश जाना चाहिए. मुझे विश्वास है कि पिछले 40 सालों में जिस प्रकार दौसा जिले के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया है, वो हमेशा बना
रहेगा’
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मोदी सरकार के प्राइवेटाइजेशन पर हमला बोलते हुए कहा कि, ‘जिन धरोहरों को 70 साल से कांग्रेस सींच रही थी, उसे सरकार ने बेच डाला’. पायलट ने कहा कि, ‘भाजपा देश के सभी मुद्दों जैसे महंगाई, अर्थव्यवस्था, रोजगार, कृषि पर विफल रही है तथा 70 वर्षों में बनी देश की संपत्तियों को निजी हाथों में सौंप रही है. उसके बावजूद जन आशीर्वाद यात्रा निकाल कर भाजपा किस बात का आशीर्वाद मांग रही है?
सचिन पायलट ने अपने दौरे पर मोदी सरकार और बीजेपी की जन आशीर्वाद रैली पर जमकर निशाना साधा. अलवर-दौसा दौरे के दौरान पायलट ने जनता की परेशानियों के बीच आशीर्वाद मांगने की भाजपा की नीति को गलत करार दिया. महंगाई से लेकर बेरोजगारी के मुद्दों पर केन्द्र के रवैये को निराशाजनक बताया.
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पायलट ने पंचायत चुनाव में जीत के पीछे का गणित भी समझाया. पायलट ने कहा कि, ‘भाजपा की केंद्र सरकार से देश की जनता बुरी तरह परेशान हो चुकी है और इसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा’. पायलट ने विश्वास जताया की पंचायती राज में कांग्रेस का बोर्ड बनना तय है. जीत वैसी ही होगी जैसे पहले दौसा में कांग्रेस को मिली थी.