Politalks.News/Rajasthan. बीते रोज मंगलवार को उत्तरप्रदेश के संभल में कल्कि महोत्सव में सियासी जमावड़ा देखने को मिला. कांग्रेस से जुड़े संत आचार्य प्रमोद कृष्णन के बुलावे पर दिग्गज कांग्रेस नेताओं ने कल्कि महोत्सव में शिरकत की. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, हरीश रावत, संजय सिंह और गोवा के पूर्व CM दिगंबर कामत समेत कई दिग्गज महोत्सव में शामिल होने संभल पहुंचे. इस पूरे आयोजन में जो सबके आकर्षण का केन्द्र रहे राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट. कल्कि महोत्सव में पायलट के संबोधन ने तो समां बांधा ही साथ ही मंच से पायलट के ‘शुभचिंतक’ आचार्य प्रमोद ने हजारों संतों से सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिलाया.
सचिन पायलट को मिले इस आशीर्वाद की गूंज संभल से दिल्ली और जयपुर के सियासी गलियारों में गूंज रही है. हालांकि आचार्य प्रमोद पहले भी पायलट को सीएम बनने का आशीर्वाद देते रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ राजस्थान की सियासी कलह को सुलझाने के लिए ‘कांग्रेस का पूरा सिस्टम‘ लगा हुआ है. सीएम अशोक गहलोत दिल्ली में कांग्रेस दिग्गजों के साथ राजस्थान में कांग्रेस की भविष्य की राजनीति की इबारत लिख रहे हैं. अब देखना यह होगा की जो आशीर्वाद पायलट को संभल में मिला है उसका कितना प्रभाव और कितनी जल्दी देखने को मिलता है.
यह भी पढ़ें- शुरू हुई मंत्रिमंडल और नियुक्तियों की धुकधुकी, सीएम ने भी दिए संकेत, लेकिन करना पड़ सकता है इंतजार
कल्कि महोत्सव के मंच से हजारों साधु-संतों के बीच सचिन पायलट के ‘पक्के समर्थक’ आचार्य प्रमोद ने कुछ ऐसा किया जिसको देख पायलट विरोधियों को शायद अच्छा नहीं लगे. महोत्सव में पायलट के भाषण के तुरंत बाद आचार्य ने मंच का माइक संभाल लिया और पायलट को मंच पर खड़े रहने का आग्रह किया. इस दौरान आचार्य ने कहा कि, मैं सभी संतों को कहूंगा कि पायलट को सभी आशीर्वाद दें कि जब वो अगली बार कल्कि धाम में आए तो राजस्थान के मुख्यमंत्री बनकर आएं‘. आचार्य के आह्वान पर पांडाल में मौजूद सभी संतों ने खड़े होकर पायलट को एवमस्तु का आशीर्वाद दिया. अब इस आशीर्वाद की गूंज दिल्ली और जयपुर के सियासी गलियारों में सुनाई दे रही है.
संत समाज में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हैं कृष्णम
आपको बता दें कि पायलट का सदा समर्थन करने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम समाज में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हैं. अपने मुखर बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले प्रमोद कृष्णम संत बनने के पहले से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. कोराना से प्रभावित पिछले 2 वर्षों को छोड़ दें तो कल्कि महोत्सव में हर साल कांग्रेसी नेताओं का जमावड़ा लगता है. 2 साल बाद फिर से ऐंचौड़ा कम्बोह में कल्कि महोत्सव में सियासी हलचल दिखाई दी.
यह भी पढ़ें- मोदी से पंगा KCR को पड़ेगा भारी, राव की राजनीतिक मौत निश्चित- बीजेपी सांसद का CM पर बड़ा हमला
संतों का आशीर्वाद या संयोग! दिल्ली में राजस्थान को लेकर महामंथन जारी
अब इसको संतों का आशीर्वाद माने या संयोग राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर महामंथन का दौर जारी है. आज सुबह यहां सचिन पायलट और केसी वेणुगोपाल की मुलाकात हुई है. वहीं अब दिल्ली में ही राहुल गांधी के आवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन का महामंथन जारी है. सचिन पायलट ने दिल्ली में जारी ‘महामंथन’ को लेकर कहा है कि, ‘आज दिल्ली में संगठन महासचिव वेणुगोपाल से मुलाकात हुई, हम लगातार जिस बदलाव की मांग कर रहे थे. उसी को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है’. पायलट ने कहा कि, ‘हम नेता तो सभाओं में सिर्फ भाषण देकर चले आते हैं, लेकिन जो कार्यकर्ता पार्टी का झंडा उठाकर संघर्ष करते हैं. उनको मान-सम्मान दिलाने के लिए हम मांग कर रहे हैं और सोनिया गांधी की गठित कमेटी ने अब तक सार्थक प्रयास किए हैं. अब चुनावों में महज 22 महीनों का समय बचा है. उम्मीद है जल्द ही राजनीतिक बदलाव होंगे इसको लेकर मुख्यमंत्री गहलोत और एआईसीसी चर्चा कर रही है. अब इस पर आगे बढ़ने का समय आ गया है’.