पंजाब कांग्रेस में फिर ‘पंगा’, 30 विधायकों ने की ‘कैप्टन’ को हटाने की मांग, आलाकमान से मिलेंगे

पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी, सीएम कैप्टन के खिलाफ विधायकों में नाराजगी, करीब 30 विधायकों ने बाजवा के घर की मीटिंग, सीएम अमरिंदर की लीडरशिप से नाखुश हैं विधायक-मंत्री, पार्टी हाईकमान से अमरिंदर को पद से हटाने की मांग, सोनिया गांधी से मिलने का मांगा समय, इधर 'प्रधान' सिद्धू ने मंत्रियों को किया तलब

पंजाब में 'कैप्टन' के खिलाफ फिर बड़ी बगावत
पंजाब में 'कैप्टन' के खिलाफ फिर बड़ी बगावत

Politalks.News/Punjab. चुनावी राज्य पंजाब से बड़ी खबर सामने आयी है. पंजाब कांग्रेस की कलह खुलकर सामने आ गई है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ एक बार फिर से बगावत के सुर उभरे हैं. इस बार कैप्टन के खिलाफ 30 विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है, जिनमें कुछ कैबिनेट मंत्री भी शामिल हैं. ये सभी लोग कैप्टन अमरिंदर को सीएम पद से हटाने की मांग कर रहे हैं. इस पूरे भूचाल की जड़ थी कैबिनेट मंत्री तृप्त राजेंदर बाजवा का घर, जहां पर सभी असंतुष्ट विधायकों और मंत्रियों की बैठक हुई है. बैठक के बाद तृप्त बाजवा ने बताया कि, ‘सीएम कैप्टन अमरिंदर कांग्रेस को बांटना चाहते हैं, इसलिए मैं और हम सभी चाहते हैं कि सीएम को बदलना चाहिए, नहीं तो कांग्रेस नहीं बचेगी’. सिद्धू के सलाहकारों की सलाह पर कलह के बाद अब विधायकों की इस बैठक ने दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान की चिंता बढ़ा दी है. साथ ही पंजाब में कैप्टन के भविष्य पर भी सवाल खड़ा कर दिया है.

‘सोनिया गांधी से मिलकर लगाएंगे गुहार’- बाजवा
कैप्टन के खिलाफ विरोध का झंडा उठाने वाले बाजवा ने बताया कि, ‘अपनी आवाज उठाने के लिए हम लोग कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने जा रहे हैं. आज ही दिल्ली के लिए निकल रहे हैं, हमने सोनिया गांधी से मिलने का समय भी मांगा है’.

‘कैप्टन की लीडरशिप पर भरोसा नहीं’- विधायक
तृप्त बाजवा के अलावा इस बैठक में मंत्री सुखविंदर रंधावा और चरणजीत सिंह चन्नी भी मौजूद थे और इन्होंने भी कैप्टन पर सवाल उठाए हैं. इन लोगों ने कहा है कि, ‘कैप्टन की लीडरशिप पर भरोसा नहीं किया जा सकता है’. मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि, ‘बहुत चुनावी वादे अभी तक अधूरे हैं. शराब, रेत और केबल माफिया अब भी मौजूद हैं. हम इन मसलों पर मुलाकात के लिए पार्टी हाईकमान से मीटिंग का वक्त मांग रहे हैं’.

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5 से 7 मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा!
सूत्रों की माने तो कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर रंधावा, सुखबिंदर सरकारिया, तृप्तरजिंदर बाजवा, चरनजीत चन्नी और महासचिव परगट सिंह दिल्ली जाएंगे और पांच से सात मंत्री इस्तीफा भी दे सकते हैं. जानकारी के मुताबिक तृप्त राजिंदर बाजवा के घर पर हुई इन विधायकों की यह बैठक करीब दो घंटे तक चली. इस बैठक में चर्चा हुई कि कांग्रेस सरकार का प्रदेश में प्रदर्शन अच्छा नहीं है. पार्टी पहले जहां खड़ी थी आज भी वहीं खड़ी है. हम चुनाव की तरफ बढ़ रहे हैं, ऐसे में लोगों में सरकार के खिलाफ नाराजगी है. इसके साथ ही बैठक में कहा गया कि, ‘कांग्रेस आलाकमान की ओर से जो 18 सूत्री कार्यक्रम रखे गए थे, उनमें सिर्फ चोटे मोटे काम ही हुए हैं. बड़े स्तर पर कोई काम नहीं हुआ है. इसलिए पांच सदस्यीय टीम बनी है, इसमें चार कैबिनेट मंत्री हैं और एक महासचिव परगट सिंह हैं. यह लोग सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें हालात की जानकरी देंगे’.

‘बादलों से मिले हैं कैप्टन’- बाजवा
किसी समय कैप्टन अमरिंदर सिंह के खासमखास रहे कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा मंगलवार को बहुत गुस्से में दिखाई दिए. अपने आवास पर कैप्टन विरोधी मंत्रियों-विधायकों की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने खुले तौर पर आरोप लगाया कि, ‘कैप्टन बादलों के साथ मिले हैं और दोनों मिलजुल कर गेम खेल रहे हैं’ उन्होंने कहा कि, ‘यह हमारी और कांग्रेस की बदकिस्मती है’. यह पूछे जाने पर कि कैप्टन सभी वादे पूरे किए जाने का भरोसा दिला रहे हैं, तृप्त बाजवा ने कहा कि, ‘जो मुख्यमंत्री साढ़े चार साल तक घर से बाहर ही न निकला हो, उसके बारे में क्या कहें? प्रदेश पार्टी प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा उठाए गए 75-25 के मुद्दे का समर्थन करते हुए तृप्त बाजवा ने आरोप लगाया कि. ‘कैप्टन और बादल दुबई में बैठक कर चुके हैं. पंजाब कांग्रेस के लिए 2022 चुनाव मुश्किल घड़ी है’, जब उनसे पूछा गया कि, ‘क्या 2022 में वे पंजाब कांग्रेस की अगुवाई करना चाहेंगे’, बाजवा ने कहा कि, ‘जो भी फैसला होगा वह हाईकमान द्वारा लिया जाएगा’

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‘कई मामलों में कैप्टन पूरी तरह फेल’- परगट सिंह
कांग्रेस विधायक और महासचिव परगट सिंह ने आरोप लगाया है कि, ‘मुख्यमंत्री के तौर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह कई मामलों में पूरी तरह फेल साबित हुए हैं’. पार्टी हाईकमान से मिलने जा रहे प्रतिनिधिमंडल में शामिल परगट सिंह ने कहा कि, ‘हाईकमान को जो भी बातें बताने योग्य होंगी, वह बताई जाएंगी’. उन्होंने कहा कि, ‘मंत्रियों-विधायकों के कोई व्यक्तिगत मुद्दे नहीं हैं लेकिन कैप्टन की कारगुजारी पर असंतोष है’. उन्होंने पार्टी में उभरे असंतोष पर कहा कि, ‘जब मुद्दे हल नहीं होंगे तो इसी तरह की तकलीफ सामने आएगी, यह पूछे जाने पर कि मंगलवार की बैठक में क्या कैप्टन को हटाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है, परगट ने कहा कि, ‘कोई प्रस्ताव पारित नहीं किया गया लेकिन बैठक में मौजूद सभी लोग कैप्टन के कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं’.

सिद्धू ने बगावत करने वाले चार मंत्रियों को बैठक के लिए बुलाया
दूसरी ओर पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से बगावत करने वाले चारों कैबिनेट मंत्रियों बैठक के लिए बुलाया है. इन मंत्रियों को नवजोत सिंह सिद्धू के खेमे का समझा जाता है. बताया जाता है कि इस बैठक सीएम बदलने की मांग को लेकर हाईकमान से मिलने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी.

कैप्टन के भविष्य पर उठे सवाल, गेंद फिर आलाकमान के पाले में
आज की बैठक के कैप्टन अमरिंदर सिंह के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं. गेंद एक बार फिर से कांग्रेस आलाकमान के पाले में आ गयी है. क्या चुनाव से पहले कांग्रेस आलाकमान कैप्टन को कुछ और वक्त देगा या फिर कोई दूसरा मुख्यमंत्री बनाकर उन कामों को करना चाहेगा, जिसके दम कर 2022 के चुनाव में जनता के बीच जाया जा सके. पंजाब के जानकार इस बगावत को नवजोत सिंह सिद्धू से अलग हटकर देख रहे हैं. जानकारों की माने तो सिद्धू के अलावा कैप्टन की कैबिनेट में ही एक ऐसा धड़ा है जो उनके खिलाफ है. यह धड़ा पहले भी कैप्टन का विरोध कर चुके हैं.

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