Politalks.News/GoaAssemblyElection. गोवा में भी विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Election) का घमासान तेज हो गया है. हमेशा की तरह वैसे तो गोवा में मुख्य मुकाबला कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) के बीच ही है, लेकिन आप (Aam Aadmi Party) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने यहां ताल ठोककर कांग्रेस की मुश्किलें थोड़ी बढ़ा दी हैं. इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कांग्रेस के पी चिदंबरम (P. Chidambaram) और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के बीच जमकर वार पलटवार देखने को मिला. पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने गोवा विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला BJP और उनकी पार्टी कांग्रेस के बीच होने का दावा किया और आप और TMC को ‘वोटकटवा‘ बताया तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने चिदंबरम पर जमकर कटाक्ष किए. चिदंबरम पर पलटवार करते हुए केजरीवाल ने कहा कि, ‘रोना बंद करें‘. अब इस ट्विटर वार को लेकर सियासी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. हालांकि चर्चा तो यह भी है कि केजरीवाल के इस जवाब को चिदंबरम के आरोप की पुष्टि माना जा रहा है.
आप और TMC गैर भाजपा वोटों के खंडित करेंगे- चिदंबरम
अब आपको बताते हैं कि मामला कहां से शुरू हुआ है. दरअसल गोवा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक चिदंबरम ने मतदाताओं से शासन में बदलाव के लिए वोट डालने और कांग्रेस को चुनने की अपील की. चिदंबरम ने ट्विटर पर लिखा कहा कि, ‘मेरा आंकलन है कि आप और टीएमसी गोवा में गैर-भाजपा वोटों को केवल खंडित करेंगे, इसकी अरविंद केजरीवाल ने पुष्टि कर दी है. गोवा में मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है’. चिदंबरम ने सिलसिलेवार ढंग से ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘जो लोग शासन बदलना चाहते हैं (10 वर्षों के कुशासन के बाद) वे कांग्रेस को वोट करेंगे. जो इसी शासन को जारी रखना चाहते हैं, वे भाजपा को वोट करेंगे‘. आपको बता दें, चिदंबरम ने केजरीवाल के एक दिन पहले दिए गए बयान कि, ‘भाजपा के अलावा किसी भी पार्टी से गठबंधन को लेकर विकल्प खुलें हैं’ इस पर ये ट्वीट किया था.
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हाय रे, मर गए रे, हमारे वोट काट दिए रे, रोना बंद कीजिए- केजरीवाल का तंज
चिदंबरम के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया और लिखा कि, ‘सर, रोना बंद कीजिए- हाय रे, मर गए रे, हमारे वोट काट दिए रे, गोवा के लोग वहां वोट करेंगे जहां उन्हें उम्मीद दिखाई देती है‘ केजरीवाल ने दावा किया कि कांग्रेस, भाजपा के लिए उम्मीद है, गोवा के लोगों के लिए नहीं. कांग्रेस के 17 विधायकों में से 15 भाजपा में चले गए. कांग्रेस इस बात की गारंटी देती है कि उसको मिला हर वोट भाजपा के पास सुरक्षित ढंग से चला जाएगा. भाजपा को वोट देने के लिए सुरक्षित रास्ता कांग्रेस से होकर जाता है’. आपको बता दें कि गोवा में विधानसभा की सभी 40 सीटों पर मतदान 14 फरवरी को होना है.
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दरअसल, गोवा में कांग्रेस को बीजेपी से आगे रहने की कोशिश में कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी राज्य में पुरानी पार्टी का खेल खराब कर रही है. कांग्रेस एक मजबूत चेहरा पेश करने की कोशिश कर रही है और राजनीतिक हलकों में अटकलों के बावजूद तृणमूल के साथ किसी भी गठबंधन की बातचीत से इनकार किया है. कांग्रेस के रुख से बौखलाकर तृणमूल ने कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. गोवा में केजरीवाल तो यह भी कह चुके हैं कि, ‘अगर गोवा में 14 फरवरी के विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश आता है तो उनकी पार्टी गठबंधन सरकार का हिस्सा बनने के लिए तैयार है‘.