Bjp Rajasthan: प्रदेश भाजपा ने प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ झुझुनूं में आज भाजपा किसान मोर्चा ने भाजपा कार्यकर्ताओं और सैंकड़ों किसानों के साथ हुंकार भरी. इसके तहत भारतीय जनता पार्टी द्वारा किसान जन आक्रोश महाघेराव का आयोजन किया, तथा इससे पहले सैंकड़ों ट्रेक्टरों के द्वारा रैली भी निकाली गईं. इस दौरान सेठ मोतीलाल कॉलेज स्टेडियम से शुरू हुई रैली पीरू सिंह स्टेडियम पहुंचकर एक विशाल सभा में तब्दील हो गई, जनसभा को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड, और अन्य भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा.
अपने संबोधन में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों को आह्नान करते हुए कहा कि समय आ गया है अब हमें एक भी दिन घर नहीं बैठना है, इस किसान विरोधी प्रदेश सरकार को उखाड़ फेंकना है. पिछले विधानसभा चुनाव के समय इस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में किसानों की सम्पूर्ण कर्ज माफी की बात कही थी, लेकिन सत्ता में आते ही अपना वादा भूल गए. जोशी ने आगे कहा कि किसान कर्ज माफी तो दूर बल्कि किसानों को जो बिजली उपलब्ध हो रही थी उसे भी कम कर दिया, इन्होंने बिजली के दाम नहीं बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन एक नहीं बल्कि कई बार बिजली के दाम बढ़ा दिए और अब 100 यूनिट बिजली फ्री देने की झांसेबाजी कर रहें है. हमला जारी रखते हुए जोशी ने अपने बयान में आगे कहा कि कांग्रेस के झूठे वादो से त्रस्त होकर प्रदेश का किसान आत्महत्या कर रहा है. गंगानगर जिले के किसान सोहनलाल ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की और मरने से पहले फेसबुक पर वीडियो और दो पन्नों का सुसाइड नोट भी लिखा. अपने वीडियो में उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर चुनाव के दौरान किए गये वादों से मुकरने का आरोप लगाया और उसे ही जिम्मेदार ठहराया.
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झुझुनूं में जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि किसान जब अपना खून पसीना एक करता है तो धरती को अन्नपूर्णा बनाता है. इन किसानों से झांसे बाजी करके यह सरकार सत्ता में आई है और एक तरफ केन्द्र की मोदी सरकार है जो किसानों की आय दुगनी करने के लिए तत्पर है. अपने बयान में जोशी ने आगे कहा कि 2016 में भाजपा के सभी के सासंद फसल खराबे के मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी जी के पास गए थे और उन्हें किसानों को मुआवजा देने की बात कही तो वहां एक नियम बाधा बन रहा था कि फसल खराबा 50 प्रतिशत से अधिक होने पर ही मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन हमारे आग्रह पर प्रधानमंत्री जी ने इस नियम को बदलते हुए 33 प्रतिशत कियाc
वही इस दौरान प्रदेश भाजपा के नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने किसान हुंकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में प्रदेश की झूंठ और लूट को बदलने और नेस्तानाबूद करने का मन प्रदेश की जनता ने बना लिया है. राठौड़ ने आगे कहा कि किसानों के प्रतिनिधि सरकार से पूंछ रहे हैं कि साढे चार साल पहले जो संपूर्ण कर्जमाफी का वादा किया था उसका क्या हुआ. इसके अलावा कांग्रेस ने युवाओं से वादा किया था कि बारहवीं के बाद यदि नौकरी नहीं मिलती है तो बेरोजगारी भत्ता देंगे. नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि पारदर्शी शासन का भी वादा किया था, हमारी भोलीभाली जनता कांग्रेस सरकार के झांसे में आ गई. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में संपूण फसली ऋण माफ करने का वादा किया था जो कि 99 हजार 996 करोड का कुल फसली ऋण था,जिसमें से गहलोत सरकार ने महज 8400 करोड का कर्ज माफ किया.
गहलोत सरकार पर हमला जारी रखते हुए राजेंन्द्र राठौड ने कहा कि गहलोत सरकार ने विधानसभा में एक जवाब में स्वीकार किया कि इन चार सालों में 19 हजार 422 किसानों की जमीनें नीलाम हुई. राष्ट्रीयकृत बैंको और शेड्यूल बैंको और आरआरबी के तीन लाख 49 हजार 257 किसानों की एनपीए राशि 6 हजार 18 करोड 93 लाख रूपए थी. राठौड़ ने आगे कहा कि जिसमें पांच हजार 638 करोड 47 लाख रूपए का ऋण माफ होना था, लेकिन कर्ज माफ नहीं होने से इस पर चक्रवृती ब्याज लगकर यह राशि 12 हजार करोड को पार कर गई. बता दें झुझुनूं की जनसभा में इस दौरान प्रदेश महामंत्री जगवीर छाबा, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी, सांसद व किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष भागीरथ चौधरी जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया मौजूद रहें.