‘बस अब देश में फिर कोई निर्भया ना बने’

सोशल मीडिया की आज की हलचल

Nirbhaya Case 2
Nirbhaya Case 2

पॉलिटॉक्स न्यूज. निर्भया, वो नाम जिसकी हर जुबान पर चर्चा है. आज निर्भया के दोषियों को फांसी के फंदे से लटका दिया गया. पूरे देश में न केवल खुशी का माहौल है, साथ ही न्यायिक व्यवस्था पर विश्वास पहले से मजबूत हुआ है. 16 दिसम्बर, 2012 को हुई दरिंदगी का इंसाफ सात साल बाद हुआ लेकिन देर आए दुरूस्त आए. माना जा रहा है कि मौजूदा परिस्थितियों में इस फांसी के बाद अपराधियों या ऐसी सोच रखने वालों के मन में डर पनपेगा. इस फांसी पर देश के कई बड़े राजनीतिज्ञों और आमजन ने सोशल मीडिया पर अपनी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ज्यूडिशरी को धन्यवाद देते हुए निर्भया को इंसाफ मिलने और सत्य की जीत होने जैसी बात कही. झारखंड के एक नेता ने ट्वीट पोस्ट करते हुए लिखा कि वो वेबस थी, लाचार भी थी लेकिन इंसाफ किसी हाल में मजबूर नहीं हुआ. वहीं एक यूजर ने लिखा कि बस अब देश में फिर कोई निर्भया न बने.

निर्भया को मिला इंसाफ लेकिन मां बोली ‘जारी रहेगी लड़ाई’

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘न्याय हुआ है. हमारी नारी शक्ति ने हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. हमें मिलकर एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है, जहां महिला सशक्तीकरण पर ध्यान दिया जाए, जहां समानता और अवसर पर जोर हो’.

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस सजा को सत्य और अच्छाई की जीत बताते हुए लिखा कि यह दूषित मानसिकता वाले लोगों के लिए सख्त संदेश है कि ऐसे अमानवीय कृत्यों को हमारी न्यायपालिका द्वारा किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने आज के दिन को देश की बेटियों का दिन बताया.

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने ट्वीट पोस्ट करते हुए लिखा कि आज देश की बेटी को न्याय मिल गया. 2012 का यह जघन्य अपराध हमारे समाज की परवरिश पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न था’.

दिल्ली के बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने भी इस मौके पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘आखिरकार मौत मिली, मुझे पता है कि वो हमारे बीच नहीं है’.

महिला कांग्रेस नेता दिपिका पांडे सिंह ने ​ट्वीट करते हुए लिखा, ‘उस रोज़ वो बेबस थी, लाचार थी लेकिन इंसाफ़ मजबूर नहीं हुआ सज़ा सुनाने में. जहां भी हो ख़ुश रहना. गुनहगारों को मिली सज़ा के बाद भी तुम लौट नहीं सकती. विश्वास है कि दरिंदिगी करने वाले अब चैन से नहीं सो पाएंगे’.

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि लंबी लड़ाई लड़ने वाले उनके माता-पिता के साहस और संयम को सलाम. दरिंदो को फांसी पर लटकाये जाने के बाद आज निर्भया की आत्मा को शांति मिली होगी.

वहीं बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि मन को शांति मिली कि आज निर्भया को हमने सच्ची श्रद्धांजलि दी है. बिटिया निर्भया के माता- पिता के जज्बे को सलाम.

वहीं झारखंड के हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता ने कहा कि 7 साल बाद एक बहन को इंसाफ मिला, मां के आंसुओं को सुकून मिला, न्याय की जीत हुई, सत्यमेव जयते, संविधान जिंदाबाद.

वहीं झारखंड के एक अन्य नेता ने लिखा कि निर्भया के इंसाफ की लड़ाई महज एक गुनाह की सजा दिलवाने की नही थी बल्कि उस सोच के खिलाफ भी थी जिस सोच ने सदियों से महिलाओं के साथ दोहरा रवैया रखा.

वहीं महिला कांग्रेस के ट्वीट पेज से पोस्ट किया गया, ‘निर्भया की मां का तिल-तिल मरना, आज कुछ कम हुआ. न्याय के लिए एक लंबा थका देने वाला इंतजार आज जाकर खत्म हुआ. बस अब देश में फिर कोई निर्भया ना बने’.

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