‘सबका साथ सबका विकास’ नहीं, मोदी सरकार केवल आरोपी बृजभूषण के साथ!

राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने साधा पीएम मोदी पर निशाना, गृहमंत्री शाह और आरएसएस की चुप्पी पर भी उठाए सवाल, बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पहलवानों का प्रदर्शन हो चुका समाप्त लेकिन जंग अभी जारी

kapil sibal
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Kapil sibal on Modi: पहलवानों का धरना प्रदर्शन जंतर मंतर से समाप्त हो चुका है लेकिन उनकी आवाज अभी तक बंद नहीं हुई है. दो एफआईआर होने के बावजूद यौन आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं बीजेपी सांसद बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी न होने से देश की राजनीति भी इसी मुद्दे पर घूम गई है. वैसे भी देखा जाए तो बड़ी अजीब बात है कि जिस बात पर पूरे देश की नजरें गढ़ी हैं, उसके लिए न तो बीजेपी का कोई नेता बोल रहा है और न ही आरएसएस. पीएम मोदी की चुप्पी और दिल्ली पुलिस के अजीबो-गरीब बयान भी इस मामले की पेचीदगी को बढ़ा रहे हैं. एक तरफ पहलवान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं, वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को 9 जून तक का वक्त दिया है. इस मामले पर राज्यसभा सांसद और पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सबके साथ नहीं, बृज भूषण के साथ है सरकार’ कहते हुए पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं. सिब्बल ने कहा कि जब पहलवानों ने बृजभूषण शरण पर आरोप लगाए हैं तो पीएम क्यों चुप हैं.

राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगातार सबूत मिल रहे हैं. उनके खिलाफ आक्रोश भी बढ़ रहा है. बृजभूषण पर लगे आरोप ही इस मामले की जांच करने के लिए काफी है लेकिन इसके बाद भी उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. सििब्बल ने तंज कसते हुए कहा कि बृजभूषण शरण पर पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा चुप है. गृह मंत्री अमित शाह और आरएसएस चुप है. ये सरकार सबके साथ नहीं, बल्कि बृज भूषण के साथ है.

गौरतलब है कि कपिल सिब्बल यूपीए-1 और यूपीए-2 सरकारों के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे हैं. उन्होंने पिछले साल मई में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और सपा के समर्थन से वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए थे. उन्होंने हाल ही में अन्याय से लड़ने के उद्देश्य से गैर-चुनावी मंच इंसाफ भी शुरू किया है.

इधर, कोर्ट के दखल के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं. बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 6 महिला पहलवानों और एक नाबालिग के पिता की शिकायतों के आधार एफआईआर दर्ज की गई है. एशियन गेम्स और राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को कई पदक दिलाने वाली महिला कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह पर कई लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. वहीं कुछ महिला पहलवानों द्वारा छेड़छाड़ करने, गलत तरीके से छूने और शारीरिक संबंध के लिए जोर देने की बात भी सामने आ रही है.

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इधर, पोस्को एक्ट में कथित तौर पर यौन शोषण का शिकार हुई नाबालिग के बालिग होने का दावा दिल्ली पुलिस ने किया है. हाल में जांच के लिए रोहतक पहुंची दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारी की जरूरत से इनकार किया है. वहीं पीड़िता के चाचा ने उसके बालिग होने के कुछ दस्तावेज मीडिया के सामने रखे हैं जबकि लड़की के पिता ने इन दस्तावेजों को लड़की की मृत बहन का बताकर पीड़िता के बालिग होने के दावों का खंडन किया है.

इस मामले में बृजभूषण आरोपी साबित होने पर पद छोड़ने और गिरफ्तारी की बात कई बार दोहरा चुके हैं. हालांकि इस मामले पर आरएसएस और अन्य बीजेपी नेताओं द्वारा कोई टिप्पणी सामने नहीं आ रही है. वहीं बीजेपी की महिला सांसद स्मृति ईरानी ने विनेश फोगाट की चचेरी बहन बबीता फोगाट के इस मामले में चुप होने को हथियार बनाते हुए कहा था कि उसकी खुद की बहन जब इस मामले में चुप है तो मामला झूठा है. बबीता बीजेपी नेता हैं और हरियाणा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं.

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