‘किसी सरकार ने नहीं दिया राम, लक्ष्मण और रावण को सम्मान’

सोशल मीडिया की आज की हलचल

Ramayan
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पॉलिटॉक्स न्यूज. कोरोना संकट के चलते देशभर में जारी लॉकडाउन के दौरान दूरदर्शन पर शुरु हुए रामानंद सागर के सीरियल ‘रामायण’ और रामायण में किरदार निभाने वाले कलाकारों की तो जैसे लॉटरी ही निकल पड़ी. इनमें भी खासतौर पर रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल की फैन फोलोइंग सबसे अधिक हो गई है. अरुण इससे पहले ट्वीटर पर एक्टिव नहीं थे लेकिन रामायण के प्रसारण के बाद गोविल के 161.6 हजार फोलोवर्स हो गए हैं. लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी और रावण बने अरूण त्रिवेदी भी जमकर पॉपुलर हो रहे हैं.

शनिवार को रेडियो पर एक इंटरव्यू के दौरान अरुण गोविल ने अपने मन की बात बताते हुए कहा कि किसी भी सरकार ने उन्हें इतनी अच्छी एक्टिंग के बाद भी किसी सम्मान से नहीं नवाजा तो अब सोशल मीडिया पर उन्हें सम्मान देने की मांग उठ चली है. इसी लिस्ट में लक्ष्मण बने सुनील लहरी ने अरुण गोविल और अरूण त्रिवेदी को तो अरूण त्रिवेदी ने अरुण गोविल और सुनील लहरी को रामायण में सजीव किरदार निभाने और भारतीय सिनेमा जगत में उनके योगदान के लिए सम्मानित किए जाने की मांग उठाई है.

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बॉलीवुड और टीवी की दुनिया के जाने-माने एक्टर अरुण गोविल को रामानंद सागर के सीरियल रामायण से देशभर में खूब पहचान मिली. यहां तक की लंबे समय तक उन्हें भगवान के स्वरूप ही माना जाने लगा. लॉकडाउन के लगते ही जैसे ही रामायण सीरियल दूरदर्शन पर फिर से प्रसारित हुआ, सीरियल से जुड़े सभी किरदार फिर से जीवंत और पॉपुलर हो गए.

एक इंटरव्यू के दौरान जब अरुण गोविल से पूछा गया ‘आपका योगदान अभिनय जगत में कमाल है, खासकर रामायण में, लेकिन आपको रामायण के लिए भी किसी पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया…?’ तो उन्होंने कहा कि चाहे कोई राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, मुझे आज तक किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया है. मैं उत्तर प्रदेश से हूँ, लेकिन उस सरकार ने भी मुझे आज तक कोई सम्मान नहीं दिया. और यहाँ तक कि मैं पचास साल से मुंबई में हूँ, लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने भी कोई सम्मान नहीं दिया.

तभी से उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर रिएक्शन्स की भरमार लगी हुई है. कोई कह रहा है कि उन्हें सम्मान मिलना चाहिए तो कोई कह रहा है कि वे खुद में ही एक सम्मान हैं. पर बात यहीं तक नहीं रुकी है. जब मामला थोड़ा जोर पकड़ने लगा तो उन्होंने खुद ही कहा कि उन्हें कोई भी सम्मान नहीं चाहिए. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि मेरा मंतव्य, प्रश्न का उत्तर देना था. हालांकि राजकीय सम्मान का अपना अस्तित्व होता है पर दर्शकों के प्यार से बड़ा कोई अवार्ड नहीं होता.

इसके तुरंत बाद रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी ने राम यानी अरुण गोविल और लक्ष्मण यानी और सुनील लहरी दोनों को सम्मानित किए जाने की बात कही. साथ ही यूजर्स से भी इस मुद्दे को उठाने में मदद मांगी. एक ट्वीट के जरिए अरविंद ने कहा कि अगर आप इस बात से सहमत हैं कि दोनों को इतनी अच्छी एक्टिंग करने के लिए अवॉर्ड मिलना चाहिए तो इसे ट्रेंड करने में सहायता करें.

अरविंद त्रिवेदी के ये ट्वीट पोस्ट करते ही कुछ समय बाद सुनील लहरी भी रावण के सपोर्ट में आ गए. उन्होंने कहा कि अरविंद त्रिवेदी जी को भी रावण का किरदार प्ले करने और भारतीय सिनेमा जगत में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाना चाहिए.

इसके बाद से सोशल मीडिया पर लोग पूरी स्टारकास्ट के समर्थन में आते जा रहे हैं. एक शख्स ने लिखा कि सीता मां को कैसे भूल गए? उन्हें भी पुरस्कृत किया जाना चाहिए.

तो वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि पूरी रामायण की कास्ट अद्भुत थी और पूरी कास्ट को अवॉर्ड दिया जाना चाहिए. एक राम भक्त ने तो यहां तक लिख दिया कि पूरी रामायण को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का समय आ गया है.

बता दें कि दूरदर्शन पर रामानंद सागर की रामायण का फिर से टेलिकास्ट किया जा रहा है. कहना गलत न होगा कि रामायण केवल एक मनोरंजन सीरियल नहीं है बल्कि समस्त देशवासियों की भावनाएं इससे जुड़ी हैं. रामायण में किए गए सभी ‘अमर किरदार’ हैं. ऐसे में दर्शकों की बेहद मांग पर जब रामायण फिर से प्रसारित किया जा सकता है तो उनकी मांग पर इनके किरादारों को सम्मान मिलेगा या नहीं, ये देखने वाली बात होगी.

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