Politalks.News/Rajasthan. अलवर (Alwer) के बाद उदयपुर (Udaipur) में निर्भया जैसा मामला सामने आने के बाद प्रदेश की गहलोत सरकार (Gehlot Goverment) फिर निशाने पर आ गई है. उदयपुर जिले के झाड़ोल थाना क्षेत्र में अकेली जा रही महिला को जबरन खेत में ले जाकर दो बदमाशों ने उसके साथ गैंगरेप किया. बड़ी मुश्किल से महिला आरोपियों से बचकर बिना कपड़ों के ही बदहवास हालत में कुछ ही दूरी पर स्थित चौकी पर पहुंची और आपबीती बताई. अब इस मुद्दे को लेकर राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने ट्वीट कर कहा कि, ‘उदयपुर में आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप की घटना गूंगी-बहरी राज्य सरकार के माथे पर कलंक है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) जी सुशासन का दम्भ भरकर अपने गृह विभाग की पीठ थपथपा रहे हैं जबकि वास्तविकता प्रतिदिन अखबारों में प्रदर्शित हो रही है. एक भी दिन ऐसा नहीं गुजरता है जब महिलाओं के साथ दरिंदगी होने की घटनाएं सामने नहीं आती है’.
‘शांतिप्रिय राजस्थान जाना जाने लगा है रेपिस्तान राजस्थान के रूप में’
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि, ‘एनसीआरबी के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में प्रतिदिन 15 अबलाओं की इज्जत लूटी जाती है और ना जाने कितनी अबलाएं ऐसी भी हैं जो दरिंदगी का शिकार होने के बावजूद इज्जत की खातिर सामने नहीं आती. आज कांग्रेस सरकार के जंगलराज के 3 साल में कभी ‘शांतिप्रिय राजस्थान’ के नाम से विख्यात हमारा राज्य अब देशभर में ‘रेपिस्तान राजस्थान’ के रूप में जाना जाने लगा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है’.
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‘राजस्थान में रोजाना हो रहे निर्भया कांड’
भाजपाई दिग्गज राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि, ‘राजस्थान में लचर कानून व्यवस्था व अपराधियों में पुलिस का कोई भय नहीं होने के कारण महिलाओं के साथ दुष्कर्म, हत्या, मारपीट, छेड़छाड़ व हिंसा जैसे मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हो रही है. राजस्थान में रोजाना ‘निर्भया कांड’ हो रहा है और बड़ी संख्या में पीड़िता, परिवार व समाज में बदनामी के भय व इस सरकार में असुरक्षा का भाव उत्पन्न होने की वजह से आत्महत्या करने व डर के साये में जीने को मजबूर है’.
राठौड़ का तंज- मुखिया जी को यह ध्यान होना चाहिए कि हर केस नहीं होता झूठा
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि, ‘बेहद शर्मनाक है कि राज्य के मुखिया अशोक गहलोत जी, जो गृह विभाग के भी मुखिया है वह महिलाओं के साथ अपराधों को राजस्थान को बदनाम करने का षड्यंत्र करार देकर करीब 47 फीसदी दर्ज एफआईआर को झूठा बताकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं. मुखिया जी को यह ध्यान होना चाहिए कि हर केस झूठा नहीं होता और एनसीआरबी ही नहीं बल्कि उनकी खुद की सरकार में पुलिस प्रशासन के प्रतिवेदन के आंकड़े चीख-चीख कर महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान की भयावह तस्वीर प्रदर्शित कर रहे हैं’.
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उदयपुर में बिना कपड़ों के बदहवास हालत में थाने पहुंची थी अबला
आपको बता दें, बीते रोज गुरुवार को उदयपुर जिले के झाड़ोल थाना क्षेत्र में अकेली जा रही महिला को जबरन खेत में ले जाकर दो बदमाशों ने उसके साथ गैंगरेप किया. बड़ी मुश्किल से महिला आरोपियों से बचकर बिना कपड़ों के ही बदहवास हालत में कुछ ही दूरी पर स्थित चौकी पर पहुंची और आपबीती बताई. पुलिस ने शुक्रवार सुबह ही मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों को हिरासत में ले लिया है.