महाराष्ट्र में आदित्य ठाकरे की एक बड़ी एवं भारी जीत ने बीजेपी को चारों खाने चित कर दिया है. यह जीत है शिवसेना की यूथ विंग ‘युवा सेना’ की, जिसका नेतृत्व खुद आदित्य ठाकरे कर रहे थे. यूथ विंग ने बीजेपी को जो करारी हार का स्वाद चखाया है, उससे उद्धव ठाकरे समर्थित शिवसेना के हौसले काफी बुलंद हो गए हैं. इस जीत के बाद राजनीतिक विशेषज्ञ यह भी अंदेशा लगा रहे हैं कि कहीं यही तो बीजेपी और महाराष्ट्र सरकार के पतन की शुरूआत तो नहीं है.
दरअसल, यहां बात हो रही है मुंबई यूनिवर्सिटी में हाल ही में संपन्न हुए सीनेट चुनाव की, जिसमें शिवसेना की युवा सेना को बंपर जीत हासिल हुई. यहां सीधा मुकाबला युवा सेना और बीजेपी की यूथ विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बीच था, जिसमें एबीवीपी को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है. युवा सेना ने सीनेट की सभी 10 सीटों पर बाजी मारी है. युवा सेना का नेतृत्व राज्य के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे कर रहे थे. सीनेट मुंबई यूनिवर्सिटी की सबसे बड़ी निर्णय और निगरानी संस्था है. जिसका प्रतिनिधित्व टीचर, प्रिंसिपल, कॉलेज के मैनेजमेंट के साथ-साथ रजिस्टर्ड ग्रेजुएट करते हैं.
दो साल से पेंडिंग थे सीनेट चुनाव
मुंबई यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव दो साल से अधिक समय से पेंडिंग थे और राजनीतिक विकास के कारण विवादों में भी घिरे थे. इससे पहले 2018 में सीनेट के चुनाव कराए गए थे. मुंबई हाईकोर्ट के आदेश के बाद 24 सितंबर को 10 सीटों के लिए चुनाव हुआ. सीनेट की 10 में से 5 सीटें रिजर्व और 5 सीटें ओपन थीं. इसमें 28 उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल किया था. इस बार करीब 55 फीसदी मतदान हुआ है. 2018 की तरह ही इस बार भी युवा सेना ने इस चुनाव में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया.
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युवा सेना (यूबीटी) के लीडर आदित्य ठाकरे ने सभी विजयी उम्मीदवारों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह सभी की मेहनत और मतदाताओं के समर्थन से ही संभव हो पाया है. हार के डर से प्रदेश के शहरी और स्थानीय निकायों में चुनाव नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने चुनाव कराने का आदेश देने के लिए मुबंई हाईकोर्ट का भी आभार जताया. विजयी उम्मीदवारों में प्रदीप सावंत, मिलिंद साटम, अल्पेश भोईर, परम यादव, शशिकांत ज़ोरे, शीतल देवरुखकर, धनराज कोहचडे, मयूर पांचाल और स्नेहा गवली के नाम शामिल हैं. अपनी इस बंपर जीत की खुशी आदित्य ठाकरे की युवा सेना ने मातोश्री पर मनाया.
महाराष्ट्र विस चुनाव का सेमीफाइनल!
महाराष्ट्र में एक बड़ा वोट बैंक यंगस्टर का है जो अविभाजित शिवसेना का समर्थक रहा है. पिछले दो सीनेट चुनावों में युवा सेना ने जो प्रदर्शन किया है, वो सभी की आंखें खोलने वाला है. कुछ राजनीति के जानकार इसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल बता रहे हैं. राज्य में 288 सीटों पर होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर में होने प्रस्तावित हैं. मुकाबला महाविकास अघाड़ी (एमवीए) और महायुति में है. एक ओर एमवीए का नेतृत्व उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस कर रही है. वहीं महायुति में देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार गठबंधन में हैं. अब देखना होगा कि मुंबई के यंगस्टर ने जिस तरह का जवाब एबीवीपी को दिया है, क्या वही जवाब महाराष्ट्र के युवा वोटर बीजेपी और महायुति को दे पाएंगे या एमवीए को नकारते हुए एक बार फिर प्रदेश में समर्थन का कमल खिलाएंगे.