amol kirtikar
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्रीमंडल के कई मंत्रियों के जेल जानने के बाद देशभर में विपक्षी दलों के नेताओं में ईडी और सीबीआई का खौफ है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी कई नेताओं को लगातार ईडी के समन मिल रहे हैं. जिन्हें भी समन मिल रहे हैं, उनमें से अधिकांश को जेल की हवा खानी पड़ रही है. ऐसे ही एक नेता मुंबई नॉर्थ-वेस्ट लोकसभा सीट से शिवसेना (उद्धव गुट) के लोकसभा प्रत्याशी भी हैं जिन्हें टिकट मिलने के एक घंटे बाद ही ईडी का समन मिल गया. उन्हें डर है कि उन्हें जेल जाना पड़ेगा. उनका कहना है कि इसके लिए उन्होंने सभी तरह की तैयारियां भी शुरू कर दी है.

मुंबई नॉर्थ-वेस्ट लोकसभा सीट से शिवसेना (उद्धव गुट) के लोकसभा उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को डर है कि ED उन्हें गिरफ्तार कर लेगी. कीर्तिकर का कहना है कि मैंने पहले से तैयारी शुरू कर दी है. खाने-पीने में बदलाव किया है और कपड़े भी खरीदे हैं. शिवसेना (उद्धव गुट) ने 27 मार्च को अमोल कीर्तिकर को टिकट दिया था. नाम फाइनल होने के बाद ही एक घंटे के अंदर उन्हें ईडी का समन मिल गया. दो दिन के बाद दूसरा समन मिला, जिसमें उन्हें खिचड़ी घोटाला मामले में पूछताछ के लिए 8 अप्रैल को एजेंसी ने पेश होने का कहा है.

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इस पर कीर्तिकर ने कहा कि पिछले समन पर मैं इसलिए पेश नहीं हो सका था, क्योंकि मैं अपने होम टाउन गया हुआ था. मैं सोमवार (8 अप्रैल) को ईडी के सामने पेश होऊंगा. मैं नहीं चाहता कि वे मुझे गिरफ्तार करें. मैं डरा हुआ नहीं हूं, लेकिन जरूरी तैयारी कर रहा हूं.

जेल जाने का डर जेल से कहीं ज्यादा

अमोल ने कहा कि जिस तरह से ED ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है. उसे देखते हुए मैंने नॉन-वेज खाना छोड़ दिया है. ऐसे कपड़े खरीदे हैं, जिन्हें जेल में पहन सकूं. ईडी मेरे बैंक खाते भी सीज कर सकती है इसलिए पत्नी को मेरी सेविंग्स के बारे में बता दिया है. जेल जाने का डर जेल से कहीं ज्यादा होता है. मैं जानता हूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया, इसलिए टेंशन में नहीं हूं.

कीर्तिकर ने कहा कि मेरे मामले में 80-90 वेंडर थे, जो कोविड के दौरान खिचड़ी की सप्लाई कर रहे थे, तो कुछ लोगों को कैसे बाहर कर दिया गया? हर किसी में वित्तीय अनियमितताएं होती हैं, लेकिन ईडी इसे वित्तीय अपराध की तरह पेश करता है. अमोल ने कहा कि भारत का चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट भी हस्तक्षेप कर सकता है यदि उन्हें लगता है कि चुनावों को प्रभावित करने के लिए कुछ निर्णय लिए जा रहे हैं. बता दें कि अमोल के पिता गजानन कीर्तिकर (80) दो बार नॉर्थ-वेस्ट मुंबई से सांसद रहे हैं. वे शिंदे गुट के समर्थन में थे. उन्होंने नवंबर 2022 में शिंदे गुट की शिवसेना जॉइन की थी.

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