Politalks.News/Delhi. अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता एवं पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर बड़ा बयान देते हुए सभी को चौंका दिया है. इस बार तो स्वामी ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर बड़ा आरोप लगाया है. रविवार को जहां सुब्रमण्यम स्वामी ने भाजपा को जनता पार्टी की राह पर जाने से बचने की सलाह दी तो वहीं स्वामी ने गुजरात के पूर्व गृहमंत्री एवं दिवंगत भाजपा नेता हरेन पांड्या का जिक्र करते हुए मोदी और शाह पर उन्हें मारने का आरोप लगाया है. इसी को देखते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में अपनी सुरक्षा को लेकर स्वामी द्वारा दायर की गई याचिका पर कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है. इस दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर लताड़ भी लगाई है.
सोमवार को बीजेपी के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी हत्या को लेकर बड़ा दावा किया है. स्वामी ने एक ट्वीट करते हुए दावा किया कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हरेन पांड्या के जैसा मेरा भी हाल करवा सकते हैं.’ सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘मुझे उम्मीद है कि मोदी और शाह मेरे खिलाफ हरेन पांड्या जैसी योजना बना रहे हैं और अगर ऐसा है तो मुझे अपने दोस्तों को सचेत करना पड़ सकता है. याद रहे जो मेरे साथ जैसा करता है उसे में उसी तरह जवाब देता हूं. इन दोनों ने मिलकर RSS के अधिकारीयों को भी धोखा दिया है.’ सुब्रमण्यम स्वामी के इस बयान के बाद से सियासी गलियारों में गर्माहट पैदा हो गई है.
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जानिये क्या है हरेन पांड्या हत्या मामला
2002 में गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद सूबे के पूर्व गृहमंत्री हरेन पांड्या की 26 मार्च, 2003 को अहमदाबाद में लॉ गार्डन इलाके में उस समय गोली मार कर हत्या कर दी गई थी, जब वह सुबह की सैर कर रहे थे. सीबीआई का दावा है कि राज्य में 2002 के सांप्रदायिक दंगों का बदला लेने के लिए उनकी हत्या की गई थी लेकिन पांड्या के पिता विट्ठलभाई पांड्या ने सरेआम तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह पर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाया था. हालाँकि विशेष अदालत ने 2007 में 12 आरोपियों को दोषी ठहराया था और उम्रकैद की सजा सुनाई थी. लेकिन 29 अगस्त 2011 को गुजरात हाई कोर्ट ने इस फैसले को पलटते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया था.
वहीं बीते रविवार को पूर्व सांसद और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी को जनता पार्टी की राह पर नहीं जाने की नसीहत दी है. अपने इस इंटरव्यू के दौरान वह 2जी घोटाला मामले में याचिकाकर्ताओं में से एक के रूप में अपनी भूमिका के बारे में बात करते नजर आ रहे हैं. स्वामी ने अपने एक पुराने इंटरव्यू का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि, ‘ये बात जहन में रखनी होगी कि बीजेपी को सत्ता में कौन सी चीजें लेकर आई थीं और किनसे उसे नुकसान हो सकता है. हमें जनता पार्टी की राह पर जाने से बचना होगा.’ वहीं स्वामी द्वारा सरकारी बंगला खाली करने और निजी आवास में सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने से जुड़े मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है.
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आपको बता दें कि पिछले बुधवार को सुब्रमण्यम स्वामी ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा था कि, ‘सरकारी आवास छोड़ने के लिए सहमत होने पर केंद्र ने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक ऐसी व्यवस्था नहीं की गई है.’ इस पर सोमवार को सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट ने केंद्र सरकार को मामले में विस्तृत हलफनामा दाखिल करने का निर्देश देते हुए सुनवाई तीन नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी. दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि, ‘स्वामी न केवल एक नागरिक हैं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है.’ कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा कि, ‘वह स्वामी को उनके निजी आवास पर सुरक्षा प्रदान करने की योजना कैसे बना रही है.’