पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. देश में कोरोना संकट आने के बाद वायरस ट्रैकिंग मोबाइल एप ‘आरोग्य सेतु’ लाया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य बीजेपी नेताओं ने इस एप को फोन में डाउनलोड करने की सलाह दी है जबकि सभी सरकारी कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से एप को डाउनलोड करने के निर्देश दिए गए हैं. सरकार का यह एप लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद करता है. एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्मार्टफोन पर इसे डाउनलोड किया जा सकता है. लेकिन पिछले कुछ दिनों में कई नेताओं ने इस एप की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है.
एक फ्रेंच हैकर के साथ राहुल गांधी और ओवैसी ने भी आरोग्य सेतु एप पर सवाल उठाए थे. अब सरकार ने आरोग्य एप पर उठ रहे सवालों पर जवाब देते हुए निजता के उल्लंघन की बात को गलत बताया है. टीम ने कहा है कि इस एप के जरिए यूजर की निजता का उल्लंघन नहीं होता है.
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‘आरोग्य सेतु’ टीम ने आज सुबह एक बयान जारी करके एप में डाटा सुरक्षा को नुकसान और निजता के उल्लंघन की बात को गलत बताया है. टीम ने कहा है कि इस एप के जरिए यूजर की निजता का कोई उल्लंघन नहीं होता है. टीम की तरफ से ये भी कहा गया है, ‘एक हैकर ने आरोग्य सेतू को टैग करके ट्विटर पर दावा किया था कि इस एप से नौ करोड़ भारतीय यूजर्स की प्राइवेसी को खतरा है. लेकिन आरोग्य सेतु एप में कोई खामी नहीं पायी गई. हम लगातार टेस्टिंग और अपने सिस्टम को अपग्रेड कर रहे हैं.’
बता दें कि कल फ्रेंच हैकर रॉबर्ट बैपटिस्ट ने आरोग्य सेतू एप को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा था कि उन्होंने इस एप में खामी ढूंढी है. हैकर ने ट्वीट किया, ‘आरोग्य सेतू एप की सिक्योरिटी में गड़बड़ी मिली है जिससे नौ करोड़ भारतीय यूजर्स की प्राइवेसी को खतरा है. क्या आप प्राइवेट में कॉन्टेक्ट कर सकते हैं?’
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आरोग्य सेतु एप पर भी सवाल उठाए थे. राहुल गांधी ने दावा किया था कि आरोग्य सेतु एप एक जटिल सर्विलांस सिस्टम है. ये एक प्राइवेट ऑपरेटर से आउसोर्स्ड है जिसका कोई संस्थानिक निरीक्षण भी नहीं है. ऐसे में ये एक गंभीर डाटा सिक्योरिटी और प्राइवेसी का मामला खड़ा होता है. राहुल गांधी ने एप को यूजर की निजता का उल्लंघन बताया था.
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बता दें, सरकार का यह एप लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद करता है. एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्मार्टफोन पर इसे प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. यह खास एप आसपास मौजूद कोरोना पॉजिटिव लोगों के बारे में पता लगाने में मदद करता है. मोबाइल के ब्लूटूथ, स्थान और मोबाइल नंबर का उपयोग करके ऐसा किया जाता है. एप अंग्रेजी और हिंदी समेत 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है.
आरोग्य सेतु कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए आपके मोबाइल नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है और बताता है कि आप कोरोना के जोखिम के दायरे में है या नहीं. आरोग्य सेतु एप के लॉन्च होने के कुछ ही समय में दो करोड़ से अधिक लोगों ने इसे डाउनलोड किया है. वर्तमान में 10 करोड़ से अधिक लोगों के स्मार्ट फोन में एप इंस्टोल है.