Politalks.News/Parliament News. संसद का मानसून सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ रहा है. लगातार 11 वें दिन विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से नहीं चल पाई. मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले राहुल गांधी ने तमाम विपक्ष के नेताओं को नाश्ते पर बुलाया था. पेगासस मामले, बढ़ती महंगाई, पेट्रोल डीजल के दामों में हो रही लगातार वृद्धि को लेकर विरोध स्वरूप कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने संसद तक साइकिल मार्च भी निकाला. बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी पार्टियां आपस में भले ही बहस करती हो लेकिन जनता के मुद्दों के लिए हमे एकजुट होना होगा और केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी. वहीं बीजेपी संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों सदनों में विपक्ष के कृत्यों से संसद का अपमान किया जा रहा है.
विपक्ष का केंद्र सरकार पर आरोप
पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. विपक्ष का आरोप है कि सरकार सदन को अपने तरीके से चलाना चाहती है. जबकि विपक्ष सरकार को घेरने के लिए इन मुद्दों पर खुलकर चर्चा करना चाहता है. मंगलवार को बीच भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर संसद का अपमान करने का आरोप लगाया. भाजपा संसदीय दल कि बैठक में गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई बड़े नेता शामिल रहे.
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सरकार विधेयक पास कर रही है या बना रही है पपड़ी चाट
मानसून सत्र के दौरान पास होने वाले विधेयकों को लेकर TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने एक ट्वीट करते हुए कहा था कि मानसून सत्र के पहले दस दिनों में 12 विधेयक पास हुए हैं औसतन हर बिल को पास होने में 7 मिनट लगे. सरकार संसद में विधेयक पास कर रही है या फिर पपड़ी चाट बना रही है. TMC सांसद के इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जाहिर कि और कहा कि विधेयकों के पारित होने के संबंध में एक वरिष्ठ सांसद द्वारा की गई टिप्पणी अपमानजनक है. बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ‘दोनों सदनों में विपक्ष के कृत्यों से संसद का अपमान किया जा रहा है. यहां तक कि जिस व्यक्ति ने कागज को छीन लिया और उसे फाड़ दिया, उसे अपने कृत्यों का पश्चाताप नहीं है.
राहुल गांधी का प्रयास लाया रंग
बीजेपी संसदीय दल की बैठक के इतर सरकार के खिलाफ तमाम विपक्ष को एकजुट करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रयासरत है. इस बार राहुल गांधी का यह प्रयास रंग भी लाया. पिछली बार TMC के सांसद विपक्ष की बैठक से नदारद रहे थे लेकिन मंगलवार को हुई बैठक में सभी सांसद मौजूद रहे. हालांकि BSP और AAP पार्टी ने विपक्ष की इस बैठक से दुरी बनाये रखी. बसपा प्रमुख मायावती पहले ही कह चुकी है कि इस बार उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव वह अकेले लड़ने वाली है.
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जनता की आवाज को हमें करना होगा एकजुट- राहुल गांधी
लोकसभा एवं राज्यसभा में विपक्ष की भूमिका निभा रहे सांसदों को एकजुट करने के लिए राहुल गांधी ने मंगलवार को ब्रेकफास्ट का आयोजन किया था. राहुल गांधी ने इस बैठक के दौरान सांसदों से कहा कि विपक्षी पार्टियां आपस में भले ही बहस करती हो लेकिन जनता के मुद्दों के लिए हमे एकजुट होना होगा और केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी. ‘हमें लोगों की आवाज को एकजुट करना होगा, ये आवाज जितनी ज्यादा एकजुट होगी उतनी ही मजबूत होगी और भाजपा और आरएसएस के लिए इस आवाज को दबाना उतना ही मुश्किल होगा.
एकमात्र प्राथमिकता- हमारा देश, हमारे देशवासी- राहुल
वहीं विपक्ष के साथ ब्रेकफास्ट को लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि ‘एकमात्र प्राथमिकता- हमारा देश, हमारे देशवासी. एक अन्य ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने साइकिल मार्च की फोटो शेयर करते हुए कहा कि ना हमारे चेहरे ज़रूरी हैं, ना हमारे नाम. बस ये ज़रूरी है कि हम जन प्रतिनिधि हैं- हर एक चेहरे में देश की जनता के करोड़ों चेहरे हैं जो महंगाई से परेशान हैं. मोदी सरकार पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने लिखा कि यही हैं अच्छे दिन? वहीं बैठक में मौजूद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है, हमें सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़नी होगी. जैसे कोरोना पर चर्चा हुई है, वैसे ही पेगासस मसले पर चर्चा होनी चाहिए.
राहुल गांधी की इस ब्रेकफास्ट पॉलिटिक्स के बाद सभी सांसद साइकिल पर सवार होकर संसद भवन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने साइकिल पर पोस्टर भी लगा रखा था जिसमें गैस सिलिंडर की फोटो और उस पर लिखा था अच्छे दिन ? 834 +. विपक्ष लगातार पेगासस मुद्दे पर चर्चा को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बना रहा है जबकि सरकार का कहना है कि विपक्ष इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा है. सरकार का कहना है कि विपक्ष को उन मुद्दों पर चर्चा में सहयोग देना चाहिए जो मुद्दे जनता से सीधेतौर पर जुड़े हैं और जनहित के हैं.