Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में अजित पवार गुट में शामिल हुए नेता अब एनसीपी के मुखिया शरद पवार को भी आंखें दिखाने लग गए हैं. अजित गुट के विधायक और नव नियुक्त मंत्री छगन भुजबल ने येओला दावे पर शरद पवार पर पलटवार किया. भुजबल ने कहा कि अगर शरद पवार इसी तरह माफी मांगते रहे तो उन्हें कई अन्य जगहों पर जाकर इसी तरह खेद व्यक्त करना पड़ेगा. इससे पहले शरद पवार ने नासिक के येओला में एक रैली में जनता से माफी मांगते हुए कहा था कि भुजबल को निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नियुक्त करने का उनका निर्णय गलत था. इसके लिए वे जनता से माफी मांगते हैं. भुजबल येओला विधानसभा से ही एनसीपी विधायक हैं. इस पर अब असंतुष्ट अजित गुट में शामिल छगन भुजबल एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर निशाना साध रहे हैं.
विधायक भुजबल ने मीडियाकर्मियों को रूबरू होते हुए शरद पवार के माफी मांगने को गलत कहा. अजित गुट के नेता ने कहा कि शरद पवार को माफी नहीं मांगनी चाहिए थी क्योंकि लोग येवला में खुश हैं. उन्होंने मुझे चार बार चुना. अगर वह इस तरह माफी मांगेंगे तो उन्हें कई अन्य लोगों के पास जाना होगा और इसी तरह खेद व्यक्त करना होगा.
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इससे पहले, शरद पवार ने नासिक के येओला में एक रैली में येओला से छगन भुजबल को पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में उतारने के अपने फैसले के लिए जनता से माफी मांगी. शरद पवार ने कहा कि भुजबल को निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नियुक्त करने का उनका निर्णय गलत था. मैं यहां आप सभी (येओला के लोगों) से माफी मांगने आया हूं. मेरा फैसला गलत था, आपने मुझ पर भरोसा किया और मेरी पार्टी को वोट दिया लेकिन छगन भुजबल को येओला से विधायक बनाने का मेरा फैसला विफल रहा.
दरअसल, पूर्व में NCP के प्रमुख सहयोगी रहे भुजबल एनसीपी के उन 8 बागियों में शामिल हैं, जो महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की एनडीए सरकार में शामिल हुए हैं. अजित पवार, छगन भुजबल, प्रफुल्ल पटेल और हसन मुश्रीफ सहित 8 साथी विधायकों और शीर्ष नेताओं के साथ राज्य में एनडीए सरकार में शामिल हो गए. अजित पवार ने जहां शिंदे सरकार में उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, वहीं उनके साथी 8 असंतुष्ट विधायकों ने भी ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. फिलहाल उनके विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है.